कहते हैं राजनीति की दुनिया में कदम रखना आसान नहीं होता। बड़े-बड़े धुरंधरों को भी यहां मुँह की खानी पड़ती है। ऐसा ही कुछ हो रहा है फिल्म जगत से राजनीति की दुनिया में कदम रखने वाली जानी-मानी अभिनेत्री जया प्रदा के साथ। दरअसल रामपुर की एमपी/एमएलए कोर्ट ने पुलिस को एक्ट्रेस से नेता बनीं जया प्रदा को गिरफ्तार कर 27 फरवरी को अदालत में पेश करने का आदेश दिया है। सीनियर प्रोसेक्यूशन ऑफिसर अमरनाथ तिवारी ने बताया कि जया प्रदा के खिलाफ सातवीं बार गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद भी वह सोमवार को सुनवाई के लिए कोर्ट नहीं पहुंचीं। जिसके बाद कोर्ट ने पुलिस कमिश्नर को स्पेशल टीम बनाकर जया प्रदा को गिरफ्तार करने और कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया है। बता दें कि एक्ट्रेस आचार संहिता उल्लंघन से जुड़े दो मामलों में 'फरार' बताई जा रही हैं

क्या है आचार संहिता उल्लंघन का मामला?

जयाप्रदा ने साल 2019 में रामपुर से बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था। चुनाव के दौरान एक्ट्रेस पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए थे। ये मामले रामपुर की एमपी, एमएलए कोर्ट में चल रहे हैं, लेकिन जया प्रदा नियत तारीखों पर सुनवाई के लिए अदालत में हाजिर नहीं हो रही, जिसके चलते उनके खिलाफ एक के बाद एक गैर जमानती वारंट जारी होते रहे।  हालांकि इसके बावजूद जयाप्रदा अदालत नहीं पहुंचीं।

13 फरवरी को भी कोर्ट में नहीं हाजिर हुईं अभिनेत्री

सीनियर प्रोसेक्यूशन ऑफिसर अमरनाथ तिवारी ने बताया "कि जयप्रदा नहाटा के खिलाफ एमपी, एमएलए स्पेशल अदालत (मेजस्ट्रेट ट्रायल) में एक थाना कैमरी और दूसरा थाना स्वार में चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर 2019 में केस दर्ज हुआ था। इस मामले में गवाही भी पूरी हो चुकी है लेकिन जया प्रदा का बयान अभी बाकी है। कोर्ट ने पिछली तारीखों में भी एनबीडब्ल्यू जारी किया था और 13 फरवरी की तारीख भी तय थी, लेकिन एक्ट्रेस एक बार फिर कोर्ट नहीं पहुंचीं।