उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में राजधानी दिल्ली से लगभग 75 किमी दूर जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण जोरों पर जारी है। एयरपोर्ट चार चरणों में बन रहा है। पहले चरण का काम सितंबर, 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। इसमें लागत लगभग 6000 करोड़ रुपये आने का अनुमान है। जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से यमुना एक्सप्रेसवे 15 जून तक जुड़ जाएगा। आगामी अक्टूबर महीने में जेवर एयरपोर्ट से हवाई जहाज उड़ने शुरु हो जाएंगे। हालांकि, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को एयरपोर्ट से जुड़ने में अभी समय लगेगा। जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए 31 किलोमीटर लंबा ग्रीन फील्ड बन रहा है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से अक्टूबर 2024 में उड़ान शुरू हो जाएंगे। पहले दिन ही नेशनल और इंटरनेशनल लेवल की उड़ान शुरू हो जाएगी। इसका काम काफी तेजी के साथ चल रहा है।

यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाले इस हिस्से का 80 प्रतिशत काम पूरा
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से अक्तूबर में यात्री उड़ानें शुरू हो जाएंगी। इससे पहले हवाई अड्डे की प्रमुख शहरों से सीधे कनेक्टिविटी के लिए सड़क मार्गों से जोड़ने का काम तेजी से चल रहा है। निर्माणकर्ता कंपनी ने बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाले इस हिस्से का 80 प्रतिशत काम हो चुका है बाकी को जल्द पूरा कर लिया जाएगा। वहीं दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए हरियाणा के बल्लभगढ़ से एयरपोर्ट तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) कर रहा है। इसका 22 किमी का हिस्सा हरियाणा में और 9 किमी का हिस्सा उत्तर प्रदेश की सीमा में तैयार होना है। हरियाणा वाले हिस्से में काम शुरू नहीं हो सका है।

एक्सप्रेसवे का निर्माण सितंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य
उत्तर प्रदेश की सीमा में किसानों से जमीन अधिग्रहण के बाद इस पर तेजी से काम चल रहा है। यह रास्ते में पड़ने वाले यमुना एक्सप्रेसवे के ऊपर से गुजरेगा। यमुना एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी देने के लिए यहां इंटरचेंज भी बनाया जा रहा है। करीब 2114 करोड़ की लागत से इस एक्सप्रेसवे का निर्माण सितंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया था। सरकार ने लगभग 400 करोड़ खर्च कर हुए जेवर के किसानों से जमीन का अधिग्रहण कर छह लेन के एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य शुरू करा दिया था। 80 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है। यमुना एक्सप्रेस-वे के ऊपर बनने वाले ओवरब्रिज और इंटरचेंज पर पिलर लगाने का काम पूरा कर गार्डर रखे जा रहे हैं। जल्द काम पूरा करते हुए दिल्ली व आगरा से कनेक्टिविटी शुरू करा दी जाएगी।

पूरी योजना लगभग तीस हजार करोड़ की
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने शासन को बताया कि हवाईअड्डे के पहले फेज को पूरा करने के लिए 10 हजार करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। जिसमें से 7,371 करोड़ रुपये अब तक खर्च किए जा चुके हैं। टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण पूरा हो चुका है। फिनिशिंग का काम चल रहा है। अगले दो महीनों में यह काम पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद यात्री टर्मिनल बिल्डिंग का उपयोग कर सकेंगे। पूरा बनने के बाद हवाई अड्डे की क्षमता एक साल में सात करोड़ यात्रियों को संभालने की होगी। ये पूरी योजना लगभग तीस हजार करोड़ की है।