ग्रेटर नोएडा में कोलकाता कांड को लेकर डॉक्टरों में काफी आक्रोश है. इस घटना के विरोध में डॉक्टरों कैंडल मार्च निकाला. ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर डॉक्टरों ने मार्च निकाला है. डॉक्टरों की मांग है कि पीड़ित को न्याय और हत्यारे को फांसी की सजा दी जाए. डॉक्टरों का ये मार्च दादरी में रेलवे रोड से लेकर मुख्य तिराहे तक निकाला गया.

बलात्कार हुआ है सजा मिले, मौत मिले, बात खतम- डॉक्टर
डॉक्टर दुर्वेश रावल ने कहा कि लोग कहते हैं कि लड़कियों को छोटे कपड़ नहीं पहनने चाहिए. डॉक्टर ने गाउन पहना था, ओटी ड्रेस पहनी थी या एप्रेन पहना था जो भी पहना था. बलात्कार तो फिर भी हुआ ना. क्यूं कहते हैं लोग लड़कियों को छोटे कपड़े नहीं पहनने चाहिए. लड़कियों को रात में नहीं निकलना चाहिए. दिन में बलात्कार हुआ अब उसकी क्या गलती है. लड़कियां कहीं भी सेफ नहीं है. चाहें वो डॉक्टर हों, नॉर्मल लड़की हो या कोई भी हो. इसलिए ऐसे लोगों को कोई हक नहीं बनता लड़कियों पर उंगली उठाने का जो आज इस जगह नहीं खड़े हुए हैं. क्यों होगी जांच, बलात्कार हुआ है सजा मिले, मौत मिले, बात खतम. कोई सीबीआई जांच नहीं कुछ नहीं होना चाहिए.

ऐसे बलात्कारियों को फांसी की सजा दी जाए- डॉक्टर
डॉक्टर प्रमित तोंगड़ ने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारे देश में कहीं भी किसी भी अस्पताल में डॉक्टरों को पूरी सेफ्टी मिले. जैसा आज कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ हुआ है. ऐसा आगे कभी ना हो. सरकार इसके खिलाफ ऐसे कड़े से कड़े कदम उठाए कि हर डॉक्टर चाहें वो मेल हो या फीमेल सबको सेफ्टी मिले. साथ ही ऐसे बलात्कारियों को फांसी की सजा दी जाए. वहीं डॉक्टर रविंद्र नागर का कहना है कि बलात्कारियों को फांसी दो. कोलकाता में जो घटना घटित हुई है उसके कारण डॉक्टर आज सेफ नहीं हैं. जो लोगों की सेफ्टी करते हैं वो खुद आज सेफ नहीं हैं.