Greater Noida: इकोटेक थर्ड थाना क्षेत्र के कुलेसरा गांव के पास हिंडन नदी पुल पर बड़ा हादसा हुआ है। यहां दो तेज रफ्तार वाहन अनियंत्रित होकर एक दूसरे से टकरा गये। हादसा इतना भीषण था कि कार के परखच्चे उड़ गये लेकिन गनीमत रही कि इस हादसे में कोई भी हताहत नहीं हुआ।
हादसे के बाद पुल पर लंबा जाम
हादसे के बाद कुलेसरा गांव के पास हिंडन नदी पुल पर लंबा जाम लग गया। मौके पर पहुंची ट्रैफिक पुलिस और लोगों की मदद से वाहनों को सड़क से हटाया गया। तब तक पुल पर वाहनों की लंबी कतार लग गई थी।
Noida: धनतेरस पर नोएडा के कई इलाकों में जाम लग गया है। कई इलाकों में ट्रैफिक ठप हो गया है। रेंग-रेंग कर गाड़ियां चल रही हैं। फिल्म सिटी फ्लाई ओवर से सेक्टर-18 जाने वाले रोड पर भीषण जाम लगा है। यहां करीब दो किलोमीटर का लंबा जाम लगा है।
नोएडा में भीषण जाम
नोएडा के कई इलाकों में जाम लगा है। सेक्टर-16 से सेक्टर-12-22 आने वाले रास्ते पर लंबा जाम लगा है। इसके अलावा सेक्टर-27 से अट्टा जाने वाले मार्ग पर लंबा जाम लगा है। सेक्टर-18 से रजनीगंधा की तरफ जाने वाले रास्ते पर सेक्टर-15 तक जाम लगा है।
Greater Noida: लंबे समय से कर रहे कई मांगों को लेकर ग्रामीण नाराज हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में सुनवाई होते नहीं देख ग्रामीणों ने अब अनोखे तरीके से प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। तिलपता गांव के ग्रामीणों ने कई मसले को नहीं सुलझता देख फिर से प्रदर्शन करने को मजबूर हैं।
इन मांगों को लेकर लगाया जाम
तिलपता गांव के ग्रामीण लंबे समय से पानी की व्यवस्था, जलभराव, गंदगी समेत कई समस्याओं को लेकर अपना विरोध दर्ज कराते रहे हैं। अब प्राधिकरण की सुनवाई नहीं होता देख ग्रामीणों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। ग्रामीणों ने प्राधिकरण की सदबुद्धि के लिए रोड पर ही हवन करना शुरू कर दिया। ग्रामीणों के हवन करने से तिलपता रोड पर लंबा जाम लग गया है। ग्रामीणों को रोड से हटाने के लिए भारी संख्या में सूरजपुर थाने की पुलिस मौजूद है। फिलहाल ग्रामीणों को समझाने का प्रयास पुलिस प्रशासन की तरफ से किया जा रहा है।
Delhi: विजय चौक पर बीटिंग रिट्रीट के चलते कर्तव्य की कई सड़कों पर रूट डायवर्जन किया गया। नार्थ और साउथ ब्लाक की सड़कों पर रूट डायवर्जन से दिल्ली की कई सड़कों पर जाम लग गया है। डायवर्जन का असर सोमवार सुबह से देखने को मिलने लगा। इसके चलते दिल्ली की यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। सुबह से ही दिल्ली की कई सड़कों पर लंबा जाम देखने को मिल रहा है। आपको बता दें 26 जनवरी की छुट्टियों बाद सोमवार को सरकारी कार्यालय खुले, जिसके चलते जाम की स्थित बनी हुई है।
वीआईपी मूवमेंट के चलते लग गया जाम
नई दिल्ली इलाके में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारत मंडपम में कार्यक्रम है। साथ ही कई वीआईपी मूवमेंट होने के चलते कई सड़कों पर रूट डायवर्ट किया गया है। जिसके चलते दक्षिणी दिल्ली,दक्षिण पूर्वी दिल्ली, उत्तरपूर्वी दिल्ली आदि स्थानों पर भी जाम के हालात रहें। दफ्तर जाने की जल्दी में लोगों के एक दूसरे से आगे निकलने के चक्कर में जाम के हालात और ज्यादा खराब हो गए।
आलम ये है कि नई दिल्ली में रूट डायवर्जन के चलते जाम लग गया। अन्य इलाकों में भी कई सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने पहले ही सोमवार के लिए ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की हुई है।
