ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय में सोमवार को योगोत्सव का आयोजन मोरार जी देसाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ योगा और आयुष मंत्रालय के सौजन्य से किया गया। शारदा स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज के निर्देशन में योगोत्सव संपन्न हुआ। इसमें 1500 से अधिक छात्र और फैकल्टी ने योग के विभिन्न आसन किए। विदेशी छात्रों ने इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
चेयर योग सेशन का भी आयोजन किया गया
वहीं विश्वविद्यालय के प्रो. चांसलर वाईके गुप्ता ने कहा 'कि अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर अभ्यास किए जाने वाले कॉमन योग प्रोटोकॉल का अभ्यास कराया गया। इस प्रोटोकॉल के अभ्यास के अतिरिक्त योग सम्बन्धित अन्य गतिविधियों विश्वविद्यालय में संचालित की जाएंगी। इन गतिविधियों में प्रमुख रूप से योग व्याख्यान, विविध योग क्रियाओं का प्रदर्शन एवं चेयर योग सेशन का भी आयोजन किया गया। योग के माध्यम से लोगों के बीच वैश्विक समन्वय को मजबूत करना है। योगाभ्यास के माध्यम से लोगों को शारीरिक और मानसिक रोगों और उनके समाधान के बारे में जागरूक करना है।'
"अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के माध्यम से लोगों को जोड़ना है"
इस दौरान विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ. सिबाराम खारा ने कहा 'कि लोगों को योग के अद्भुत स्वास्थ्य लाभों के बारे में बताना योग के माध्यम से लोगों के अच्छे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना।अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के माध्यम से लोगों को जोड़ना है ,साथ ही योगाभ्यास द्वारा लोगों को प्रकृति से जोड़ना है।लोगों को योग के माध्यम से मध्यस्थता की आदत डालना है। योग के समग्र लाभों की ओर दुनिया भर के लोगों का ध्यान आकर्षित करना है। इसके अलावा व्यस्त कार्यक्रम से स्वास्थ्य के लिए एक दिन बिताने के लिए समुदायों को एक साथ लाना है।'
योगोत्सव में मौजूद रहे फैकल्टी सदस्य
इस दौरान प्रो. वाइस चांसलर डॉ. परमानंद, डीन रिसर्च डॉ. भुवनेश कुमार, डॉ. अन्विति गुप्ता, डॉ. मोहित साहनी, डायरेक्टर पीआर डॉ. अजीत कुमार, डॉ. कपिल पांडला आदि लोग मौजूद रहे।
पूरे देश में 21 जून को 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा। वहीं इस बार प्रधानमंत्री 20 और 21 जून को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर रहेंगे। लगातार तीसरी बार पीएम बनने के बाद केंद्र शासित प्रदेश का ये उनका पहला दौरा होगा। वहीं इस साल पीएम मोदी अपने दौरे के दूसरे दिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में डल झील के किनारे मनाएंगे। प्रधानमंत्री सुबह करीब 6.30 बजे श्रीनगर के एसकेआईसीसी में 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में भाग लेंगे। यहां पीएम लोगों को संबोधित करेंगे। बुलेवार्ड रोड के किनारे स्थित शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित होने वाले योग सत्र में हजारों लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। पीएम मोदी इस योग सत्र का नेतृत्व करेंगे। इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का थीम है 'स्वयं और समाज के लिए योग' जो व्यक्तिगत और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने में योग की भूमिका पर बताता है।
जम्मू-कश्माीर के लोगों को प्रधानमंत्री देंगे बड़ी सौगात
पीएम 20 जून को शाम करीब 6 बजे श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर में 'एम्पावरिंग यूथ, ट्रांसफॉर्मिंग जेएंडके' कार्यक्रम में भाग लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दौरे पर जम्मू-कश्माीर के लोगों को बड़ी सौगात देंगे। वो 1 हजार 500 करोड़ रुपये की 84 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। इसके जरिए जम्मू-कश्मीर में जलापूर्ति योजनाएं, सड़क निर्माण और एजुकेशन सेक्टर का विकास होगा। इतना ही नहीं कृषि व अन्य क्षेत्रों के विकास के लिए पीएम 1 हजार 800 करोड़ रुपये की जेकेसीआईपी परियोजना का शुभारंभ करेंगे। यह परियोजना जम्मू-कश्मीर के 20 जिलों के 90 ब्लॉकों में लागू होगी। जिससे 15 लाख लोगों को इसका फायदा होगा। वहीं 21 जून को सुबह 6.30 बजे प्रधानमंत्री एसकेआईसीसी में ही 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इस अवसर पर वह सभा को संबोधित करेंगे और उसके बाद योग सत्र का नेतृत्व करेंगे।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शहर को 'रेड जोन' किया घोषित
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के श्रीनगर दौरे से पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शहर को अस्थायी तौर पर 'रेड जोन' घोषित कर दिया गया है। साथ ही ड्रोन के संचालन पर पाबंदी लगा दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी के अलावा एसओजी के जवान पूरे शहर में तैनात किए गए हैं। श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट रोड से शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर सहित प्रमुख स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। इस दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस के कमांडो और सीआरपीएफ के जवान एसकेआईसीसी के आसपास तैनात रहेंगे।
दुनियाभर में 21 जून को इंटरनेशनल योगा डे मनाया जाता है। योग को अपने लाइफ स्टाइल में शामिल करके हम निरोग रह सकते हैं। इस बार योग दिवस का थीम "स्वयं और समाज के लिए योग" है। ये साल खास इसलिए भी है, क्योंकि ये योग दिवस की 10वीं वर्षगाठ है।
क्यों मनाया जाता है योग दिवस?
