ग्रेटर नोएडा: प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने शनिवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट से लेकर जीबीयू तक का जायजा लिया। सीईओ करीब 4 घंटे तक सड़कों पर घूमीं। इस दौरान कार्यों में लापरवाही मिलने पर सिविल व उद्यान कार्यों से जुड़ी 09 फर्मों पर 45 लाख (प्रत्येक पर 5-5 लाख) की पेनल्टी लगाई गई है। तिलपता के पास डीएफसीसी की रेलवे लाइन के निर्माण के लिए 130 मीटर रोड अब भी क्षतिग्रस्त मिलने पर डीएफसीसीआईएल पर 20 लाख रुपये की पेनल्टी लगाई है। वर्क सर्किल सात में सड़कें व सेंट्रल वर्ज मेनटेन न होने पर सीईओ ने वरिष्ठ प्रबंधक, प्रबंधक, साथ ही चार सहायक प्रबंधकों को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए हैं। गौड़ सिटी के पास ड्रेन में गंदगी मिलने पर संबंधित फर्म पर भी 5 लाख रुपए की पेनल्टी लगाई गई है।
गंदगी देख भड़की CEO रितु माहेश्वरी
रितु माहेश्वरी का दौरा सुबह 11 बजे पर्थला चौक से शुरू हुआ। पर्थला चौक पर बन रहे सिग्नेचर ब्रिज को देखा, वहां पर सीईओ ने गमले लगवाने के निर्देश दिए। इसके बाद चार मूर्ति चौक होते हुए तिगड़ी गोलचक्कर तक गईं। यहां सीईओ ने साफ-सफाई व रखरखाव कार्यों को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। इसके बाद सीईओ रितु माहेश्वरी गौड़ सिटी वन व टू के बीच की रोड से होते हुए गौड़ सिटी टू तक गईं। सीईओ ने गौड़ सिटी वन व टू के बीच बने रोड के किनारे बने नाले में गंदगी देख भड़क गईं। संबंधित इंजीनियर को कड़ी फटकार लगाई और संबंधित फर्म हैरी कंस्ट्रक्शन पर पांच लाख रुपये की पेनल्टी लगाई गई है। साथ की फर्म को ब्लैक लिस्ट करने का नोटिस भी जारी किया गया है। इसके बाद सीइओ शाहबेरी रोड को देखा। ट्रैफिक की दिक्कत को देखते हुए रोड को चौड़ा करने और साफ-सफाई को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। सीईओ ने सभी मार्गों के सेंट्रल वर्ज बदहाल मिलने पर भी कड़ी नाराजगी जताई। इस रोड के किनारे गंदगी मिलने पर जनस्वास्थ्य विभाग को कड़ी फटकार भी लगाई।
फ्लैट्स के स्कीम जल्द लांच करने के निर्देश
सीईओ ने पतवाड़ी के पास छह फीसदी आबादी भूखंडों के विकास कार्यों को देखा। सेक्टर -10 में प्राधिकरण से निर्मित फ्लैटों का जायजा लेने के बाद इनको दुरुस्त कराकर स्कीम शीघ्र लांच करने के निर्देश दिए। सीईओ ने इसके पास में बने स्मृति पार्क को दुरुस्त कराने के निर्देश दिए।
4 कंपनियों पर पांच-पांच लाख की पेनाल्टी
130 मीटर रोड पर डीएफसीसी की रेलवे लाइन के निर्माण के चलते क्षतिग्रस्त रोड और धूल व गंदगी देख सीईओ रितु माहेश्वरी भड़क गईं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट से ग्रेटर नोएडा को जोड़ने वाली प्रमुख सड़क 130 मीटर रोड के सेंट्रल वर्ज के रखरखाव कार्यों में लापरवाही पर 4 फर्मों, एपेक्स कांट्रैक्टर, एमएसवी एसोसिएट्स, विराट कंस्ट्रक्शन और शिव एसोसिएट पर पांच-लाख रुपए की पेनल्टी लगाई गई है। वहीं, तिलपता के पास डीएफसीसी रेलवे लाइन के निर्माण के चलते क्षतिग्रस्त रोड को समय से न बनाने और पानी का छिड़काव न होने पर जनमानस को परेशानी होने के कारण डीएफसीसीआईएल पर 20 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ नोएडा पहुंच चुके हैं। सेक्टर-33ए स्थित शिल्पहाट में सीएम का हेलिकॉप्टर लैंड हुआ। यहां पर नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रितु माहेश्वरी, पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह और डीएम मनीष कुमार वर्मा ने उनका स्वागत किया।
नोएडा प्राधिकरण से जुड़ी बड़ी ख़बर है, प्राधिकरण में बड़ी धांधली सामने आई है। प्राधिकरण ने एक शख्स के खाते में 200 करोड़ रुपये जमा करा दिए। घटना की जानकारी सामने के बाद प्राधिकरण के आलाधिकारियों के हाथ पांव फूल गये। जिस व्यक्ति के खाते में रकम ट्रांसफर की गई थी, उस व्यक्ति ने बैंक खाते से करोड़ों रुपए निकाल भी लिए। जानकारी के मुताबिक उस शख्स ने अकाउंट से 3 करोड़ 80 लाख रुपये निकाल लिए।
मिली भगत का अंदेशा
दरअसल, 200 करोड़ रुपये की FD कराने के बजाय प्राधिकरणकर्मियों ने 'बैंक ऑफ इंडिया' के एक खाताधारक के खाते में ये पैसे ट्रांसफर कर दिए। इस घटना के बाद से अधिकारियों के ऊपर कई प्रकार के सवाल खड़े हो रहे हैं। क्या अधिकारियों की लापरवाही से ये हुआ है या फिर अधिकारियों और बैंककर्मियों की मिलीभगत से यह फर्जीवाड़ा किया गया था। जिसकी जानकारी सामने आ गई। साथ ही अगर किसी व्यक्ति के खाते में ये रकम गलती से चली गई तो ये प्राधिकरण कर्मियों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े करती है।
एक्शन में रितु माहेश्वरी
मामला सामने आने के बाद CEO रितु माहेश्वरी ने नोएडा सेक्टर-58 में अज्ञात प्राधिकरण अफसर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। जिसके बाद पुलिस ने तुरंत रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी। शुरुआती जांच के मुताबिक प्राधिकरण के कुछ अफसरों से इसे लेकर पूछताछ भी की गई है।
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