गौतमबुद्ध नगर के किसान अपनी मांगों को लेकर आज दिल्ली कूच कर रहे हैं। किसान अलग-अलग रास्तों से डीएनडी की ओर पहुंच रहे हैं। जिससे पूरे नोएडा में जाम लग गया है। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए कल ही पूरे गौतमबुद्ध नगर में धारा-144 लागू कर दिया गया था।
Noida: नोएडा, ग्रेटर नोएडा के सैकड़ों गांवों के किसान आज दिल्ली में संसद भवन के सामने विरोध प्रदर्शन करने पहुंचने वाले हैं। किसानों के प्रदर्शन के चलते नोएडा और दिल्ली में कई मार्गों पर यातायात प्रभावित हुआ है। नोएडा की सड़कों पर सुबह से ही जाम की स्थिति बन गई। जगह-जगह रूट को पुलिस ने डायवर्ट किया है। किसी तरह की कहीं अनहोनी ना हो, इसे लेकर नोएडा और ग्रेटर नोएडा में धारा-144 लागू कर दी गई है। साथ ही नोएडा में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती के साथ रूट का भी डायवर्जन किया गया है।
कई सड़के बंद
किसानों के दिल्ली कूच से नोएडा और ग्रेटर नोएडा की कई सड़कों पर जाम लग गया है। किसानों के दिल्ली कूच से पहले ही नोएडा की कई सड़कों पर जाम लग गया। लोगों को किसी भी तरह की कोई समस्या ना हो इसके लिए नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने सुबह 11 बजे से देर शाम तक इन रूट पर ट्रैफिक को रोक दिया है। जिसमें सेक्टर-एक से सेक्टर-6 पुलिस चौकी तक, संदीप पेपर मिल से हरौला तक ट्रैफिक का आवागमन प्रतिबंधित किया गया है। रजनीगंधा चौक, सेक्टर-6 चौकी चौक, झुंडपुरा चौक, सेक्टर-8, सेक्टर-10, सेक्टर-11, सेक्टर-112 चौक, हरौला चौक से आवश्यकतानुसार यातायात का डायवर्जन किया गया है। डीसीपी ट्रैफिक अनिल यादव ने बताया कि आपातकालीन वाहनों को डायवर्जन के दौरान सुरक्षित गंतव्य की ओर भेजा जाएगा। किसी भी तरह की यातायात असुविधा उत्पन्न होने पर हेल्पलाइन नंबर 9971009001 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
इस रूट का करें इस्तेमाल
एक्सप्रेस-वे से ट्रैफिक डायवर्जन
नोएडा से किसानों के दिल्ली कूच के मद्देनजर यमुना एक्सप्रेस-वे और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर मालवाहक वाहनों के नो एंटी के समय में परिवर्तन किया गया है। ताजा जानकारी के मुताबिक, वृहस्पतिवार सुबह सात बजे से रात साढ़े दस बजे तक तक एंट्री प्रतिबंधित रहेगी।
यहां पर भी बढ़ाई गई सुरक्षा
किसानों के विरोध मार्च को देखते हुए दिल्ली-नोएडा और चिल्ला बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ाई गई है। यहां पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है, जो हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं।
आज हर किसी की निगाहें किसानों के दूसरे आन्दोलन पर टिकी हैं. जहां एक ओर किसान अपनी मांगों को लेकर सरकार से कड़े कदमों की आस में बैठे हैं तो वहीं दूसरी ओर सरकार इस आन्दोलन को बिना किसी हल और मांग को पूरा किये बिना खत्म करना चाहती है. बता दें कि ये किसानों का पहला आन्दोलन नहीं है इससे पहले भी किसान अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे थे और देश की अर्थव्यवस्था को उथल-पुथल कर दिया था. जी हां, हम बात कर रहे हैं साल 2021 की.जब पहली बार देश का अन्नदाता सड़कों पर उतरा था जिसके कारण पंजाब और हरियाणा सरकार को 3500 करोड़ रुपये का भारी नुकसान झेलना पड़ा था. अभी 2021 में हुए पहले आंदोलन की भरपाई भी नहीं हो पाई थी कि एक बार फिर किसानों ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है. जिससे एक बार फिर देश की अर्थव्यवस्था की हालत बिगड़ने वाली है. वहीं दूसरी ओर पंजाब में किसानों को रोकने के लिए सीमावर्ती जिलों में पुलिस प्रशासन ने कई लेयर में सुरक्षा व्यवस्था खड़ी कर दी है.
