यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण की आज 81वीं बोर्ड बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में 45 प्रस्ताव रखे गए। जिनमें से कई अहम मुद्दों पर बोर्ड ने अपनी मुहर लगा दी है। बैठक में यमुना विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरुणवीर सिंह के अलावा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रवि कुमार एनजी और नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉक्टर लोकेश एम शामिल हुए।

सनबर्ड और सुपरटेक के प्लॉट बोर्ड ने किए कैंसिल
यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण की आज 81वीं बोर्ड बैठक संपन्न हुई। बैठक में 55 प्रस्ताव रखे गए थे जिनमें से 10 प्रस्ताव ऐसे थे जो कि दोबारा बनाए गए। क्योंकि उनमें क्लियरटी नहीं थी। जो कि कल दोबारा बनवाए गए। तो वास्तविक रूप से 45 प्रस्ताव गए थे। इस बैठक में सबसे पहला निर्णय लीगेसी स्टार्ट प्रोजेक्ट में जो बिल्डर्स के प्रोजेक्ट थे उसके बारे में हुआ। हमारे यमुना प्राधिकरण में 9 बिल्डर्स प्लॉट हैं और 6 सबलिसी हैं। उन 9 बिल्डर्स प्लॉट में से 4 ने पैसा पूरा जमा कर दिया था। 1 केस में ये पाया गया कि इसके अकाउंट में कुछ पैसा था एटीएस का जो कि गणना में नहीं आया था। उसको गणना में सम्मिलित करते हुए 31 अगस्त तक का उनको समय दिया गया। इसके अलावा 2 केस में एनसीएलटी में हैं जिसमें कोई कार्रवाई नहीं की गई या स्टे है। 2 केस ऐसे हैं सनबर्ड और सुपरटेक जिसमें ना तो कोई स्टे है और ना ही पैसा जमा किया गया है। एसडीएस में स्टे है कि क्वेरसिव एक्शन ना लिया जाए और ओमनी में भी स्टे है कि क्वेरसिव एक्शन ना लिया जाए। उन दोनों को छोड़ते हुए सनबर्ड और सुपरटेक के प्लॉट बायर्स के हित को सुरक्षित रखते हुए कैंसिल करने का निर्णय लिया गया है। जो 6 सबलिसी है उन 6 सबलिसी में 100 फीसदी पैसा जमा करा दिया है। इसलिए उनको लाभ दे दिया गया है। इसके अलावा सुपरटेक का एक और प्रोजेक्ट है टीएस वन सेक्टर 17 ए उसमें उनके 6-8 अलॉटी हैं जिनके पास एनओसी है और एनसीएलटी में चले जाने के बाद उनकी रजिस्ट्री नहीं हो पा रही थी। तो उनके आवंटी के साथ बैठक करके हमने ये निर्णय किया है कि 6-8 लोगों की और अन्य लोग जिनके पास एनओसी देते रहेंगे आवंटी उनकी रजिस्ट्री सीधे हम यमुना अथॉरिटी में लीजरेंट लेकर और 64.7 फीसदी कंपन्सेशन लेकर करते रहेंगे।