YAMUNA AUTHORITY: नोएडा इंटरनेशलन एयरपोर्ट के बाद फिल्म सिटी सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है। बुधवार को लोकभवन में हुई CM योगी आदित्यनाथ की बैठक में गौतमबुद्ध नगर में बनने जा रही फिल्म सिटी पर चर्चा हुई। इस दौरान सीएम ने अधिकारियों को फिल्म सिटी प्रोजेक्ट को 6 महीने के भीतर धरातल पर उतारने के निर्देश दिए। बैठक में यमुना प्राधिकरण के अफसर भी मौजूद रहे।
फिल्म सिटी प्रोजेक्ट को जल्द धरातल पर उतारने के निर्देश
जिस तरह से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का यमुना विकास प्राधिकरण ने एक्शन प्लान तैयार किया था, उसी तरह फिल्म सिटी प्रोजेक्ट को भी सफल बनाने की तैयारी है। इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ बुधवार को बैठक कर उन्हें इसे धरातल पर उतारने के निर्देश दिए। करीब एक हजार एकड में फिल्म सिटी प्रोजेक्ट का निर्माण किया जाना है।
CM ने अधिकारियों से मांगी जानकारी
CM योगी आदित्यनाथ ने फिल्म सिटी की जमीन के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि अब तक कितनी जमीन का अधिग्रहण हो चुका है तो यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि अब तक 794 एकड़ जमीन फिल्म सिटी के लिए अधिग्रहित हो चुकी है। जबकि 129 किसानों की फाइलें अभी लगी हुई हैं। वहीं सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों को किसी भी तरह की समस्या नहीं होनी चाहिए।
चार चरण में विकास कार्य
फिल्म सिटी को चार चरणों में विकसित किया जाएगा। जिसमें पहले चरण के तहत फिल्म से जुड़ी गतिविधियों को विकसित किया जाएगा। दूसरे चरण में स्टूडियो, एम्यूजमेंट पार्क विकसित किए जाएंगे।
Greater Noida West: यमुना प्राधिकरण ने फिल्म सिटी के लिए एक बार फिर वैश्विक निविदा जारी कर दी है। यह टेंडर 5 दिसंबर को खोली जाएगी। 230 एकड़ में बनने वाली फिल्म सिटी के निर्माण के लिए तीसरी बार टेंडर जारी किया गया है। फिल्म सिटी का विकास करने वाले को 90 साल के लिए लाइसेंस दिया जाएगा।
टेंडर की शर्तों और नियमों में बदलाव
गौरतलब है कि योगी सरकार यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में फिल्म सिटी विकसित करने के लिए इसके पहले दो बार टेंडर जारी किया था लेकिन कोई कंपनी आगे नहीं आई। वहीं, इस बार नियम व शर्तों में बदलाव कर तीसरी बार टेंडर जारी किया गया है। यमुना प्राधिकरण सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि फिल्म सिटी प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है। दिसंबर में फिल्म सिटी के डेवलप करने वाले का चयन किया जाना है। उन्होंने बताया कि फिल्म सिटी को चरणबद्ध तरीके से विकसित किया जाएगा।
प्रथम चरण में 230 एकड़ में फिल्म सिटी का होगा विकास
डॉ. अरुणवीर सिंह के मुताबिक पहले चरण में 230 एकड़ में फिल्म सिटी विकसित होगी। इसमें 75 एकड़ में कामर्शियल व 155 एकड़ में फिल्म से जुड़ी गतिविधि के ढांचा तैयार किया जाएगा। टेंडर लेने वाली कंपनी को 90 साल के लिए लाइसेंस दिया जाएगा। पहले चरण में करीब 1510 करोड़ रुपये की लागत आने की संभावना है। जबकि एक हजार एकड़ में विकसित होने पर फिल्म सिटी की कुल लागत दस हजार करोड़ होगी।
5 दिसंबर को खोला जाएगा टेंडर
