उत्तर प्रदेश में कई जगहों के नाम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने बदलाव किया। जिसको लेकर कई बार सियासत में गरमाहट भी देखने को मिली है। अब लोकसभा चुनाव के बीच एक और जिले का नाम बदलने की बात सामने आई है, जिसके नाम की तैयारी हो चुकी है।

अकबरपुर लोकसभा क्षेत्र में जनसभा के दौरान जताई आपत्ति

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर काफी एक्टिव मोड में दिखाई दे रहे हैं। लोकसभा चुनाव के लिए, अकबरपुर लोकसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करते हुए लोकसभा के नाम पर अपनी आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि 'चिंता मत करिए, ये सब बदल जाएगा।' जिसके बाद से ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि ये इस बात का संकेत है कि लोकसभा चुनावों में जीत के बाद केंद्र में लगातार तीसरी बार मोदी सरकार बनी, तो राज्य सरकार की ओर से अकबरपुर का नाम बदला जा सकता है।

गुलामी के दिनों की याद दिलाते..’ नाम बदले जाएंगे

सीएम योगी ने बीते बुधवार को अकबरपुर लोकसभा क्षेत्र के घाटमपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि अकबरपुर का नाम ही ऐसा है कि बार-बार बोलने में संकोच लगता है। ये सब बदल जाएगा। हमें गुलामी के निशानों को समाप्त करना है और विरासत का सम्मान करना है। इस क्षेत्र को विकास की मुख्यधारा के साथ जोड़ना है। इसके लिए जो अभियान देश में शुरू हुआ है, उसमें हमें भी एक वोट के साथ सहभागी

योगी का इशारा मुगलकालीन  बादशाह अकबर के नाम पर लोकसभा क्षेत्र का नाम होने पर था। हालांकि, प्रदेश में अकबरपुर ही नहीं, कई जिले ऐसे हैं जिनके नाम भारतीय संस्कृति और विरासत से तालमेल नहीं खाते और गुलामी के दिनों की याद दिलाते हैं।

आपको बता दें, अलीगढ़, आजमगढ़, शाहजहांपुर, गाजियाबाद, फिरोजाबाद, फर्रुखाबाद और मुरादाबाद जैसे जिलों के नाम बदलने के लिए पहले भी आवाज उठ चुकी है।