हड़ताल से अर्थव्यवस्था को लगेगी करोड़ों की चोट
भारतीय वाणिज्य और उद्योग मंडल (एसोचैम) के अनुसार साल 2021 में किसानों की हड़ताल से पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्थाओं को प्रतिदिन 3,500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था और वहीं दूसरी ओर केवल उत्तर रेलवे को इस आंदोलन के कारण 891 करोड़ रुपये के राजस्व और 2,200 करोड़ रुपये की कुल कमाई का नुकसान झेलना पड़ा था.
रोकने के लिए प्रशासन की तैयारियों पर एक नज़र
पंजाब के संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के सिद्धूपुर गुट ने 13 फरवरी को दिल्ली कूच का ऐलान किया है जिससे हरियाणा के व्यापारी भी एक बार फिर परेशान हो गए हैं. हालांकि प्रशासन ने किसानों को पंजाब में रोकने की कवायद शुरू करते हुए सीमावर्ती जिलों में पुलिस प्रशासन ने कई लेयर में सुरक्षा व्यवस्था तैयार की है.
सिरसा के डबवाली में 14 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स तैनात
सिरसा में कुल 14 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स पहुंच चुकी है वहीं डबवाली में पंजाब के साथ लगती दो सीमाओं पर चार कंपनियों को तैनात किया गया और राजस्थान के अजमेर, जयपुर, हरियाणा के सोनीपत, कैथल, पंजाब के जालंधर से अर्द्धसैनिक बलों की नौ कंपनियां अकेले डबवाली पुलिस जिला में पहुंच गई हैं. जिनमें से छह कंपनियां डबवाली शहर में तैनात रहेंगी साथ ही प्रशासन ने सिरसा के घग्गर पुल को वन वे कर दिया.
शंभु टोल बंद होने से 70 लाख राजस्व का नुकसान
10 फरवरी को ही शंभू बार्डर को बंद कर दिया गया और ये टोल प्लाजा अभी आगामी आदेशों तक बंद ही रहेगा. वहीं टोल प्लाजा बंद होने से सरकार को रोजाना करीब 70 लाख रुपये के राजस्व का नुकसान होगा. पंजाब से दिल्ली वाया अंबाला कूच करने वाले किसानों को पंजाब में ही रोकने के लिए आठ लेयर सुरक्षा व्यवस्था की गई है. इसमें सबसे पहले सरियों की कीलों वाली लेयर बनाई गई है और फिर 7 फुट ऊंची कंकरीट की दीवार, रेडिमेड कंकरीट की दीवार, सरिए, कीलों वाली लेयर, कटीले तार के अलावा करंट की व्यवस्था भी प्रशासन ने की है
पंजाब की सीमाएं सील, सड़कों पर ठोंकी कीलें
फतेहाबाद जिला प्रशासन ने पंजाब के साथ लगती सभी सीमाओं को पूरी तरह सील कर दिया गया है. सड़कों पर कील गाड़ दी हैं. सीमेंट के पिलर्स को क्रेन से उठाकर सड़कों के बीचों-बीच रख दिया गया है. टोहाना से पंजाब व चंडीगढ़ को जाने वाले हाईवे 148बी मार्ग पर थ्री लेयर बैरिकेड्स क्रंकीट की दीवार, मिट्टी के ऊंचे ढेर तथा बड़े-बड़े पत्थरों को मार्ग में डाला गया है. हाईवे 148बी मार्ग पर मनियाना सहित गांव सिंबलवाला को भी सील कर दिया है और हिसार रोड पर दो नहरों के पुलों के दोनों ओर कंक्रीट की दीवार व बैरिकेड्स लगाकर पूरी तरह से बंद कर दिया है. जिसके चलते अब हिसार, बरवाला व उकलाना से आने वाले वाहनों को लिंक मार्गों से होकर आना पड़ेगा.
अर्धसैनिक बलों की पांच कंपनियां तैनात
जींद में पंजाब से आने-जाने के लिए हरियाणा के दो मुख्य बॉर्डर हैं. गांव दातासिंह वाला बॉर्डर, महासिंह वाला बॉर्डरों को प्रशासन द्वारा पूरी तरह से सील कर दिया गया है. प्रशासन ने गांव दातासिंह वाला बॉर्डर के पास एक तरफ की सड़क को टैंट के पर्दों से पूरी तरह ढक दिया है. कंटीली तार व सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं. वहीं गांव उझाना के पास सिरसा ब्रांच नहर पर पानी की पाइप व सीमेंट के बैरिकेड्स लगाकर एक तरफ रास्ता बंद कर दिया गया है. रोडवेज की 20 बस अर्धसैनिक बलों को देने से कई रूट प्रभावित रहे.
