Greater Noida: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में नोएडा-ग्रेटर नोएडा और यमुना विकास प्राधिकरण के विकास कार्यों और जिले की कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण को ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के साथ आगे ऑफ लिविंग का लक्ष्य हासिल करने का निर्देश दिया। गौतम बुद्ध नगर को सेफ सिटी के रूप में विकसित करने को भी कहा है।
सीएम ने की समीक्षा बैठक
जिले के प्रभारी मंत्री बृजेश सिंह के साथ समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गौतमबुद्व नगर उत्तर प्रदेश का चेहरा हैं। इसे सेफ सिटी के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। इसके लिए शिक्षण संस्थानों, जन प्रतिनिधियों, आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों को जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने नोएडा, ग्रेटर नोएडा में अच्छी गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरे लगवाने के निर्देश दिए, ताकि अच्छी गुणवत्ता के सीसीटीवी फुटेज प्राप्त हो सके। मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग को ड्रग्स का कारोबार करने वालों पर कड़ा प्रहार करने के निर्देश दिए। करीब दो घंटे तक चली समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के सीईओ को निर्देश दिए कि उतना ही आवंटन करें, जितना आपके पास जमीन है, ताकि आवंटन के तुरंत बाद आवंटी को पजेशन मिल सके।
समय से पूरी हों परियोजनाएं: CM
सीएम ने तीनों प्राधिकरणों से विकास परियोजनाओं को पूरा करने और जनप्रतिनिधियों से उनका उद्घाटन कराने के निर्देश दिए। तीनों प्राधिकरणों ने इनवेस्टर समिट और उसके बाद साइन एमओयू को अमली-जामा पहनाने का विवरण प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा में दुनिया भर के लोग रहते हैं। प्राधिकरणों को अपनी इमेज सुधारने पर काम करना चाहिए। उन्होंने आवंटियों, किसानों, निवेशको व यहां के निवासियों, सभी से अच्छा व्यवहार करने को कहा। अगर किसी के बारे में शिकायत मिले तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। गलत करने वालों को बाहर का रास्ता दिखाए जाने के भी निर्देश दिए।
प्रदूषण और अतिक्रमण पर विशेष जोर
योगी आदित्यनाथ ने प्रदूषण की रोकथाम के लिए हिंडन के किनारे अतिक्रमण को रोकने और बृहद वृक्षारोपण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डूब क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति पक्का निर्माण न करने पाए। उन्होंने वॉटर हार्वेस्टिंग को बढ़ावा देने और पानी की बचत के लिए लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने तीनों प्राधिकरणों के मास्टर प्लान को तय समय से पूरा करने और उसमें सभी तथ्यों को शामिल करने को कहा।
सोसायटी के गंभीर समस्याओं के उठाए मुद्दे
नोएडा-ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण से यहां की हाइराइज बिल्डिंगों में आगजनी से निपटने के लिए पुलिस विभाग को हाइड्रोलिक प्लेटफार्म उपलब्ध कराने को कहा है। सीएम ने जन शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण तरीके से करने के निर्देश दिए। लिफ्ट की समस्या को देखते हुए जल्द ही लिफ्ट पॉलिसी बनाए जाने की बात कही। पुलिस कमिश्नर ने आरडब्ल्यूए के चुनाव में विवाद का मसला उठाया जिस पर सीएम ने आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में शामिल जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह ने पर्यावरण और किसानों से जुड़े मसले को उठाया।
पानी की गुणवत्ता सुधार की मांग
नोएडा के विधायक पंकज सिंह ने पानी की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए जरूरी कदम उठाने की मांग की। दादरी के विधायक तेजपाल नागर ने फ्लैट खरीदारों की रजिस्ट्री और तिलपता रोड के मरम्मत करने की मांग की। एमएलसी नरेंद्र भाटी व श्रीचंद शर्मा ने भी अपनी मांगों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने प्राधिकरणों से जन प्रतिनिधियों की इन मांगों को शीघ्र पूरा कराने के निर्देश दिए। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने ग्रेटर नोएडा के विकास परियोजनाओं, उपलब्ध लैंड बैंक, अतिक्रमण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान, फ्लैट खरीदारों की रजिस्ट्री, किसानों से जुडे़ मसले, जमीन अधिग्रहण और विभागीय कामकाज पारदर्शिता से जुड़े तमाम बिंदुओं पर मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुतीकरण दिया। नोएडा के सीईओ डॉ एम लोकेश व यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने भी मुख्यमंत्री के समक्ष परियोजनाओं का ब्यौरा प्रस्तुत किया।
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