भारतीय पहलवान विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक के फाइनल मुकाबले से वजन बढ़ने के कारण अयोग्य घोषित कर बाहर कर दिया गया। विनेश फोगाट के बाहर होते ही भारत में करोड़ों लोगों के दिल टूट गए क्यों, मेडल की उम्मीद जो टूट गई। वहीं, देश के सभी नेताओं ने विनेश फोगाट का हौसला बढ़ाया। इसके साथ ही इस फैसले के खिलाफ अपील भी की गई। लेकिन इस सबके बीच विनेश फोगाट ने सन्यास का ऐलान कर दिया।

बता दें कि विनेश फोगाट को उन्हें महिलाओं की 50 किग्रा कुश्ती स्पर्धा के फाइनल से बाहर कर दिया गया था। मंगलवार को सेमीफाइनल में विनेश क्यूबा की पहलवान लोपेज गुजमान को 5-0 से हराया था। माना जा रहा था कि विनेश का पदक पक्का हो गया है, लेकिन उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया गया।

वहीं, कुश्ती के पहले गुरु एवं ताऊ पहलवान महाबीर फोगाट ने कहा कि संन्यास का फैसला वापस लेने के लिए वह विनेश को मनाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि विनेश मानसिक रूप से टूट चुकी है। उनका प्रयास रहेगा कि विनेश को कुश्ती जारी रखने के साथ वर्ष 2028 में होने वाले ओलंपिक में भाग लेने के लिए प्रेरित करें। ये जो भी वाक्या हुआ वो बेहद गलत है और इसका सभी को मलाल है।

विनेश आप हारी नहीं हराया गयाः बजरंग पूनिया
वहीं, टोक्यो ओलंपिक 2020 के कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर विनेश का समर्थन करते हुए बड़ा दावा किया है। उन्होंने लिखा, "विनेश आप हारी नहीं हराया गया है। हमारे लिए सदैव आप विजेता ही रहेंगी। आप भारत की बेटी के साथ-साथ भारत का अभिमान भी हो।"