रूट डायवर्ट एडवाइजरी जारी
सभी मार्ग व्यवसायिक वाहनों के लिए बंद कर दिये गए हैं. पुलिस ने भारी वाहन चालकों के लिए रूट एडवाइजरी जारी की है. 13 फरवरी से प्रस्तावित किसान संगठनों द्वारा दिल्ली कूच के आह्वान के संबंध में पुलिस ने ट्रक चालकों के लिए एडवाइजरी जारी की है. हरियाणा से गुजरते हुए पंजाब, चंडीगढ़ को जाने वाले सभी मार्ग व्यवसायिक वाहनों के लिए 11 फरवरी से बन्द कर दिये गए हैं.
16 फरवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल की तैयारी
किसान, मजदूर और कर्मचारी संगठन 16 फरवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल की तैयारी में जुट गए हैं. 10 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा, केंद्रीय श्रमिक संगठनों और कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने ऑनलाइन बैठक कर हड़ताल की रणनीति बनाई. किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसान संगठन, ट्रेड यूनियन सीटू, इंटक, एटक, एमएमएस, एआइयूटीयूसी से जुड़े सभी मजदूर संगठनों, खेत मजदूर संगठनों, सर्व कर्मचारी संघ, हरियाणा कर्मचारी महासंघ व अन्य कर्मचारी संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया.
नोएडा में बारिश के कारण मौसम सुहाना हो गया है. लोगों को भीषण गर्मी से निजात मिल गई है. मगर इस बारिश ने प्राधिकरण के सभी दावों को जहां एक ओर पोल खोलकर रख दी है. तो वहीं दूसरी ओर लोगों के लिए एक नई मुसीबत खड़ी कर दी है. झमाझम बारिश को कारण जगह-जगह जलभराव हो गया है. जिससे शहर में जगह-जगह भीषण जाम लगने की स्थिति पैदा हो गई है.
झमाझम बारिश के बाद जाम से लोग हुए हलकान
झमाझम बारिश होने के कारण कई जगह भीषण जाम लग गया है. जाम लगाने के कारण लोगों को अपने ऑफिस और घर जाने में परेशानी हो रही है. वहीं नोएडा के महामाया से चिल्ला बॉर्डर , कालन्दी कुंज से नोएडा सेक्टर 37 जाने वाले मार्ग पर भीषण जाम लग गया है जिससे वाहन सवार सड़कों पर रेंग-रेंग कर चल रहे हैं. जाम लगने से सैकड़ों की संख्या में वाहन फंस गए हैं. ये जाम 1 घंटे से ज़्यादा समय से लगा हुआ है. जिसे खुलवाने के लिए नोएडा ट्रैफ़िक विभाग काफी प्रयास कर रहा है. दरअसल बारिश होने के कारण वाहनों की रफ़्तार थम गई है. जिसके कारण जगह-जगह जाम लग रहा है.
