Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. टीम ने ग्राम खेड़ा चौगानपुर की अधिसूचित और बिसरख की अधिग्रहित जमीन पर हो रहे अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया है. टीम के मुताबिक, इस कार्रवाई के बाद करीबन 60 हजार वर्ग मीटर जमीन को मुक्त कराया गया है, जिसकी कीमत करीब 120 करोड़ रुपये है.
प्राधिकरण की कार्रवाई
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक, गांव खेड़ा चौगानपुर प्राधिकरण के अधिसूचित एरिया में है. लेकिन कुछ कॉलोनाइजर खसरा नंबर 225 और 229 की जमीन पर अवैध निर्माण करवा रहे थे. इस अवैध निर्माण के जरिए वो यहां कॉलोनी बनवा रहे थे. लेकिन जैसे ही इस मामले की जानकारी विभाग को मिली तो तुरंत विभाग अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचा और बुलडोजर चलवाकर अवैध निर्माण को तोड़वा दिया गया.
ओएसडी की चेतावनी
प्राधिकरण अधिकारियों के मुताबिक, कुछ ऐसी ही कार्रवाई बिसरख के खसरा नंबर 676, 698 और 699 में भी की गई, जहां 20 हजार वर्ग मीटर जमीन को मुक्त कराया गया है. इस संबंध में ओएसडी ने चेतावनी देते हुए कहा कि इन जमीनों को मुक्त कराकर अपने कब्जे में ले लिया गया है. लेकिन अगर कोई भी प्राधिकरण की अधिसूचित एरिया में जमीन कब्जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने हर वर्क सर्किल को अपने एरिया में जमीन पर अतिक्रमण रोकने के लिए कड़ी नजर रखने के निर्देश जारी किए है.
नोएडा प्राधिकरण के अफसरों को धमकी देने का मामला संज्ञान में आया है। जिसके बाद प्राधिकरण के एक अफसर ने फेस-1 थाने में 13 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। अफसरों का आरोप है कि यह लोग कार्यालय में घुसकर अधिकारियों और कर्मचारियों को धमकी दे रहे थे। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी।
निर्माण करने से मना करने पर आरोपियों ने दी धमकी!
नोएडा प्राधिकरण में वरिष्ठ प्रबंधक और वर्क सर्किल-10 प्रभारी प्रवीण सलोनिया ने पुलिस को इस मामले की जानकारी दी है। उन्होंने शिकायत में बताया कि कोंडली बांगर गांव की खसरा संख्या 166, 167, 174 और 175 प्राधिकरण की अधिसूचित भूमि है। इन खसरों पर काश्तकारों द्वारा अवैध निर्माण किया जा रहा था। कई बार मना करने के बावजूद आरोपी नहीं माने।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, बात बीते 22 मई से शुरु हुई। जब प्राधिकरण ने भूमि पर अंतिम नोटिस चिपकाया। उसके बाद 24 मई को सुधीर चौहान, सुरेंद्र, आशीष चौहान के साथ 8-10 अन्य लोग कार्यालय पहुंचे और नोटिस के विरोध में प्रदर्शन किया। उन्होंने दावा किया कि कुछ भूमि उनकी है और वे निर्माण कर सकते हैं। जबकि नोएडा प्राधिकरण की ओर से कहा गया कि यह भूमि अब अधिसूचित क्षेत्र के अंतर्गत है और निर्माण के लिए अनुमोदन जरूरी है। इस पर आरोपियों ने अधिकारियों और कर्मचारियों से बदसलूकी करनी शुरू कर दी। इसी के साथ प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आशीष चौहान ने गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।
पुलिस ने क्या कहा?