प्राधिकरण के सीईओ ने बताया कि फिल्म सिटी के लिए 230 एकड़ जमीन 90 साल के लाइसेंस पर दिया जाए। इसके एवज में प्राधिकरण को फिल्म सिटी से होने वाली कमाई में राजस्व हिस्सेदारी मिलेगी। इसमें प्रतिवर्ष कम से कम पांच प्रतिशत की वृद्धि होगी। उन्होंने बताया कि टेंडर भरने की अंतिम तिथि 30 नवंबर है। पांच दिसंबर को तकनीकी बिड खोली जाएगी। इसमें सफल आवेदकों की फाइनेंशियल बिड खोली जाएगी। इसके 30 दिन के अंतर चयनित कंपनी को अवार्ड लेटर जारी होगा। अवार्ड लेटर जारी होने के एक महीने बाद प्राधिकरण व कंपनी के बीच अनुबंध होगा।
विदेशी कंपनी भी भर सकेंगी टेंडर
टेंडर प्रक्रिया में फिल्म निर्माण से जुड़ी देशी कंपनी के साथ विदेशी भी हिस्सा ले सकेंगी। टेंडर की शर्तों में बदलाव करते हुए विदेशी फिल्म निर्माताओं के अनुभव को भी मान्य किया गया है। टेंडर में हिस्सेदारी करने वाली कंपनियों के लिए अंतिम तीन वित्त वर्ष में 377 करोड़ की नेटवर्थ होना अनिवार्य है। फिल्म सिटी में स्टूडियो से लेकर विशेष ध्वनि व प्रकाश वाले स्टूडियो, फिल्म इंस्टीट्यूट, विला, होटल आदि होंगे।
Greater Noida: यमुना विकास प्राधिकरण क्षेत्र में प्रस्तावित अंतरष्ट्रीय फिल्म को लेकर प्री बिडिंग बैठक गुरुवार को हुई। प्राधिकरण के सभाकक्ष में हुई बैठक में यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म सिटी विकसित करने के इच्छुक संभावित आवेदकों द्वारा ऑनलाइन और ऑफलाइन रूप से हिस्सा लिया।
मैसर्स सीबीआरई ने परियोजना का दिया प्रजेंटेशन
सबसे पहले प्राधिकरण की सलाहकार संस्था मैसर्स सीबीआरई द्वारा परियोजना का प्रस्तुतीकरण किया गया। अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह के साथ ही साथ प्रोस्पेक्टिव बीडर्स द्वारा उठाये गये बिंदुओं पर जवाब भी दिया गया। प्री बिड मीटिंग में निविदा भरने वाले को बिड डॉक्यूमेंट के साथ परियोजना का प्रेजेंटेशन, प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी जमा करवाने का सुझाव भी दिया गया। बैठक में वालिया द्वारा सक्सेसफुल बिडर को 1000 एकड़ की फ़िल्म सिटी परियोजना के अगले फेसेज में रोफ़ल की सुविधा दिये जाने की मांग की गयी। जिससे विनिंग बिडर को फाइनेंशियल सिक्योरिटी मिल सके। बैठक में प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरुण वीर सिंह ने प्रतिभागियों को प्राधिकरण के बिल्डिंग बाई लॉज से भी अवगत कराया गया।
इन कंपनियों के प्रतिनिधि ने बैठक में लिया हिस्सा
बैठक में फ़िल्म जगत से मशहूर फ़िल्म निर्माता के.सी. बोकाडिया, मोहिन्दर वालिया, कोरिया की फ़िल्म कंपनी सिक्योरियो के प्रतिनिधि विनय मित्तल, डायरेक्टर टी-सीरीज, मिलाप कपूर, विपुल अमृतलाल शाह ग्रुप के प्रतिनिधि, भूटानी ग्रुप के जितेंद्र छाबरा आदि ने हिस्सा लिया। बैठक में शाशन व प्राधिकरण की तरफ़ से अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रीमती श्रुति, कपिल सिंह, विपिन जैन, शिशिर सिंह निदेशक सूचना आदि मौजूद रहे। इस प्री बिड मीटिंग में उठाये गए बिन्दुओं अथवा क्वेरीज का जवाब प्राधिकरण की सलाहकार संस्था सीबीआरई द्वारा तैयार कर सक्षम स्तर से पास होने पर अपलोड किया जाएगा।
Greater Noida: यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म सिटी परियोजना में आज उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में बिड करने वाली चारों कम्पनीज़ के प्रतिनिधियों द्वारा प्रेज़ेंटेशन दिया गया। कार्यालय सभाकक्ष में प्रजेंटेशन में विशेषकर कंपनियों द्वारा फ़िल्म सिटी परियोजना को विकसित किए जाने के संबंध में अपना विजन, कॉन्सेप्ट, टाइम लाइन, हाइलाइट्स आदि बिंदुओं पर जोर दिया गया।