"स्वयं और समाज के लिए योग" की थीम के साथ इस साल दुनियाभर में इंटरनेशनल योगा डे मनाया जाने वाला है। ये थीम सिर्फ व्यक्तिगत कल्याण के बारे में नहीं है। यह आंतरिक आत्म और बाहरी दुनिया के बीच संबंध को बढ़ावा देता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान साल 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें सत्र में संबोधन के दौरान योग दिवस का विचार प्रस्तावित किया था।
11 दिसंबर को सुयंक्त राष्ट्र के सभी देशों ने एक साथ सहमति देते हुए 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने की घोषणा की थी। जिसके बाद 21 जून 2015 से हर साल योग दिवस पूरी दुनिया में मनाया जाने लगा।
भारत का दुनिया को तोहफा है योग
भारत और योग का रिश्ता पिछले दस साल से नहीं, बल्कि हजारों साल पुराना है। बताया जाता है कि देश में लोग 5000 साल से योग कर रहे है। सिर्फ शारीरिक रूप से फिट रहने के लिए नहीं बल्कि मानसिक तौर पर शांति और अध्यात्म के लिए योग किया जाता है। जोकि प्राचीनकाल से ही भारतीय करते आ रहे हैं।
माना जाता है कि सप्तऋषियों में से एक अगस्त ऋषि ने ही पूरे भारतीय उपमहाद्वीप का दौरा करके, यौगिक तरीके से जीवन जीने की संस्कृति को गढ़ा था। योग सबसे पहले भारत में ही शुरू हुआ। इसके बाद यह दुनिया के अन्य देशों में लोकप्रिय हुआ। जब-जब योग की बात की जाती है, तब-तब पतंजलि का नाम सबसे पहले लिया जाता है। कहा जाता है कि पतंजलि ही पहले और एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने योग को आस्था, अंधविश्वास और धर्म से बाहर निकालकर एक सुव्यवस्थित रूप दिया था।
Noida: आज पूरे देश में विश्व योग दिवस मनाया जा रहा है। जहां एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू में योगाभ्यास किया। वहीं, सीएम योगी ने लखनऊ में अधिकारियों और मंत्रियों के साथ योग किया। पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक योगी के मंत्री अलग-अलग जिले में पहुंचकर अधिकारियों और आम लोगों के साथ योग किया है। इसी कड़ी में नोएडा में जगह-जगह योगाभ्यास किया गया।
सांसद महेश शर्मा के साथ बड़ी संख्या में लोगों ने किया योग
नोएडा सेक्टर 21 स्टेडियम में सामूहिक योगाभ्यास में सुबह 7.30 बजे केंद्रीय मंत्री और भाजपा अध्यक्ष JP नड्डा पहुंचकर सामूहिक योग में हिस्सा लेने आना था, लेकिन एन वक्त पर उनका शेड्यूल बदल गया। हालांकि नोएडा स्टेडियम में राज्यमंत्री ब्रजेश सिंह, डॉ. महेश शर्मा और पंकज सिंह, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने शहरवासियों के साथ योगाभ्यास किया। राज्यमंत्री ब्रजेश सिंह ने कहा कि मोदी सरकार में योग को बढ़ावा मिला है। नोएडा स्टेडियम में सुरक्षा के व्यापक व्यवस्था की गई थी। वहीं, शहर में भारी पुलिस बल तैनात किए गए हैं।
योग का वैश्विक प्रसार गौरव की बात
योगाभ्यास के बाद जेपी नड्डा ने X पोस्ट पर लिखा है कि 'आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर यमुना स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, दिल्ली में हमारे योगप्रेमी भाई-बहनों के साथ योग करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में 21 जून को 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस' के रूप में मनाने का आह्वान किया था। जिसे विश्व भर के देशों ने स्वीकृति प्रदान कर अपनाया है। योग का वैश्विक प्रसार व प्रतिष्ठा भारत के लिए गौरव की बात है। योग हमारे शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक तीनों आयामों को संतुलन व स्वास्थ्य प्रदान कर सुखी और श्रेष्ठ जीवन सुनिश्चित करता है। मैं इस अवसर पर समस्त देशवासियों से योग को अपने दैनिक जीवन में शामिल करने की अपील करता हूं। आप सभी को 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं'।
