जिस पिता ने बेटी को बड़े शौक से स्कूटी दिलाई थी उन्होंने भी नहीं सोचा होगा कि एक महीने बाद वो स्कूटी बेटी की मौत का काल बन जाएगी, जी हां मामला नोएडा के जारचा कोतवाली क्षेत्र के पटाड़ी गांव का है जहां एक बेलगाम ट्रक ने तेजी और लापरवाही से चलाते हुए स्कूटी सवार छात्रा को कुचल दिया. इससे छात्रा की मौके पर ही मौत हो गई. जिसके खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया.

आक्रोशित ग्रामीणों ने दो घंटे तक एनटीपीसी-दादरी मार्ग पर लगाया जाम
वहीं आरोपी ट्रक चालक घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गया। जिसके बाद घटना की सूचना मिलते ही मौके पर हजारों की संख्या में ग्रामीण जमा हो गए। इस दौरान एक दरोगा ने युवक को शांत रहने की धमकी दी तो ग्रामीण और भड़क गए और नाराज ग्रामीणों ने शव सड़क पर ही रखकर करीब दो घंटा तक एनटीपीसी-दादरी मार्ग पर जाम लगा दिया। हालांकि मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने दरोगा के खिलाफ कार्रवाई करने और आरोपी चालक को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया तो ही जाम खोला गया। पुलिस ने छात्रा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

तेजी और लापरवाही के कारण हुआ हादसा
पुलिस ने बताया कि बिहार के मोतिहारी के मसहा गांव निवासी रवि उर्फ राकेश कुमार दादरी रेलवे रोड के पास स्थित हनुमान पुरी कालोनी में परिवार के साथ रहते हैं। वह ब्रेकरी का काम करते हुए परिवार का लालन-पालन करते हैं। उनकी बेटी मनेहा शाह एनटीपीसी के डीएवी स्कूल में कक्षा-9वीं में पढ़ती थीं। घर से रोज की तरह स्कूटी पर सवार होकर स्कूल के लिए स्कूटी पर सवार होकर निकली थी। जब वह एनटीपीसी के स्थित पटाड़ी गांव के पास पहुंची तो तेजी और लापरवाही ट्रक को दौड़ा रहे चालक ने स्कूटी सवार छात्रा को अपनी चपेट में ले लिया। इससे छात्रा स्कूटी के साथ सड़क पर गिर गई तो भी आरोपी चालक ने ट्रक नहीं रोका और उसे पहिए से कुचल दिया। इससे छात्रा की मौके पर मौत हो गई। जबकि छात्रा ने हेलमेट लगा रखा था, लेकिन ट्रक की टक्कर से हेलमेट सिर से निकलकर अलग गिर गया। टक्कर से तेज आवाज को सुनकर आसपास के लोगों मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने ट्रक को घेर लिया तो चालक मौका पाकर गाड़ी को छोड़कर फरार हो गया। सूचना पाकर पुलिस भी पहुंची और ट्रक को कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लेकर मामले की कार्रवाई में लगी है।

पिता ने एक माह पहले ही खरीदी थी छात्रा के लिए स्कूटी
मृतक छात्रा के पिता रवि उर्फ राकेश ने एक माह पहले ही स्कूटी ली थी। चूंकि उसे स्कूल जाने में काफी परेशानी हो रही थी। नई स्कूटी को परिजन छात्रा को चलाने से इंकार करते थे, लेकिन स्कूल से छुट्टी होने के कारण उसे अनुमति दे दी थी। जिससे वह रोजाना स्कूटी से ही स्कूल आती-जाती थीं। राकेश अपनी बेटी से बेहद प्यार करते थे और जब भी मनेहा कोई मांग करती थी तो उसे पूरा करने में देर नहीं लगाते थे। चूंकि मनेहा पढ़ने में काफी तेज थी और उनको भी पूरी उम्मीद थी कि बेटी एक न एक दिन उनका नाम रोशन करेगी। घटना की सूचना मिलने के बाद उनके पिता रवि उर्फ राकेश बेहोश होकर बार-बार सदमे में आ जा रहे थे।