M/s. Bayview Projects LLP के तरफ से बोनी कपूर, आशीष भूटानी, सीईओ भूटानी इंफ़्रा, अश्विनी चैटलें एवं अली चैटलें, राजीव अरोड़ा, अरविन्द कुमार बिन्नी द्वारा प्रस्तुतिकरण दिया गया। 4 Lions Films Private Limited की तरफ से के सी बोकाड़िय, सुकरिश्मा जैन, विशाल, हर्ष जैन आदि द्वारा फ़िल्म सिटी परियोजना के संबंध में अपना विज़न प्रस्तुत किया गया।
M/s. Supersonic Technobuild Private Limited की तरफ से फ़िल्म अभिनेता अक्षय कुमार द्वारा ऑनलाइन प्रतिभाग किया गया, प्राधिकरण कार्यालय में दिनेश विजन मैडॉक फिल्म्स, दिव्यांशु, सुअश्विनी सहित चेरीकाउंटी टीम के प्रतिनिधियों द्वारा अपना विजन एवं प्रस्तुतीकरण दिया गया। M/s. Super Cassettes Industries Private Limited (T series) की तरफ से विनय कुमार मित्तल सीईओ फ़िल्म सिटी प्रोजेक्ट, शंकरण कन्नन, लीगल कंसलटेंट और सुधीर शर्मा तथा विवेक द्वारा टी सीरीज कंपनी के विज़न, डिज़ाइन, कॉन्सेप्ट का प्रेजेंटेशन प्राधिकरण कार्यालय में दिया गया। चारों कम्पनीज़ को टेक्निकली क्वालीफाइड पाया गया।
मंगलवार को खोली जाएगी बिड
इस संबंध में निर्णय लिया गया कि आगामी मंगलवार को दोपहर 2.30 बजे यमुना प्राधिकरण कार्यालय के सभाकक्ष में फाइनेंसियल बिड खोली जायेगी। इसमें प्रमुख सचिव व अध्यक्ष यमुना प्राधिकरण अनिल कुमार सागर, निदेशक सूचना शिशिर सिंह, अंशुमन त्रिपाठी सहायक निदेशक द्वारा ऑनलाइन तथा प्राधिकरण की तरफ़ से मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुण वीर सिंह, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी क्रमशः कपिल सिंह तथा विपिन कुमार जैन, ओएसडी शैलेंद्र भाटिया, शैलेंद्र कुमार सिंह, सीएलए आरपी गुप्ता, कंसलटेंट कंपनी सीबीआरई सहित अन्य अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
Greater Noida: चार कंपनियों ने शनिवार को यूपी के अधिकारियों के सामने अपने प्रेजेंटेशन दिए थे। इन चारों में से सबसे ज्यादा रेवेन्यू शेयर करने वाली कंपनी के नाम नोएडा फिल्म सिटी बनाने का जिम्मा दिया जाना था। आज वो दिन आ ही गया, जब फिल्म सिटी बनाने वाली कंपनी का नाम सामने आ गया। बोनी कपूर और भूटानी ग्रुप की कंपनी बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी ने ये बाजी अपने नाम कर ली है।
इन कंपनियो ने दिया था प्रेजेंटेशन
उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों के सामने इंटरनेशनल फिल्म सिटी ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट के लिए सुपर कैसेट्स इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड (टी-सीरीज), सुपरसोनिक टेक्नोबिल्ड प्राइवेट लिमिटेड (मैडॉक फिल्म्स, केप ऑफ गुड फिल्म्स एलएलपी और अन्य), बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी (बोनी कपूर और अन्य) और 4 लायंस फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड (केसी बोकाडिया और अन्य) ने शनिवार को अपने प्रेजेंटेशन दिए थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता यूपी के औद्योगिक एवं अवस्थापना विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव एवं चेयरमैन यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी अनिल सागर, निदेशक सूचना शिशिर सिंह, यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी के सीईओ अरुण वीर सिंह और परियोजना के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने की थी।
बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी ने मारी बाजी
उत्तर प्रदेश के यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में इतिहास रचा गया। जिसमें मंगलवार को यमुना प्राधिकरण में एक और मील का पत्थर सीईओ अरुणवीर सिंह ने रख दिया। फिल्म सिटी को धरातल पर उतार दिया गया। बिड में बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी ने बाजी मारी है। फाइनल विड में 18 परसेंट के रेवेन्यू के साथ बेव्यू ग्रुप ने फिल्म सिटी पर अपना कब्जा जमा लिया। इसके साथ ही गौतमबुद्ध नगर के जेवर में बनने वाली फिल्म सिटी को लेकर अंतिम मुहर लगा दी गई। निर्माता-निर्देशक बोनी कपूर और रियल एस्टेट कंपनी भूटानी ग्रुप मिलकर जेवर में फिल्म सिटी के लिए 18% रेवेन्यू बोली लगाकर फिल्म सिटी पर अपना परचम लहराया। इस परियोजना के लिए अभिनेता अक्षय कुमार की कंपनी भी दौड़ में शामिल थी। जो 10% पर रहे। इनसे आगे केसी बोकर्डिया 15% पर और टी-सीरीज ने 5% तक ही अपनी रेवेन्यू बोली रखी।
ये सुपरस्टार्स थे लाइन में
फिल्म सिटी बनाने के लिए मशहूर ऐक्ट्रेस कंगना रानाउत, अक्षय कुमार, बोनी कपूर, गुलपनाग और मशहूर डायरेक्टर केसी बोकाडिया लाइन में लगे थे। बालाजी टेलीफिल्म, सोनी टीवी, तुलिप कंपनी और एक कोरियाई कंपनी ने फिल्म सिटी में जमीन लेने में रुचि दिखाई थी।
जेवर बना निवेशकों की पहली पसंद
यमुना सिटी निवेश के मामले में पूरे उत्तर प्रदेश में नंबर वन पर पहुंच गया है। इसी वजह से इसे औद्योगिक नगरी भी कहा जाता है। आज नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अलावा देश की सबसे बड़ी फिल्म सिटी जेवर में बनने जा रही है। इसको लेकर तैयारियां तेजी से चल रही हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिल्म सिटी परियोजना को अगले 6 महीने में धरातल पर उतारने के निर्देश दिए हैं।
पहले चरण में 230 एकड़ जमीन पर बनेगी फिल्म सिटी
बता दें कि यमुना सिटी के सेक्टर-21 में फिल्म सिटी बनेगी। ये फिल्म सिटी एक हजार एकड़ जमीन पर प्रस्तावित है। पहले चरण में 230 एकड़ जमीन पर फिल्म सिटी को विकसित किया जाएगा। यमुना विकास प्राधिकरण के अफसरों ने बताया कि जो कंपनी पहले चरण में फिल्म सिटी बनाएगी। उसकी दूसरे चरण में भी प्राथिमकता दी जाएगी। फिल्म सिटी बनाने वाली कंपनी के लिए एक बात स्पेशल यह होगी कि पूरी जमीन पर बिजली की लाइन, सीवर और अन्य सुविधा उसी को करवानी पड़ेगी। इसके लिए फिल्म सिटी से जुड़ी कंपनियों को ही जिम्मेदारी दी जाएगी।
Greater Noida: यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के सेक्टर-21 में 1000 एकड़ में प्रस्तावित फिल्म सिटी के लिए फिल्म निर्माता बोनी कपूर 27 जून को समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए आएंगे। फिल्म सिटी परियोजना के लिए यीडा और बोनी कपूर की कंपनी के बीच समझौता होगा। इसके साथ ही बोनी कपूर की कंपनी फिल्म सिटी के प्रथम चरण के लिए भूमि पर कब्जा लेगी। कब्जा लेने की औपचारिकता पूरी होने के बाद यीडा के बोर्ड रूम में बोनी कपूर अपने परिवार के साथ फिल्म सिटी के मॉडल को भी लॉन्च करेंगे।