Lucknow: 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को राजभवन प्रांगण में आयोजित सामूहिक योगाभ्यास में सम्मिलित हुए और योगाभ्यास किया। उनके साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी योगाभ्यास में हिस्सा लिया। इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि योग मानवता के अनुकूल है, जो देश, समाज, काल परिस्थितियों से बाधित होकर के भी संपूर्ण मानवता के कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करता है। इस कार्य के साथ यदि हम जुड़ते हैं और संपूर्ण मानवता को जोड़ते हैं तो यह पूर्वजों और विरासत के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धा कही जाती है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हम सभी के लिए भारत की इसी परंपरा के प्रति, इसी श्रद्धा को व्यक्त करने का एक माध्यम बना है।
राष्ट्रगान के साथ शुरु हुआ कार्यक्रम
कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने श्रीनगर में आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योगाभ्यास कार्यक्रम के दौरान उनकी बातों को भी सुना। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई और फिर राजभवन गीत का भी प्रस्तुतिकरण किया गया। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को तुलसी का पौधा देकर उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर प्रांगण में बड़ी संख्या में उपस्थित योग साधकों व प्रशिक्षकगणों ने पूरे उत्साह से सामूहिक योगाभ्यास में किया।
पूर्वजों व विरासत के प्रति इससे बड़ा सम्मान और कोई नहीं
कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने कहा कि यह हम सबका सौभाग्य है कि योग दिवस के अवसर पर हम अपनी विरासत का स्मरण करते हुए भारत की ऋषि परंपरा के प्रति श्रद्धा व्यक्त कर रहे हैं। ये अवसर हमें देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रदान किया है, जिनके विजन और प्रयासों का परिणाम है कि आज दुनिया के लगभग पौने दो सौ देश अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के साथ जुड़कर भारत की इस विरासत के साथ खुद को जोड़कर के हमारी संस्कृति और परंपरा को गौरवान्वित करने का प्रयास करेंगे। अपनी परंपरा और पूर्वजों व विरासत के प्रति इससे बड़ा सम्मान और कोई नहीं हो सकता।
काया स्वस्थ है तो मन स्वयं ही स्वस्थ हो जाएगा
सीएम योगी ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि योग एक संपूर्ण विद्या है जो हमें शारीरिक और मानसिक रूप से एकजुट करता है। भारत की ऋषि परंपरा को देखें तो उन लोगों के पास कितनी दूरदर्शिता थी, किस तरह उन्होंने समाज को जोड़ा, धर्म को योग के साथ जोड़ने का एक अभिनव प्रयास इस रूप में हुआ। जब हम धर्म की बात करते हैं तो धर्म के दो हित सामने दिखते हैं। एक है इस लोक में विकास के लिए, खुशी और खुशहाली के लिए, ईज ऑफ लिविंग के लिए कार्य करना। और दूसरा है कि जन्म के बाद मोक्ष की प्राप्ति हो। यानी धर्म के दो हित भारत की ऋषि परंपरा ने हम सबको बताए हैं। योग भी हम सबको उसी परंपरा के साथ जोड़ने का काम करता है। भारतीय मनीषा भी इसी बात को कहती है कि शरीर माध्यम खलु धर्म साधनम्, अर्थात सभी कार्य तभी पूर्ण हो सकते हैं जब आपका शरीर साथ हो। काया स्वस्थ है तो मन स्वयं ही स्वस्थ हो जाएगा। योग में हर किसी के लिए अलग-अलग योग विद्याएं हैं। बालक हों, युवा हों, अधेड़ हों या फिर बुजुर्ग हों, सभी योग का अभ्यास करके खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रख सकते हैं।
योग को बनाएं दिनचर्या का हिस्सा
सीएम योगी ने योग दिवस की थीम पर कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस जिस थीम 'योग सबके लिए' के साथ पूरी दुनिया में आयोजित हो रहा है, इसका अर्थ है कि इसमें कोई भेद नहीं है। इसमें जाति का भेद नहीं है, क्षेत्र का, भाषा का, काल का, देश का भेद नहीं है। मेरी अपील है कि योग को नियमित अभ्यास का हिस्सा बनाएं। एक समय आपको स्वयं अहसास होगा कि जो भी समय आपने योग के लिए समर्पित किया है वो आपके स्वस्थ और दीर्घ जीवन के लिए, आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अति उत्तम रहा है। यदि नियमित दिनचर्या के साथ इसको आगे बढ़ाएंगे तो इसका हमें भरपूर लाभ प्राप्त होगा।
