सरफराज खान अपने टेस्ट डेब्यू के साथ ही दुनियाभर में छा गए हैं। वे आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में भी बड़े बड़े खिलाड़ियों को पछाड़ने में कामयाब रहे हैं। डोमेस्टिक क्रिकेट में नाम कमाने वाले युवा बल्लेबाज सरफराज खान अब भारतीय टीम के भी खिलाड़ी बन गए हैं। उनके इंटरनेशनल डेब्यू का इंतजार पिछले करीब दो साल से हो रहा था, जो इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में पूरा हो गया। सरफराज ने जैसे घरेलू क्रिकेट में रन बनाए, उसी तरह का आगाज इंटरनेशनल में भी किया। पहले ही टेस्ट की दोनों पारियों में अर्धशतक लगाने वाले वे भारत के कुछ चुनिंदा खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने आईसीसी रैंकिंग की टॉप 100 खिलाड़ियों की लिस्ट में एंट्री कर ली है।
डेब्यू टेस्ट की दोनों पारियों में जड़े अर्धशतक
सरफराज खान ने इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच में अपना डेब्यू किया। राजकोट में खेले गए इस मैच की पहली पारी में सरफराज खान ने 62 रन की बेहतरीन पारी खेली। इसमें उनके बल्ले ने 9 चौके और एक आसमानी छक्का जड़ा। वहीं दूसरी पारी में भी सरफराज ने अपना धुआंधार धमाका जारी रखा। इस बार सरफराज के बल्ले से 72 बॉल पर 68 रन आए। उन्होंने 6 चौके और तीन छक्के लगाए।
सरफराज आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में 75वें स्थान पर आए
आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में सरफराज 75वें स्थान पर आ गए हैं। उनकी रेटिंग 419 की है। बड़ी बात ये है कि वे भारत के अलावा दुनियाभर के कई दिग्गज खिलाड़ियों की लिस्ट में शुमार हो गए हैं। रैंकिंग में टॉप 100 की लिस्ट में वे भारतीय टीम के स्टार खिलाड़ियों में शुमार रविचंद्रन अश्विन से आगे निकल गए हैं। जो इस वक्त 394 की रेटिंग के साथ 80वें स्थान पर हैं। वहीं उन्होंने मार्को यानसेन, रचिन रवींद्र और तेज नारायण चंद्रपॉल को भी पीछे छोड़ दिया है।
रांची टेस्ट में होगी असली परीक्षा
सरफराज की असली परीक्षा तो रांची टेस्ट में होगी। इंग्लैंड को भी उम्मीद नहीं होगी कि सरफराज खान भारतीय स्क्ववाड में शामिल हो जाएंगे। सरफराज ने इससे पहले इंटरनेशनल मैच नहीं खेले हैं, इसलिए उनकी बल्लेबाजी स्टाइल के बारे में भी अंग्रेजी गेंदबाजों को अब तक ज्यादा पता नहीं था। अब सरफराज एक मैच खेल चुके हैं और उनकी बल्लेबाजी शैली से इंग्लैंड वाकिफ हो चुका है, इसलिए वे अगले मैच में उस रणनीति के हिसाब से उन्हें गेंदबाजी करेगा। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि रांची टेस्ट में उनका प्रदर्शन कैसा होता है।
सरफराज खान के बाद अब उनके छोटे भाई मुशीर खान भी मैदान पर उतर आए हैं। देखा जाए तो दोनों भाई एक से बढ़कर एक हैं। एक ओर सरफराज हैं जिन्होंने राजकोट टेस्ट में अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए तो वहीं दूसरी ओर उनके छोटे भाई मुशीर खान उनसे भी एक कदम आगे हैं। मुशीर खान ने रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल मैच में बड़ौदा के खिलाफ दोहरा शतक लगाया है।
18 चौकों की बदौलत पूरा किया दोहरा शतक
मुशीर खान ने बड़ौदा के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल मैच की पहली पारी में 357 गेंदों का सामना करते हुए 203 रन बनाए। जिसमें वो आखिर तक नाबाद रहे। उनकी इस पारी में 18 चौके शामिल रहे। मुशीर के दोहरे शतक की बदौलत मुंबई ने पहली पारी में 384 रन बनाए।
फर्स्ट क्लास क्रिकेट करियर का सबसे बड़ा स्कोर
आपको बता दें कि सरफराज के भाई मुशीर के बल्ले से निकला दोहरा शतक उनके फर्स्ट क्लास क्रिकेट करियर का सबसे बड़ा स्कोर है। ये उनके फर्स्ट क्लास करियर की सबसे बड़ी पारी है, जो कि सिर्फ चौथे मैच में ही आई है। इससे पहले उन्होंने 3 फर्स्ट क्लास मैचों में बस 96 रन बनाए थे। इस दोहरे शतक को जड़कर 18 साल 362 दिन के मुशीर रणजी ट्रॉफी में ऐसा करने वाले मुंबई के दूसरे युवा बल्लेबाज बन गए हैं। जबकि पहले स्थान पर वसीम जाफर के नाम है, जिन्होंने 18 साल 262 दिन में दोहरा शतक मुंबई के लिए लगाया था।