कई देशों का दौरा कर बोनी कपूर ने बनवाया फिल्म सिटी का मॉडल
बता दें कि यीडी के सेक्टर-21 में एक हजार एकड़ में फिल्म सिटी प्रस्तावित है। पहला चरण 230 एकड़ में शुरू होगा। इसके लिए बोनी कपूर की कंपनी बेव्यू प्रोजेक्ट्स ने भूटानी ग्रुप के साथ मिलकर सबसे अधिक बोली लगाई थी। यूपी कैबिनेट से भी कंपनी को आवंटन पत्र जारी किया जा चुका है। फिल्म सिटी के निर्माण को लेकर दुनियाभर की फिल्म सिटी का अध्ययन करने के लिए बोनी कपूर ने कई देशों का दौरा किया है। कंपनी ने फिल्म सिटी का नया मॉडल तैयार किया है।
फिल्म सिटी से कमाई का 18 फीसदी यीडा को देना होगा
फिल्म सिटी का निर्माण शुरू करने से पहले कंपनी को सिक्योरिटी राशि के रूप में प्राधिकरण में 80 करोड़ रुपये जमा करने होंगे। फिल्म सिटी से होने वाली आय का 18 फीसदी भी यीडा को देना होगा। फिल्म सिटी में सड़क सहित अन्य सुविधाएं प्राधिकरण तैयार करेगा। इसके डिजाइन और निर्माण का पूरा कार्य बोनी कपूर की कंपनी की जिम्मेदारी रहेगी। कंपनी फिल्म सिटी के डिजाइन और तय प्रस्तावों में कोई बदलाव नहीं कर सकेगी। निर्माण का पूरा काम यीडा की ओर से कंपनी के समक्ष रखी गईं शर्तों के आधार पर ही होगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ के सपनों को पूरा करने में यमुना प्राधिकरण पूरी तरह से जुट गया है। यमुना प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में कई बड़ी योजनाओं पर मुहर लग गई है। गोल्फ कोर्स, ओपन स्टेडियम, एम्यूसियम पार्क, थीम पार्क, प्ले ग्रााउंड, बड़े पार्क जैसी चीजें लाने की योजना बनाई जा रही है। साथ ही कल बेब्यू कंपनी के साथ 11 बजे कंसेशन एग्रीमेंट साइन होगा। इसके अलावा बैठक में बोर्ड ने आवंटियों को भी बड़ा फायदा दिया है। बोर्ड ने उन आवंटियों को जो अभी तक अपना प्रोजेक्ट कार्य पूरा नहीं कर पाए, उनको अतिरिक्त मौका दिया है। अब 31 दिसंबर तक लोग अपनी फैक्ट्री या घर बना सकते हैं। पहले यह समय सीमा कम थी। समय सीमा में काम नहीं करने पर जुर्माना देना पड़ता है, लेकिन अब प्राधिकरण ने कहा है कि हम अपने आवंटियों को फायदा देंगे। किसी भी प्रकार का जुर्माना नहीं लिया जाएगा। आगामी 31 दिसंबर तक छूट दी गई है। उसके बाद जो आवंटी अपना निर्माण कार्य पूरा नहीं कर पाएंगे, उनके खिलाफ कार्यवाही की जा सकती है।
कई बड़ी योजनाओं पर लगी मुहर
यमुना प्राधिकरण के सीईओ ने बताया कि काफी जमीन हमारे पास है करीब साढ़े पांच हेक्टेयर से ज्यादा जमीन है। उसमें से आधी जमीन पर हम लोग गोल्फ कोर्स, ओपन स्टेडियम, एम्यूसियम पार्क, थीम पार्क, प्ले ग्रााउंड, बड़े पार्क जैसी चीजें लाने की योजना बना रहे हैं। साथ ही साथ ओलंपिक विलेज, ओलंपिक पार्क और ओलंपिक स्टेडियम भी बनाएंगे। रिक्वेशनल ग्रीन में हमने जो जमीन चिन्हित की है साढ़े पांच हजार हेक्टेयर उसमें से 27 हेक्टेयर में हम शुरू में योजना लाएंगे। उसका पूरा फिजिबिलिटी स्टडी करा कर उसका एक्यूजीशन शुरू करेंगे और अलॉटमेंट शुरू करेंगे। रिक्वेशनल ग्रीन में अलॉटमेंट की स्कीम बहुत जल्द आएगी और एक हजार एकड़ में वहां डेडिकेटेड गोल्फ कोर्स भी बनेगा। एक ओपन स्टेडियम, एक ओपन थियेटर भी बनेगा। आधुनिक शहर को जो चीजें चाहिए वो वहां रिक्वेशनल ग्रीन में बनाई जाएंगीं। साथ ही साथ स्पोर्ट्स एक्टिविटी के लिए थीम पार्क, सिटी पार्क, ओलंपिक पार्क, ओलंपिक विलेज जैसे कॉन्सेप्ट जो हमारे मास्टर प्लान में पहले से मौजूद हैं उनके लिए भी जमीन निर्धारण का काम किया जाएगा।