पवित्र कांवड़ यात्रा शुरू हो चुकी है। इस दौरान कहीं तो कांवड़ियों का श्रवण कुमार जैसा रूप नजर आ रहा है तो कहीं कांवड़ियों के रौद्र रूप का भाजन आम जनता बन रही है। जी हां ऐसा ही एक वाकया शनिवार को सामने आया है। जहां कांवड़ियों की विकराल रूप ने एक शख्स को अस्पताल पहुंचा दिया। दरअसल गाजियाबाद- मेरठ हाईवे पर कांवड़ियों का एक जत्था मुरादनगर के गांव रावली से निकल रहा था। इसी दौरान श्रीहंस इंटर कॉलेज के सामने एक कार काफी तेज रफ्तार से रावली-सुराना रोड की तरफ आई। इस रोड पर कांवड़िये भी चल रहे थे। तभी कार के छूते ही एक कांवड़िये की कांवड़ जमीन पर गिर गई। जिससे कांवड़ खंडित हो गई। जिसके बाद गुस्साए कांवड़ियों ने जमकर हंगामा काटा।
कांवड़ खंडित होने से गुस्साए कांवड़िए
कांवड़ खंडित होने के बाद जत्थे में शामिल बाकी कांवड़िये अपना आपा खो बैठे। जिसके बाद कांवड़ियों ने कार पर चढ़कर तोड़-फोड़ शुरू कर दी। यहां तक कि कार के ड्राइवर को भी नहीं बख्शा। ड्राइवर को कार से बाहर खींच कर जमकर पिटाई कर दी। वहीं इस पूरी घटना को दौरान वहां मौजूद किसी भी शख्स ने बजाय कांवड़ियों को रोकने के वीडियो बनाना शुरू कर दिया। वहीं इस घटना के दौरान करीब एक घंटे तक कांवड़िये हंगामा काटते रहे मगर पुलिस प्रशासन नदारद रहा। एक घंटे बाद जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तब तक कांवड़ियों ने कार को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया था। जिसके बाद घायल ड्राइवर को अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल पुलिस मामले की आगे की जांच पड़ताल में जुटी हुई है।
पुलिस प्रशासन पर भी उठ रहे सवाल
वहीं इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं। आखिर एक घंटे तक प्रशासन का कोई जिम्मेदार वहां क्यों नहीं पहुंचा। क्या यही है पुलिस की सतर्कता। पुलिस प्रशासन समय रहते घटना स्थल पर क्यों नहीं पहुंचा। इन हादसों का जिम्मेदार कौन है। अगर कांवड़ियों की पिटाई से शख्स की जान चली जाती, क्या तब भी प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठे रहता। आपको बता दें कि कांवड़ यात्रा शुरू होने के बाद ये पहला वाकया नहीं है जब कांवड़िये बेकाबू हुए है। बल्कि कांवड़ यात्रा शुरू होने के 5 दिनों के अंदर ये तीसरा मामला है जब कांवड़ियों ने आपा खोया है।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सेंट्रल नोएडा से नजदीकी के कारण इस इलाके को नोएडा एक्सटेंशन भी कहा जाता है लेकिन यहां पर समस्याएं इतनी ज्यादा हैं कि यहां रहने वाले लोग इसे नोएडा-एक-टेंशन कहने लगे हैं. बिल्डरों और अथॉरिटी के धोखे की कहानी तो खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. ऊपर से ग्रेटर नोएडा की सड़कों पर आए दिन होने वाला ट्रैफिक जाम स्थायी समस्या बन कर रह गया है. पुलिस ने गोलचक्करों को बंद करके ट्रैफिक जाम पर अंकुश लगाने की कोशिश की थी. मगर यह कोशिश भी नाकाम साबित हुई. इसके अलावा यहां की सड़कों का हाल तो सबसे ज्यादा बेहाल है. यहां की सड़कों पर जहां-तहां गड्ढे ऐसे हो रखे हैं जैसे मानो कभी सड़क बनी ही नहीं थी.
जगह-जगह ढेरों गड्ढे हादसों को दे रहे दावत
ग्रेटर नोएडा वेस्ट का सबसे व्यस्त और फेमस चौक है चार-मूर्ति चौक. चार-मूर्ति गोल चक्कर पर ट्रैफिक का भी भारी दबाव रहता है. अक्सर सुबह और शाम के समय यहां पर जाम की स्थिति देखने को मिल ही जाती है. गोलचक्कर को आधा बंद किया गया है लेकिन इसके बावजूद यहां पर लोगों को भारी ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ता है. इसका एक कारण तो यहां सड़क पर बने बड़े-बड़े गड्ढे हैं. वहीं जब आप नोएडा से सूरजपुर की ओर जाते हैं तो गौर सिटी सेंटर के सामने गोल चक्कर पर बहुत से छोटे-बड़े गड्ढे हैं. जो गाड़ियों की रफ्तार को धीमा कर देते हैं. आने वाले समय में ये गड्ढे एक्सीडेंट का कारण भी बन सकते हैं. ऐसा नहीं है कि सिर्फ चार-मूर्ति गोलचक्कर पर ही गड्ढे हैं, बल्कि जब आप पर्थला सिग्नेचर ब्रिज से चार-मूर्ति की ओर जाते हैं तो रास्ते में ढेरों गड्ढे हैं जो हादसों को दावत दे रहे हैं.
