लोकसभा चुनाव के बाद योगी मंत्रिमंडल की शनिवार को पहली बैठक हुई। मंत्रिमंडल की विशेष बैठक में मुख्यमंत्री ने सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार केंद्र में सरकार बनने पर बधाई दी। साथ ही सांसद निर्वाचित होने वाले मंत्रीगणों को बधाई दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से उनके विभाग के कामकाज के बारे में जानकारी ली। साथ ही राज्य में चल रही योजनाओं को और तेज गति से बढ़ाने के निर्देश दिए। वहीं लोकसभा चुनावों के बाद हुई इस पहली बैठक में दोनों डिप्टी सीएम शामिल नहीं हुए हैं। दोनों डिप्टी सीएम दिल्ली में बताए जा रहे हैं। बैठक में सहयोगी दलों की तरफ से आशीष पटेल, ओम प्रकाश राजभर संजय निषाद और अनिल कुमार बैठक में मौजूद रहे। इनके अलावा मंत्री से सांसद बने अनूप वाल्मीकि और जितिन प्रसाद भी मीटिंग में आए। ये बैठक करीब घंटे भर से ज्यादा चली।

दोनों डिप्टी सीएम का गायब होना बना चर्चा का विषय
दोनों डिप्टी सीएम का इतनी महत्वपूर्ण मीटिंग में ना आना चर्चा का विषय बन गया है। सभी के मन में सवाल आने लगे हैं कि चुनावी हार के बाद ऐसा क्या हुआ कि योगी की बैठक से ही दोनों डिप्टी सीएम ने दूरी बना ली? अब बताया यह जा रहा है कि इस समय बृजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य राजधानी दिल्ली में मौजूद हैं। वहां पर उनकी बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात हुई है। दूसरी तरफ यूपी में इस समय योगी आदित्यनाथ ने फिर पूरी तरह सक्रिय हो चुके हैं। इसके साथ ही डिप्टी सीएम पाठक के बारे में बताया गया है कि वे आज ऋषिकेश जा रहे हैं।

किसी भी काम की अनदेखी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं- योगी
मुख्यमंत्री योगी ने मंत्रियों से कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों का सोशल मीडिया पर व्यापक प्रचार-प्रसार करें। जनसुनवाई और सीएम हेल्पलाइन को और प्रभावी बनाने पर जोर दें। मंत्रिपरिषद की बैठकों के लिए ई- कैबिनेट व्यवस्था और सभी विभागों में ई-ऑफिस प्रणाली प्रभावी ढंग से लागू करें। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन की बनाने का लक्ष्य हर विभाग का है। कार्ययोजना के अनुरूप मंत्रीगण समीक्षा करें। शीघ्र ही पुनः क्षेत्रीय दौरों पर जाएं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रीगण बजट आवंटन और खर्च की समीक्षा करें और परियोजनाओं की समयबद्धता और गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखें। उन्होंने पौधारोपण, स्कूल चलो अभियान और संचारी रोग नियंत्रण के प्रयासों को सफल बनाने के भी निर्देश दिए। साथ ही मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि आम लोगों से जुड़े काम तय समय सीमा के भीतर होने चाहिए। किसी भी काम की अनदेखी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जनता से जुड़े मुद्दे सरकार की प्राथमिकता हैं। इसके अलावा उन्होंने खाली पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया तेज करने का भी निर्देश दिया।