रबूपुरा क्षेत्र के गांव भाईपुर ब्रह्मनान में गुरुवार से श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ किया गया। वहीं कथा से पूर्व धूमधाम से कलश यात्रा निकली गई। जिसमें 101 महिलाओं ने हिस्सा लिया। कलश यात्रा कथा स्थल से प्रारंभ होकर गांव के मुख्य-मुख्य मार्गों से होती हुई कथा परिसर में संपन्न हुई। विभिन्न स्थानों पर यात्रा का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।

कथा का शुभारंभ व्यास गद्दी और गणेश पूजन के साथ हुआ
कथा का शुभारंभ व्यास गद्दी और गणेश पूजन के साथ किया गया। वृंदावन धाम से पधारे कथावाचक आचार्य हरिकिशन ने कहा "कि मानव को अधर्म से हटकर धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए। कभी भी घमंड नहीं करना चाहिए। धुंधकारी की मुक्ति की तरह जहां श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण होता है वहां कलयुग का प्रभाव खत्म हो जाता है। जहां भक्तों का निवास होता है वहां भगवान का वास हो जाता है। जैसे अग्नि प्रत्येक लकड़ी में विराजित है लेकिन प्रकट नहीं है ठीक इसी प्रकार ईश्वर प्रत्येक व्यक्ति में है लेकिन उसे अनुभूत करने का माध्यम केवल श्रीमद् भागवत कथा है।" कथा के आयोजक द्वारकाप्रसाद शर्मा ने बताया कथा समापन उपरांत प्रसाद वितरण किया जाएगा। इस दौरान सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।