नोएडा पुलिस ने गौतमबुतद्ध नगर के सबसे बड़े स्क्रैप माफिया रवि काना को आखिरकार अपनी गिरफ्त में ले ही लिया। रवि काना और काजल झा दोनों को थाईलैण्ड से गिरफ्तार कर लिया गया है। स्क्रैप माफिया रवि काना को पुलिस ने लुक्सर जेल की हाई सिक्यॉरिटी बैरक में रखा है। पुलिस अब रवि काना के सिंडिकेट की कड़ी से कड़ी जोड़ रही है। सरिया मफिया से स्क्रैप माफिया बनने में पुलिस, पत्रकार और पॉलिटिशयन में जिस-जिस ने मदद की। उनकी कुंडली खंगालने के साथ ही सबूत जुटाए जा रहे हैं। पुलिस ने पूछताछ के बाद 3 पेज की लिस्ट बनाई है। बताया जा रहा है कि उसमें क्षेत्रीय और लखनऊ तक के नेताओं और पुलिस अधिकारियों के नाम भी शामिल हैं। आपको बता दें कि पिछले साल जुलाई में रवि काना, पत्नि मधु नागर और काजल झा समेत 16 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। तब से ही नोएडा पुलिस इनकी तलाश कर रही थी।

गर्लफ्रेंड के साथ रहने की रवि ने जताई थी इच्छा
स्क्रैप माफिया रवि काना को पुलिस ने लुक्सर जेल की हाई सिक्यॉरिटी बैरक में रखा है। वहीं, उसकी महिला दोस्त काजल झा को 65 महिला बंदियों के बीच बैरक में रखा गया है। दोनों ने एक ही बैरक में रहने की इच्छा जताई थी,लेकिन जेल प्रशासन ने नियम का हवाला देकर ऐसा करने से इन्‍कार कर दिया। सूत्रों के मुताबिक दोनों को उस वार्ड में रखा गया है जहां पर किसी हत्या से संबंधित अपराधियों को नहीं रखा गया है। रवि काना की कुख्यात सुंदर भाटी से रंजिश चल रही है। परिजनों को आशंका है कि कहीं कोई उसे मारने की कोशिश कर सकता है।

कैसे बना रवि स्क्रैप और सरिया तस्करी का बादशाह
रवि काना ग्रेटर नोएडा के दादुपुर निवासी हरेंद्र प्रधान उर्फ हरेंद्र नागर का छोटा भाई है। पुलिस और क्षेत्र के जानकारों की मानें तो एक दशक पहले तक रवि काना छोटे मोटे काम किया करता था। 8 फरवरी 2015 में वेस्ट यूपी के गैंगस्टर सुंदर भाटी ने हरेंद्र प्रधान की हत्या करा दी थी. इस हत्याकांड ने गौतमबुद्ध नगर पुलिस पर सवालिया निशान लगा दिया था. हत्यकांड के बाद रवि काना ने अपनी जान को खतरा बताते हुए यूपी पुलिस से सुरक्षा मांगी थी.इसके बाद उसे और हरेंद्र प्रधान की पत्नी व दूसरे भाई राजकुमार को यूपी पुलिस की सुरक्षा मिल गई. इसी सुरक्षा का फायदा उठाकर रवि काना स्क्रैप और सरिया तस्करी का बादशाह बन गया। गैंगस्टर हरेंद्र प्रधान की हत्या के बाद रवि काना पूरी तरह जुर्म की राह पर आ गया। पुलिस के अनुसार, काना को रवींद्र नागर के नाम से भी जाना जाता है.

11वें मुकदमे ने डुबो दी रवि की सल्तनत
गैंगस्टर रवि काना पर अब तक 11 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। रवि काना को 6 महीने पहले तक शायद ही कोई जानता हो क्योंकि तब तक रवि पर 10 मुकदमे दर्ज थे। जिसके बाद भी उसका स्क्रैप और सरिया चोरी का गोरखधंधा आराम से फलफूल रहा था लेकिन बीते साल 30 दिसंबर को थाना सेक्टर 39 में एक युवती ने गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कराया। पीड़िता के मुताबिक रवि काना समेत 5 लोगों ने उसके साथ लगभग 6 महीने पहले गैंगरेप रेप की घटना को अंजाम दिया फिर वीडियो बनाकर उसे धमकाते रहे. पीड़िता ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि कुछ महीने पहले वो नौकरी की तलाश कर रही थी. इसी दौरान उसकी मुलाकात रवि काना के साथी राजकुमार और मेहमी से हुई. दोनों ने कहा कि उसे नौकरी रवि सर दे सकते हैं, जिसके बाद दोनों पीड़िता को गार्डन गलेरिया मॉल के पार्किंग में ले गए और रवि काना एवं उसके साथी आजाद और विकास से मुलाकात करवाई। इसी दौरान बंदूक दिखाकर उसके साथ गैंगरेप किया और वीडियो भी बनाया। इस घटना के बाद से ही रवि काना की धरपकड़ के लिए पुलिस ने कमर कस ली थी।