मुश्किल हालात को मौके की तरह भुनाया
रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल मैच के दौरान बड़ौदा के खिलाफ मुशीर का दोहरा शतक सिर्फ उनके कीर्तिमानों के लिए ही खास नहीं है। बल्कि, ये इनिंग जिन हालातों में खेली गई, वो हालात भी खास हैं। मैच के दौरान पृथ्वी शॉ, अजिंक्य रहाणे समेत 4 विकेट 100 रन के अंदर गंवाकर मुंबई की टीम एक वक्त मुश्किल में दिख रही थी। लेकिन, मुशीर ने इस हालात को खुद के लिए मौके की तरह भुनाया और दोहरा शतक जड़कर खुद के साथ- साथ टीम की भी नइया पार लगा दी।
राजकोट टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ दोनों पारियों में अर्धशतक लगाकर धमाकेदार डेब्यू देने के बाद सरफराज खान की इंडियन प्रीमियर लीग 2024 में एंट्री हो सकती है। वहीं में इंडियन प्रीमियर लीग 2024 से सरफराज का यह फॉर्म अब दिल्ली कैपिटल्स को खटक रहा है। दरअसल सरफराज खान को दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने नए सीजन से पहले रिलीज कर दिया था। दिल्ली से पहले वह चार साल तक विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम का हिस्सा थे। इसके बाद वह पंजाब किंग्स में आए फिर दिल्ली की टीम ने उन्हें खरीदा था। हालांकि घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने के बाद भी सरफराज आईपीएल में किसी भी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं।
2022 में दिल्ली कैपिटल्स का बने थे हिस्सा
दिल्ली कैपिटल्स के साथ सरफराज खान 2022 में जुड़े और दो सीजन टीम के लिए खेले। जिसमें उन्हें 10 मैचों में मौका मिला और वह सिर्फ 144 रन बना सके। वहीं सौरव गांगुली का मानना है ’कि सरफराज मुख्य रूप से एक रेड-बॉल खिलाड़ी हैं। टी20 क्रिकेट में सरफराज खुद को नहीं ढाल पाए हैं। यही कारण है कि फ्रेंचाइजी ने उन्हें रिलीज करने का फैसला लिया।’
IPL 2024 के लिए दो टीमें सरफराज को जोड़ना चाह रहीं
इंडियन प्रीमियर लीग 2024 की नीलामी में सरफराज खान 20 लाख के बेस प्राइस पर आए, लेकिन उन पर किसी भी फ्रेंचाइजी ने बोली नहीं लगाई। वहीं अब टीम इंडिया के लिए दमदार डेब्यू करने के बाद उनकी किस्मत के सितारे पलट सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक सरफराज को दो टीमें अपने साथ जोड़ना चाह रही है, जिसमें कोलकाता नाइट राइडर्स और चेन्नई सुपर किंग्स है। इसके अलावा उनकी पुरानी फ्रेंचाइजी आरसीबी भी उन्हें अपने साथ लेने की इच्छुक है, लेकिन संभावना केकेआर और सीएसके की अधिक बन रही है।
अगर हम सरफराज खान और मुशीर खान के लिए ये कहें कि एक सेर तो दूसरा सवा सेर तो गलत नहीं होगा। जहां एक ओर सरफराज अपनी विरोधी टीम के पसीने छुड़ा देते हैं तो दूसरे जनाब के लिए ये कहना गलत नहीं होगा कि वो हारी बाजी को जिताने का दम रखते हैं। जहां सरफराज खान ने पिछले कुछ सीजनों में मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी में जमकर रन बरसाए लेकिन इसके बावजूद भी वो कमाल नहीं कर सके जो उनके छोटे भाई मुशीर ने इस रणजी सीजन में कर दिया। अंडर-19 वर्ल्ड कप में कमाल का प्रदर्शन करने के बाद उन्होंने मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी में भी यही दम दिखाया।
मुंबई ने रिकॉर्ड 42वीं बार रणजी ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया
दरअसल गुरुवार 14 मार्च को मुंबई और विदर्भ के बीच रणजी ट्रॉफी फाइनल का आखिरी दिन था, जहां विदर्भ की दमदार कोशिशों के बावजूद खिताब मुंबई की झोली में ही आया। विदर्भ की पारी 368 रन पर खत्म हो गई और इस तरह मुंबई ने 169 रनों से ट्रॉफी अपने नाम कर ली। इस जीत के कई सितारों में से एक मुशीर खान भी थे, जिन्होंने फाइनल में बैटिंग और बॉलिंग में कमाल करते हुए टीम को खिताब तक पहुंचाया। इस ऑलराउंडर के कमाल के प्रदर्शन की मदद से मुंबई ने रिकॉर्ड 42वीं बार रणजी ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया।
सरफराज सेर तो मुशीर सवा सेर
