Greater Noida: जेवर में बन रहे नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के दूसरे चरण से प्रभावित होने वाले 9 हजार किसानों के लिए खुशखबरी राज्य सरकार ने दी है। इन किसानों के विस्थापन के लिए राज्य सरकार ने 1296 करोड़ रुपये मंजूर कर दिए हैं। राज्य सरकार अपने हिस्से की 37.5 फीसदी राशि करीब 486 करोड़ रुपये जारी भी कर दिया है। अब किसानों के विस्थापन प्रक्रिया शुरू होगी। प्रभावित किसान फलैदा कट और मांडवलपुर पर बनाए जाने वाले टाउनशिप में विस्थापित किए जाएंगे।

किसानों की 1181 हेक्टेयर भूमि अधिगृहीत
बता दें कि हवाई अड्डे के दूसरे चरण के फेज-1 के लिए जेवर के रन्हेरा, कुरैब, नगला जहानू, नगला हुकमसिंह और नगला भामला गांव की 1181 हेक्टेयर भूमि अधिगृहीत की गई है। शासन से 1296 करोड़ की धनराशि की स्वीकृति के बाद हवाई अड्डे के विस्तारीकरण से प्रभावित परिवारों के लिए विस्थापन, टाउनशिप विकसित करने और प्रभावित परिवारों को उनकी संपत्ति का प्रतिकर देने में तेजी आएगी। प्रभावित परिवारों के किसानों ने पुनर्वासन और पुनर्व्यवस्थापन के तहत दो जगह टाउनशिप विकसित करने की मांग रखी थी। जिसके बाद फलैदा कट और जेवर के मांडवलपुर गांव पर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है।


मुआवजा किसानों के खातों में जमा
हवाई अड्डे के विस्तारीकरण के लिए अधिगृहीत 1181 हेक्टेयर जमीन का मुआवजा किसानों के बैंक खातों में जमा कराया जा चुका है। अधिग्रहण के बाद प्रभावित होने वाले रन्हेवरा, कुरैब, कुरैब के मांजरा नगला जहानू, करौली के मांजरा नगला हुकमसिंह व रन्हेरा के मांजरा नगला भामला को विस्थापित करने का फैसला किया गया था।

शासन ने 486 करोड़ रुपये जारी किए
डीएम मनीष वर्मा ने बताया कि एयरपोर्ट के दूसरे चरण के फेज-1 के लिए शासन से 486 करोड़ रुपये की धनराशि जारी कर दी गई है। शासन के दिशानिर्देश पर प्रभावित परिवारों के पुनर्वास और पुर्नव्यवस्थापन की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी।