Greater Noida: लोगों को सुविधा देने के लिए कई जगहों पर फुटओवर ब्रिज बनाए जाने का काम चल रहा है। ग्रेटर नोएडा पूर्व और पश्चिम दोनों जगहों पर फुट ओवर ब्रिज के निर्माण का कार्य जारी है। कई जगहों पर तो फुट ओवर ब्रिज बनकर तैयार भी है। फुट ओवर ब्रिज के लिए जगह को भी निर्धारित किया गया है। लेकिन ग्रेटर नोएडा वेस्ट में फुट ओवर ब्रिज की जगह को ही ठेकेदार ने बदल दिया।

जगह बदलकर बनाया जा रहा था फुट ओवर ब्रिज

दरअसल, जरूरत के हिसाब से फुट ओवर ब्रिज सभी सार्वजनिक स्थानों पर बनाने के निर्देश सीईओ एनजी रवि कुमार ने दिए हैं। इनमें एक फुट ओवर ब्रिज निराला स्टेट और सुपरटेक ईकोविलेज के पास बनाया जाना था। लेकिन ठेकेदार ने प्राधिकरण की अनुमति के बिना लोकेशन को बदल दिया। कान्ट्रैक्टर निराला एस्टेट के पास वाले एफओबी को अर्थ एसईजेड के पास और सुपरटेक ईको विलेज को निजी अस्पताल के पास बनाने लगा। इसकी सूचना सीईओ तक पहुंची। उन्होंने इसे गंभीरता से लिया और दोनों फुटओवर ब्रिज का काम तत्काल रुकवा दिया। सीईओ ने एक कमेटी बनाकर इसकी जांच कराने नोटिस जारी कर ब्लैकलिस्ट करने के निर्देश दिए हैं।

अधिकारियों से मांगा गया स्पष्टीकरण

सीईओ ने फुटओवर ब्रिज के निर्माण पर तत्काल रोक लगाते हुए जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट भी मांगा है। अब तक जितना निर्माण हो चुका है, उसे भी तोड़ने के निर्देश दिए है। सीईओ ने संबंधित काॅन्ट्रैक्टर को नोटिस जारी कर ब्लैक लिस्ट करने के निर्देष दिए हैं। साथ ही कार्य में लापरवाही मानते हुए इस प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

यहां पर बनाए जाने हैं एफओबी

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कुल 8 जगहों पर फुटओवर ब्रिज बनवा रहा है। ये 8 फुटओवर ब्रिज सूरजपुर-कासना रोड पर कैलाश अस्पताल के सामने, गामा शापिंग काॅम्प्लेक्स के सामने, ओमेगा शापिंग काॅम्प्लेक्स, दुर्गा टाॅकीज जंक्षन, कलेक्टेªट के सामने, ग्रेनो वेस्ट में एक मूर्ति गोलचक्कर, निराला एस्टेट टाउनशिप के सामने और सुपरटेक इकोविलेज के सामने बनने हैं। इन 8 में से पांच जगहों पर फुटओवर ब्रिज बनाने के लिए कंपनियों का चयन कर लिया गया है। ये पांच फुटओवर ब्रिज ग्रेटर नोएडा में सूरजपुर-कासना रोड पर कैलाश अस्पताल के सामने, गामा शापिंग काॅम्प्लेक्स के सामने और ग्रेनो वेस्ट में एक मूर्ति गोलचक्कर, निराला एस्टेट टाउनशिप के सामने और सुपरटेक ईको विलेज के सामने बनेंगे। इनमें से एक मूर्ति गोलचक्कर के पास फुटओवर ब्रिज का निर्माण जल्द पूरा भी होने वाला है। बाकी एफओबी बनने हैं। पीपीपी के अंतर्गत डीबीएफओटी (डिजाइन, बिल्ट, फंड, आपरेट एंड ट्रांसफर) के पैटर्न पर बनने वाले इन पांच फुटओवर ब्रिज से प्राधिकरण को हर माह करीब नौ लाख रुपये की आमदनी भी होगी।