आज देशभर के बड़े नेताओं से लेकर देशभर के विभिन्न प्रशासन के अधिकारियों ने इंटरनेशनल योगा डे 2024 में भाग लिया। संस्थाओं में योगा डे के लिए विशेष शिविरों का आयोजन किया गया। इस खास मौके पर नेशनल कैपिटल पावर स्टेशन, दादरी के वीआरसी, विद्युत नगर में योग शिविर का आयोजन किया गया।
योग के विभिन्न आसानों का किया सामूहिक अभ्यास
योगा की जागरुकता के उद्देश्य के लिए मनाए जाने वाले इस विशेष दिन के लिए सामूहिक रुप से लोगों ने शिविर में भागीदारी दिखाई। नेशनल कैपिटल पावर स्टेशन दादरी में आयोजित योग शिविर में मुख्य महाप्रबंधक के.सी. मुरलीधरन, राजशेखर पाला, विल्सन अब्राहम, आर पी सिंह समेत विभागाध्यक्षों, वरिष्ठ अधिकारियों, कर्मचारियों ने भाग लिया। साथ ही जागृति समाज की सदस्यों, महिलाओं, युवाओं, बच्चों और विद्युत नगरवासियों ने हिस्सा लेकर योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास किया।
शिविर में 450 लोगों ने लिया भाग
इस शिविर में 450 लोगों ने साथ आकर योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास किया और रोज योग करने का मन बनाया। एनटीपीसी दादरी यूनिट से आए योग प्रशिक्षकों ने शिविर का संचालन करते हुए उपस्थित जन समुदाय को जीवन में योग अपनाकर योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास करवाया। साथ ही उपस्थित लोगों को स्वस्थ, निरोग एवं प्रसन्नचित्त जीवनशैली अपनाने का संदेश दिया।
देशभर में इंटरनेशनल योगा डे की धूम देखने को मिली। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय में भी इंटरनेशनल योगा डे मनाया गया। इस विशेष कार्यक्रम का आयोजन शारदा स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज और छात्र कल्याण विभाग के निर्देशन में संपन्न हुआ।
विदेशी छात्रों और स्टॉफ ने लिया हिस्सा
शारदा विश्वविद्यालय में आयोजित इंटरनेशनल योगा डे कार्यक्रम में विदेशी छात्रों व स्टॉफ ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। योग प्रशिक्षक ने सभी को बैठे और खड़े स्थिति में कई योग के आसन कराए। इस दौरान भाग लेने वाले सभी लोग योग के लिए काफी उत्साहित नजर आए।
विश्वविद्यालय के चांसलर ने बताई योग की उपयोगिता
विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर वाईके गुप्ता ने भाग लेने वाले छात्रों और स्टाफ से कहा कि योग एक ऐसी क्रिया है जो व्यक्ति द्वारा स्वयं की जाती है। यह न केवल शारीरिक और मानसिक रूप से बल्कि चारित्रिक रूप से भी व्यक्ति का विकास करती है। योग हमारे दैनिक जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है। यह वैदिक काल से जारी है और इस आधुनिक तकनीकी युग में भी काफी उपयोगी और प्रभावी साबित हुआ है।
हर दिन एक घंटा योग जरुर करें
विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर वाईके गुप्ता ने आगे कहा कि आज के बदलते इस दौर में हर व्यक्ति को हर रोज कम से कम 1 घंटा योग के लिए निकलना चाहिए। योग करने से हमारे शरीर मजबूत होता है। बीमारी से लड़ने की शक्ति प्राप्त होती है। जो व्यक्ति लगातार योग करते हैं वह हमेशा स्वस्थ रहते हैं। बीमारी उनसे कोसों दूर भागती है। आज छोटे बच्चों से लेकर जवान बुजुर्ग सभी को योग करना चाहिए। योग करने से ही जीवन सफल होता है। भारत से योग का संबंध सालों पुराना है। भारतीय संस्कृति और वेदों में योग एक प्रमुख अंग है। आज जब पूरी दुनिया योग के अहमियत को समझ रही है तो इसका श्रेय भारत के योग गुरुओं को जाता है। इस दौरान डीन रिसर्च डॉ भुवनेश कुमार, स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज की डीन डॉ अनविती गुप्ता, डायरेक्टर पीआर डॉ अजीत कुमार,डॉ प्रमोद कुमार, डॉ कपिल दवे समेत कई लोग मौजूद रहे।
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