फिल्म सिटी में कल कंसेशन एग्रीमेंट होगा साइन
यमुना प्राधिकरण के सीईओ ने बताया कि फिल्म सिटी में कल हम लोग कंसेशन एग्रीमेंट साइन कर रहे है। बेब्यू कंपनी के साथ 11 बजे एग्रीमेंट साइन होगा। यहां फिल्म सिटी के लिए हम एक नया इंटरचेंज बनाने जा रहे हैं। क्योंकि फिल्म सिटी के लिए जो सेट्स लगते हैं उसमें काफी लकड़ी, लोहे इन सबके सामान जाते हैं। उसके लिए बहुत बड़ी-बड़ी गाड़ियां जाती हैं। अभी हमारे पास एंट्री केवल इंडस्ट्रियल सेक्टर से है। जिससे कि इंडस्ट्री को बहुत परेशानी होगी इसलिए उसको दूर करते हुए हम लोगों ने ये तय किया है कि सेक्टर 21 के सामने ही एक नया इंटरचेंज 75 मीटर चौड़ा दोनों तरफ से उतार-चढ़ाव दोनों बनाया जाए। जिससे कि फिल्म सिटी को भी डायरेक्ट एक्सेस मिल सके और सेक्टर 18,20 के जो आवंटी हैं उन्हें भी एक्सप्रेस-वे से उतरने की सुविधा मिल सके।
आवंटियों को 31 दिसंबर तक की मिली मोहलत
यमुना प्राधिकरण के सीईओ ने जानकारी देते हुए कहा कि ग्रुप हाउसिंग, टाउनशिप, आवासीय में और अन्य जगहों पर निर्माण की सीमा 31 दिसंबर 2024 तक बढ़ाई गई। क्योंकि अभी भी हर जगह बिजली उपलब्ध नहीं हो पाई है और कुछ जगह किसानों के स्टे जो अब शेल्टी में हैं सुप्रीम कोर्ट में हैं और जिनमें जजमेंट रिजर्व हैं। इसके कारण हमने समय सीमा 31 दिसंबर 2024 तक अंतिम बार बढ़ाई है। इन दोनों चीजों के समाधान के बाद निर्माण ना करने पर जो भी दण्डात्मक कार्रवाई होगी वो की जाएगी। मगर 31 दिसंबर तक निशुल्क ये सुविधा दी है।
Greater Noida: सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट फिल्म सिटी अब जल्द ही साकार होगा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के सेक्टर-21 में 1000 एकड़ में प्रस्तावित फिल्म सिटी के लिए फिल्म निर्माता बोनी कपूर ने प्रथम चरण के लिए भूमि पर कब्जा लेने समेत निर्माण को लेकर तय बायोलॉजी के आधार पर तैयार समझौते पर हस्ताक्षर किया। ग्रेटर नोएडा पहुंचे बोनी कपूर ने यीडा बोर्ड की बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में बोनी कपूर की कंपनी ने फिल्म सिटी के मॉडल को प्रस्तुत किया।
पहले चरण 230 एकड़ में बनाएंगे फिल्म सिटी
बता दें कि यीडा के सेक्टर-21 में एक हजार एकड़ में फिल्म सिटी प्रस्तावित है। पहला चरण 230 एकड़ में शुरू होगा। इसके लिए बोनी कपूर की कंपनी बेव्यू प्रोजेक्ट्स ने भूटानी ग्रुप के साथ मिलकर सबसे अधिक बोली लगाई थी। यूपी कैबिनेट से भी कंपनी को आवंटन पत्र जारी किया जा चुका है। पहले चरण में बनने वाली फिल्म सिटी के भूमि अधिग्रहण की औपचारिकता बोनी कपूर ने पूरा किया। फिल्म सिटी के निर्माण को लेकर दुनियाभर की फिल्म सिटी का अध्ययन करने के लिए बोनी कपूर ने कई देशों का दौरा किया है। कंपनी ने फिल्म सिटी का नया मॉडल तैयार किया है।
फिल्म सिटी से कमाई का 18 फीसदी यीडा को देना होगा
फिल्म सिटी का निर्माण शुरू करने से पहले कंपनी को सिक्योरिटी राशि के रूप में प्राधिकरण में 80 करोड़ रुपये जमा करने होंगे। फिल्म सिटी से होने वाली आय का 18 फीसदी भी यीडा को देना होगा। फिल्म सिटी में सड़क सहित अन्य सुविधाएं प्राधिकरण तैयार करेगा। इसके डिजाइन और निर्माण का पूरा कार्य बोनी कपूर की कंपनी की जिम्मेदारी रहेगी। कंपनी फिल्म सिटी के डिजाइन और तय प्रस्तावों में कोई बदलाव नहीं कर सकेगी। निर्माण का पूरा काम यीडा की ओर से कंपनी के समक्ष रखी गईं शर्तों के आधार पर ही होगा।
