आज समय जरूर बदल गया है लेकिन आज भी लोगों की सोच नहीं बदल पा रही है। आज के इस दौर में भी दहेज लोभी लगातार नव विवाहितों को अपना शिकार बना रहे हैं। आज के समय में भी कुछ जगहें और लोग ऐसी हैं जो दहेज के लिए किसी मासूम की जान लेने से भी नहीं कतराते। ऐसा ही एक मामला ईकोटेक-3 थाना क्षेत्र से सामने आया है जहां दहेज के लिए एक महिला की जान ले ली गई है।
क्या था पूरा मामला
पीड़िता के भाई दीपक कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह दिल्ली के रहने वाले है उनकी बहन करिश्मा की शादी साल 2022 में खेड़ा चौगानपुर गांव के विकास से हुई थी। शादी के समय दहेज के रूप में अल्काजार गाड़ी, 11 लाख रुपए नगद, 30 तोला सोना और घर का सामान दिया गया था। इसके बाद भी बहन के ससुराल वाले दहेज से खुश नहीं थे। भाई का आरोप है कि ससुर, सास, पति, जेठ और नंद ने शादी के अगले दिन से ही करिश्मा को परेशान करना शुरू कर दिया। वह शादी में फॉर्च्यूनर गाड़ी और 21 लाख रुपए मांगने लगे ऐसा न होने पर वह लगातार करिश्मा को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने लगे।
बेटी के जन्म के बाद भी खत्म नहीं हुआ दहेज मांगने का सिलसिला
दीपक ने जानकारी देते हुए बताया कि साल 2023 में करिश्मा ने एक बेटी को जन्म दिया। इसके बाद भी ससुराल वाले नहीं माने और लगातार करिश्मा को प्रताड़ित करते रहे। समाज के डर से उन्होंने फिर 10 लाख रुपए दे दिए। इसके बाद भी करिश्मा के ससुराल वालों की मांगे बढ़ती चली गई। वहीं 29 मार्च को उन्हें सूचना मिली कि उनकी बेटी की हत्या कर दी गई है। करिश्मा पंखे से फंदा लगाकर लटकी मिली।जिसके बाद अब भाई ने पुलिस से गुहार लगाई है।
पीड़ित की शिकायत के आधार पर पति और ससुर गिरफ्तार
जिसके बाद ईकोटेक-3 थाना पुलिस ने पीड़िता के भाई दीपक कुमार की शिकायत के आधार पर पति विकास, ससुर सोमपाल भाटी, सास राकेश, रिंकी, सुनील और अनिल के खिलाफ दहेज प्रताड़ना के तहत 498A धारा-323, 304 और दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961-3 और 4 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। सेंट्रल डीसीपी सुनीति ने बताया कि पीड़ित की शिकायत के आधार पर पति और ससुर को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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