प्रशासन की नहीं टूट रही कुंभकर्णी नींद
चार-मूर्ति गोलचक्कर बंद किया गया है. जिसकी वजह से गाड़ियों को हिंडन ब्रिज पार करके नोएडा की ओर आकर यू-टर्न लेना पड़ता है. बाइक सवारों ने हिंडन ब्रिज से पहले डिवाइडर की कंटीली तार को हटाकर यहां पर अवैध कट बना लिया है. जिसके कारण यहां ट्रैफिक न सिर्फ स्लो होता है,बल्कि एक्सीडेंट का खतरा भी बना रहता है. वहीं ग्रेटर नोएडा से नोएडा की ओर जाने वाले रास्ते पर भी गड्ढों का राज है. चिंताजनक बात तो ये है कि प्रशासन का इस ओर ध्यान ही नहीं जा रहा है. स्थानीय लोग बार-बार शिकायत करते हैं, लेकिन प्रशासन की नींद टूटने का नाम नहीं ले रही है.
नोएडा में आए दिन लगने वाले जाम से अक्सर शहरी हलकान होते रहते हैं. वहीं अब इस जाम से निपटने की तैयारी शुरू हो गई है. इसके तहत नोएडा के मुख्य 10 स्थानों पर जाम में कमी लाने की तैयारी है. इन जगहों पर सुबह-शाम लोग लंबे जाम में लोग फंसते हैं. जिसको लेकर नोएडा प्राधिकरण ने एक सलाहकार कंपनी के जरिए जाम के कारण तलाशने के लिए सर्वेक्षण शुरू कर दिया है. कंपनी की सर्वे रिपोर्ट अगले 20 दिन में आ जाएगी. इस रिपोर्ट के पर ही संबंधित स्थानों पर जरूरी कामों को अंजाम दिया जाएगा. अधिकारियों का कहना कि अगले चरण में शहर के बाकी हिस्सों में जाम में कमी लाने के लिए काम किए जाएंगे.
कंपनी का सर्वेक्षण कार्य शुरू
नोएडा को दिल्ली से जोड़ने वाले बॉर्डर समेत अन्य स्थानों पर लोगों को रोजाना लंबे जाम में फंसना पड़ रहा है. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से सेक्टर-62 मॉडल टाउन होते हुए सेक्टर-60 अंडरपास तक आने वाले रास्ते पर भी पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रहती है. इस पूरे रास्ते का भी प्राधिकरण अध्ययन करा रहा है. इसको देखते हुए नोएडा प्राधिकरण ने मुख्य स्थानों पर लगने वाले जाम में कमी लाने के लिए संबंधित कारणों को तलाशने का निर्णय लिया है. इसके लिए टाउन प्लानर एसोसिएट सलाहकार का चयन कर सर्वेक्षण का काम शुरू करा दिया गया है. इस सलाहकार की टीम के सदस्यों ने प्राधिकरण की ओर से दी गई 10 स्थानों की सूची के तहत मौके पर जाकर जाम की हकीकत देखनी शुरू कर दी है.
अगले महीने से होगा सड़क चौड़ीकरण का काम
वहीं चिल्ला बॉर्डर की तरफ से आते समय सेक्टर-16ए फिल्म सिटी के सामने 200-300 मीटर दायरे में सड़क चौड़ी की जानी है. इसके लिए फुटपाथ को छोटा किया जाएगा. प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि सड़क चौड़ीकरण का काम अगले महीने से शुरू हो जाएगा. वहीं महामाया फ्लाईओवर की तरफ से आकर चिल्ला बॉर्डर की तरफ जाने वाली सड़क भी चौड़ी होनी है. इसका काम शुरू होने में अभी वक्त लगेगा. यहां 200 से अधिक पेड़ शिफ्ट किए जाने हैं. इसके अलावा सेक्टर-95 दलित प्रेरणा स्थल के सामने सड़क चौड़ी करने के लिए इसके कुछ हिस्से को कम करना होगा.
इन 10 स्थानों की जाम की स्थिति में होगा सुधार
पहले चरण में जिन 10 स्थानों की जाम की स्थिति में कमी लाने के प्रयास किए जाएंगें. उनमें डीएनडी पर प्रवेश व निकासी रास्ता, सेक्टर-105 हाजीपुर अंडरपास, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से सटा सेक्टर-62 मॉडल टाउन गोलचक्कर, एमपी तीन रास्ते पर सेक्टर-73 एवं 122 के सामने, सेक्टर-112, 115 के सामने, सेक्टर-74, 75, 76, 77 चौराहा, एफएनजी रोड पर सेक्टर-119 कट, सेक्टर-93, 93ए, 93बी, 92 चौराहा, डीएस मार्ग पर सेक्टर-70, 67 तिराहा, सेक्टर-63, 65, 67 और 69 चौराहा को शामिल किया गया है.
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022