इस पूरे घटनाक्रम में एसीपी अरविंद कुमार ने बताया कि सुधीर चौहान, सुरेंद्र और आशीष चौहान समेत 13 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इनके खिलाफ ऑफिस में घुसकर धमकी देने और बदसलूकी के आरोप में केस दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण परी चौक के नजदीक 105 मीटर बोड़ाकी एक्सप्रेस-वे के काम को लेकर प्राधिकरण की धीमी गति का हर्जाना रोजाना तमाम लोगों को घंटों फाटक पर इंतजार करके चुकाना पड़ता है। करीब 10 साल पहले 70 फीसदी जमीन अधिग्रहण करने के बाद भी 105 मीटर का हाईवे बोड़ाकी प्राधिकरण की फाइलों में उलझा हुआ है।
30 मिनट में तय होगा 2 घंटे का सफर
ग्रेटर नोएडा बोड़ाकी एक्सप्रेस-वे एनए91 से जोड़ते हुए जारचा हापुड़ पर सीधा कनेक्ट होगा। वर्तमान समय में मुसाफिरों को ग्रेटर नोएडा आने के लिए 2 घंटे का सफर करना पड़ता है। लेकिन 105 मीटर हाईवे को बनने के बाद लोग 30 मिनट में हापुड़ से ग्रेटर नोएडा पहुंच सकेंगे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण करीब 10 साल पहले 70% जमीन का अधिग्रहण कर चुका है।
जान जोखिम में डाल लोग कर रहे फाटक क्रॉस
लेकिन मौजूदा समय में 105 मीटर हाईवे को लेकर कहा जा रहा है कि इसका काम प्राधिकरण की फाइलों में उलझा हुआ है। रेलवे क्रॉसिंग को पार करने के लिए लोगों को घंटो तक खड़े रहना पड़ता है। वहीं, टू व्हीलर सवार अपनी जान को जोखिम में डालकर बंद फाटक को पार करते हैं।
अलग-अलग कारणों ने रुकता रहा काम
Aceo आशुतोष द्विवेदी ने 105 मीटर हाईवे को लेकर को लेकर कहा कि इसका काम विभिन्न कारणों से रुकता बीच-बीच में रुकता आ रहा है। जिसमें किसान आंदोलन, कहीं फ्लाई होने के कारण, रेलवे लाइन होने के कारण चीजें सही दिशा में नहीं बढ़ सकी। इसी के साथ ही प्राधिकरण की वित्तीय स्थिती भी समय-समय पर ठीक नहीं रही है। लेकिन जानकारी के मुताबिक, प्राधिकरण के सीईओ ने हाईवे को जल्द पूरा करने के निर्देश दे दिए हैं। जल्द ही हाई-वे का काम पूरा होगा।
अवैध निर्माण और अतिक्रमण के खिलाफ नोएडा प्राधिकरण लगातार काम कर रही है। भू-माफियाओं के खिलाफ नोएडा प्राधिकरण का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। नोएडा प्राधिकरण की सर्कल-3 की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सेक्टर 44 से करोड़ों रुपये की सरकारी जमीन पर भू-माफिया के द्वारा किये गए अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलवाया है, इस अतिक्रमण के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।
12 करोड़ की जमीन नोएडा प्रधिकरण ने कराई मुक्त
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि सूचना मिलने पर नोएडा प्राधिकरण कि अधिसूचित एवं अर्जित भूमि पर भूमाफियाओं ने कब्जा किया हुआ है, पहले कब्जा को मुक्त करने का नोटिस दिया गया था। सुबह दिन निकलते ही टीम सेक्टर 44 पर मौके के लिए रवाना हुई। पुलिसकर्मी भारी संख्या में टीम के साथ थे। मौके पर जाकर तत्काल अवैध अतिक्रमण को तोड़ दिया। कुछ लोगों ने इसका विरोध करने का भी प्रयास किया, लेकिन पुलिस बल साथ में मौजूद था। इसलिए किसी की एक नहीं चल सकी कि नोएडा प्राधिकरण कि अधिसूचित एवं अर्जित 1000 वर्ग मीटर की भूमि को कब्जा मुक्त कराया लिया गया। जिसका अनुमानित लागत करीब 12 करोड़ है।
भू-माफियाओं के खिलाफ पेड़ काटने का मुकदमा भी दर्ज
अधिकारियों ने बताया कि इसके साथ यह भी पता चला है कि पेड़ों को काटा जा रहा था। जहां पर अवैध अतिक्रमण हुआ है, वहां पर काफी संख्या में पेड़ है, उन पेड़ को काटकर अवैध निर्माण करवाया जा रहा था। अब इन भूमाफियाओं के खिलाफ पेड़ काटने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
Noida: नोएडा प्राधिकरण नोएडा की तमाम समस्याओं और विकास कामों को लेकर एक्शन मोड में है। जिसकी जानकारी नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने सोमवार को दी। उन्होंने नोएडा प्राधिकरण द्वारा के एक्शन प्लान पर बात की है और साथ ही ये भी बताया है कि कैसे वो समस्याओं को लेकर एक्शन में हैं।
नोएडा में अब नहीं होगी पार्किग की समस्या!
नोएडा में पार्किंग की समस्या को देखते हुए नोएडा प्राधिकरण ने नया प्लान बनाया है। जिसमें बताया गया है कि सेक्टर-18 के सावित्री मार्केट, सेक्टर-62 के फोर्टिस हॉस्पिटल और सेक्टर-6 के इंदिरा गांधी कला केंद्र के पास पार्किंग बनेगी।
अवैध अतिक्रमण पर होगा गंभीर एक्शन!
नोएडा प्राधिकरण आबादी निस्तारण को लेकर कर रहा प्रयासरत है और अवैध अतिक्रमण को लेकर भी गंभीर है। नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने बताया कि 1 जनवरी 2024 से अब तक 1068 करोड रुपए की जमीन को नोएडा प्राधिकरण ने कब्जे से छुड़ाया है।
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने दी विकास कामों की जानकारी
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