मुंबई और विदर्भ के बीच रणजी ट्रॉफी के फाइनल की पहली पारी में नाकाम होने के बाद मुशीर ने दूसरी पारी में जबरदस्त वापसी की। मुशीर ने इस पारी में 136 रन बनाए और टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाया। इसके बाद मुशीर ने विदर्भ के कप्तान करुण नायर समेत टॉप ऑर्डर के 2 विकेट हासिल कर टीम की जीत की बुनियाद रखी। मुशीर ने इस प्रदर्शन के दम पर वो कर दिखाया, जो रनों का अंबार लगाने के बावजूद बड़े भाई सरफराज भी नहीं कर सके। न सिर्फ मुशीर ने मुंबई के साथ रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता, बल्कि फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच भी चुने गए। 19 साल के इस युवा ऑलराउंडर को इनाम में 50 हजार रुपये मिले, जिसे वो शायद ही कभी भूलेंगे पायेंगे। आपको बता दें कि सरफराज मुंबई के लिए रणजी का खिताब नहीं जीत सके और न ही फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच बने थे, लेकिन उनके भाई ने ये दोनों ही कमाल कर दिखाए।
मुशीर में टीम इंडिया की कमी को पूरा करने का दम
अगर आने वाले वक्त की बात करें तो मुशीर टीम इंडिया में अपनी जगह के लिए दावा ठोक सकते हैं क्योंकि उनमें वो काबिलियत है, जिसकी तलाश टीम इंडिया को रहती है। एक दमदार बैटर होने के साथ ही एक उपयोगी स्पिनर होना मुशीर की खासियत है। मुशीर ने इस सीजन की सिर्फ 5 पारियों में ही 433 रन ठोंके, जिसमें 2 शतक और एक अर्धशतक शामिल हैं, इसके साथ ही 5 विकेट भी झटके हैं। भारतीय टीम में पिछले कुछ सालों में ऐसे खिलाड़ियों की कमी देखने को मिली है, जो टॉप ऑर्डर में अच्छी बैटिंग के साथ ही गेंद से भी मदद कर सकें। देखा जाए तो ये कहना गलत नहीं होगा कि मुशीर टीम इंडिया की कमी को पूरा करने का दम रखते हैं।
आईपीएल के नए सीजन का आगाज होने ही वाला है और हर क्रिकेट प्रेमी की निगाहें इस पर टिकी हुई हैं। इस दौरान अगले दो महीनों तक इंटरनेशनल क्रिकेट से हर किसी का ध्यान भी हट जाएगा, लेकिन इन सबसे पहले अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने एक और बड़ा फैसला लिया है। आपको बता दें कि बीसीसीआई ने पिछले महीने ही मौजूदा इंटरनेशनल सीजन के लिए सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट्स का ऐलान किया था, जिसमें ईशान किशन और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों को बाहर कर दिया गया था। वहीं अब बोर्ड ने इसमें थोड़ा बदलाव करते हुए 2 खिलाड़ियों को शामिल किया है, लेकिन ये खिलाड़ी ईशान या अय्यर नहीं बल्कि ध्रुव जुरेल और सरफराज खान हैं।
सरफराज-जुरेल ने एक साथ टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया
बीसीसीआई की सोमवार 18 मार्च को हुई एपेक्स काउंसिल की बैठक में टीम इंडिया के इन दो नए खिलाड़ियों सरफराज-जुरेल को कॉन्ट्रेक्ट देने पर मुहर लगा दी गई है। साथ ही इस बैठक में कई अन्य मामलों पर भी चर्चा हुई। आपको बता दें कि सरफराज और ध्रुव जुरेल ने एक साथ टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था और दोनों को इंग्लैंड के खिलाफ हुई 5 मैचों की टेस्ट सीरीज से मौका मिला था। इस टेस्ट सीरीज में भारत के लिए 5 खिलाड़ियों ने टेस्ट डेब्यू किया। इसमें से राजकोट में खेले गए तीसरे टेस्ट में सरफराज और जुरेल को मौका मिला था और उसके बाद अपने प्रदर्शन के दम पर उन्होंने सीरीज के आखिरी 3 टेस्ट खेले। धर्मशाला में खेले गए 5वें टेस्ट मैच में भी दोनों को मौका मिला था और इसके साथ ही उनके सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट में आने का रास्ता साफ हो गया।
दोनों खिलाड़ियों को मिलेंगे सालाना 1 करोड़ रुपये
वहीं अगर बीसीसीआई के रिटेनरशिप नियमों की बात करें, तो इन नियमों के मुताबिक अगर कोई भी खिलाड़ी एक कॉन्ट्रेक्ट ईयर में 3 टेस्ट या 8 वनडे या 10 टी20 इंटरनेशनल खेलता है तो उसे सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट में जगह मिल जाती है। ध्रुव और सरफराज ने ये शर्त पूरी की और उन्हें सीधे C-ग्रेड में एंट्री मिली। ये ग्रेड बोर्ड के 4 ग्रेड में सबसे नीचे है लेकिन इसमें आने वाले खिलाड़ियों को भी 1 साल के 1 करोड़ रुपये मिलते हैं, और अब सरफराज-जुरेल को भी ये रकम दी जाएगी।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022