ग्रेटर नोएडा में सोमवार सुबह एक बुजुर्ग का खून से सना शव बरामद हुआ था। बुजुर्ग को सिर और गले पर चाकू से मारकर मौत के घाट उतारा गया था। वहीं अब इस घटना को लेकर चौंका देने वाला खुलासा हुआ है। इस हत्याकांड को अंजाम देने वाला आरोपी कोई और नहीं एक रिटायर्ड सीओ का बेटा है। चौकीदार की टोका-टोकी से नाराज होकर आरोपी ने उसे मौत के घाट उतार दिया था। जिसे थाना नॉलेज पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या था पूरा मामला?
आपको बता दें कि मूलरूप से बिलासपुर छत्तीसगढ़ के रहने वाले 60 वर्षीय बुजुर्ग नंदराम ग्रेटर नोएडा गांव कुंडली में परिवार के साथ किराए के मकान में रहते थे। वह जेपी अमन सोसाइटी में चौकीदार थे । सोमवार को उनका शव जेपी अमन सोसाइटी से गांव कुंडली की ओर जाने वाले रास्ते के पास पुलिया पर मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव की शिनाख्त के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पीएम रिपोर्ट में बुजुर्ग की के सिर और गले पर चाकू मारकर हत्या करने की बात सामने आई थी।
सोसाइटी में आते-जाते टोका-टाकी करने से नाराज था आरोपी
पकड़ा गए आरोपी शाश्वत सिंह के पिता शील कुमार सिंह यूपी पुलिस के रिटायर्ड सीओ रह चुके हैं। शील कुमार मूलरूप से शाहजहांपुर के रहने वाले हैं और उनका ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 150 स्थित जेपी अमन सोसाइटी में भी फ्लैट है। यहां उनका बेटा शाश्वत सिंह रहता है। पुलिस की माने तो रिटायर्ड सीओ के बेटे शाश्वत सिंह निवासी जेपी अमन सोसाइटी ने वारदात को अंजाम दिया था। बुधवार को गिरफ्तार किए गए आरोपी ने पूछताछ में बताया कि चौकीदार नंदराम सोसाइटी में आते-जाते उसके साथ टोका-टोकी करता था। उसने कई बार नंदराम को ऐसा करने से मना किया था। जिसके बाद बीते सोमवार उसने नंदराम के सिर और गले पर चाकू मारकर उसे मौत के घाट उतार दिया।
Greater Noida: बीटा टू थाना पुलिस को 9 अगस्त को एक व्यापारी के गायब होने की सूचना मिली थी, जिसका ग्रेटर नोएडा पुलिस ने खुलासा कर दिया है। ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा-2 पुलिस और SWAT टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुये हत्या करने वाले आरोपी प्रवीण को एलजी गोल चक्कर गंदे नाले के पास से गिरफ्तार कर लिया है. वहीं पुलिस को आरोपी के कब्जे से आलाकत्ल हथौड़ा और घटना में इस्तेमाल आरोपी की कार, जिसका रजिस्ट्रेशन नम्बर डीएल 8 सीएएन 5001 बरामद कर लिया है। साथ ही आरोपी की निशानदेही पर एलजी गोल चक्कर से शारदा गोल चक्कर के बीच टी-सीरीज की खाली पड़ी भूमि की झाड़ियों से गुमशुदा मृतक अंकुश शर्मा के शव को बरामद कर लिया गया है। मृतक व्यापारी अंकुश गोल्फ विस्टा अपार्टमेन्ट में रहते थे। मृतक अंकुश के परिजनों द्वारा 10 अगस्त को मृतक के घर न आने पर थाना बीटा-2 पर गुमशुदगी दर्ज करायी गयी थी. जिसके सम्बन्ध में सीसीटीवी फुटेज में अंतिम बार मृतक को प्रवीण के साथ देखे जाने के आधार पर पूछताछ करने पर अभियुक्त प्रवीण द्वारा गुमशुदा की हत्या कर देने की घटना प्रकाश में आई.
फ्लैट की खरीद-फरोख्त में हुई हत्या
दरअसल व्यापारी अंकुश अपने एक फ्लैट को बेचने के लिए ब्रोकर संचित के माध्यम से अभियुक्त प्रवीण के संपर्क में आया था. 20 अगस्त को दोनों के बीच एक करोड़ 18 लाख में डील तय हुई थी. मगर जुलाई के पहले हफ्ते में जब अंकुश कनाडा से वापस आया तो प्रवीण से तय सौदे से 20 लाख रुपये ज्यादा मांगने लगा. जिसके बाद 5 अगस्त को 11 लाख पर डील फाइनल हुई. मगर अभियुक्त के पास देने के लिए पैसे नहीं थे. जिसके बाद प्रवीण ने अंकुश की हत्या की योजना बना ली. जिसके बाद योजना के तहत 9 अगस्त को प्रवीण ने अंकुश को 11 लाख रुपये देने के लिए बुलाया. जिस पर अंकुश ने दो बजे अपने ऑफिस सत्यम काम्पलैक्स अल्फा-2 पर मिलने की बात कहीं. आरोपी आधा घंटा पहले ही अंकुश के ऑफिस पहुंच गया और गाड़ी में अंकुश का इंतजार करने लगा. जब दो बजे अंकुश आया तो हत्यारे ने उसे लस्सी में मिला कर एक नशीला पदार्थ पिला दिया.
पूरी प्लानिंग के साथ दिया वारदात को अंजाम
इसके बाद अभियुक्त प्रवीण ने अंकुश शर्मा को अपनी कार में लेकर अपने घर की ओर चल दिया और एसकेए सोसाइटी पार्किंग थाना सूरजपुर में ले गया. जब अंकुश सीट पर ही बेहोश हो गया तो पार्किंग में ही प्रवीण ने गाड़ी की सीट के नीचे से हथौड़ा निकालकर मृतक के सर पर मारा. जिससे उसके सर से खून बहने लगा और उसकी मृत्यु हो गई. इसके बाद अभियुक्त प्रवीण ने मृतक के मोबाइल फोन से वकील और अंकित के व्हाट्सएप पर पैसे मिलने और डाक्यूमेंट तैयार कराने का मैसेज भेजा. जिससे किसी को अभियुक्त प्रवीण पर शक न हो. गाडी के हैड रैस्ट और पीछे मैट पर खून फैल गया था. प्लान के मुताबिक अभियुक्त प्रवीण ने गाड़ी बेसमेंट पार्किंग में खडी कर दी और पार्किंग में से गाड़ी निकालकर एलजी गोल चक्कर होते हुए शारदा गोल चक्कर की तरफ टी सीरीज की जमीन के सामने झाडियों में ले जाकर मृतक के शव को छिपा दिया था. इस दौरान गाड़ी में मृतक का काफी खून लग गया था जिसको अभियुक्त ने जैतपुर में ही कार्सटाउन पर धुलवा दिया था. जब गाड़ी धुलने वाले ने खून लगे होने का कारण पूछा तो प्रवीण ने बताया कि मेरे बेटे के सर में चोट लग गयी थी. उसे जब मैं अस्पताल लेकर गया था तब उसका खून गाडी में लग गया था. बता दें कि अभियुक्त प्रवीण वर्ष 2004 में दिल्ली पुलिस में आरक्षी पद पर भर्ती हुआ था वर्तमान में कई माह से निलंबित चल रहा था.
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