नोएडा में इंटरनेशनल फिल्म सिटी का इंतजार अब खत्म होने वाला है। जी हां यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-21 में विकसित होने वाली अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी का शिलान्यास इसी महीने होगा। जिसको लेकर तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। मिली जानकारी के मुताबिक फिल्म सिटी का निर्माण करने वाली कंपनी के मालिक व फिल्म निर्माता बोनी कपूर 22 से 24 जून के बीच ग्रेटर नोएडा आएंगे। इस दौरान प्राधिकरण अधिकारियों के साथ कई बैठकों में हिस्सा लेंगे। साथ ही फिल्म सिटी का शिलान्यास करने के लिए सेक्टर-21 में भी जाएंगे। फिल्म सिटी के लिए प्राधिकरण 230 एकड़ भूमि की घेराबंदी कर चुका हैं। जिस पर जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
बायलॉज के आधार पर सभी एमओयू साइन
फिल्म सिटी के निर्माण को लेकर लंबे समय से प्रक्रिया चल रही है। बीते दिनों दिल्ली में आयोजित एक बैठक में कंपनी ने प्रस्तावित 230 एकड़ भूमि पर कब्जा लेने की सहमति बन गई थी। फिल्म सिटी के निर्माण को शुरू करने के लिए प्राधिकरण की ओर से कंपनी के समक्ष कई शर्त रखी गईं। कंपनी को प्राधिकरण में 80 करोड़ रुपये बतौर सुरक्षा राशि जमा करने होंगे। फिल्म सिटी से होने वाले राजस्व का 18 प्रतिशत भी यमुना प्राधिकरण को देना होगा। फिल्म सिटी के लिए मार्ग समेत अन्य मूलभूत सुविधाएं प्राधिकरण विकसित करेगा। इसके डिजाइन और निर्माण का पूरा कार्य कंपनी की जिम्मेदारी रहेगी। कंपनी फिल्म सिटी के डिजाइन और तय प्रस्तावों में कोई बदलाव नहीं कर सकेगी। बोनी कपूर विशेष प्रयोजन माध्यम संस्था (एसपीवी) भी बनाएंगे, ताकि तय निमयों के अनुसार ही पूरा डिजाइन और निर्माण तैयार किया जा सके। इन सभी शर्तों के अनुसार तैयार बायलॉज के आधार पर सभी एमओयू हो चुके हैं।
22 से 24 जून के बीच शिलान्यास होने की संभावना
बेव्यू कंपनी ने फिल्म सिटी के प्रथम चरण के लिए प्रस्तावित 230 एकड़ भूमि पर कब्जा लेने समेत निर्माण को लेकर तय बायलॉज के आधार पर तैयार समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। 22 से 24 जून के बीच शिलान्यास होने की संभावना है। प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि सेक्टर-21 में 1000 एकड़ में फिल्म सिटी प्रस्तावित है। बोनी कपूर की कंपनी बेव्यू प्रॉजेक्ट्स ने भूटानी ग्रुप के साथ मिलकर सबसे अधिक बोली लगाकर विकासकर्ता कंपनी का अधिकार लिया है। कैबिनेट से भी कंपनी को आवंटन पत्र जारी किया जा चुका है।
सीएम योगी की महत्वाकांक्षी परियोजना नोएडा फिल्म सिटी आने वाले 8 सालों में बनकर तैयार हो जाएगी। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र के तहत नोएडा के सेक्टर में बनेगी। पहले चरण में तीन साल के अंदर यहां फिल्मों से संबंधित फैसिलिटीज और फिल्म इंस्टीट्यूट बनकर तैयार हो जाएगा। इस पूरे प्रोजेक्ट पर 1510 करोड़ रुपये का खर्च किया जाएगा।
आज यानी कि गुरुवार को फिल्म सिटी का निर्माण करने वाली बोनी कपूर और आशीष भूटानी की कंपनी बेब्यू प्रोजेक्ट एलएलपी और यीडा के बीच कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किया गया। कंसेशन एग्रीमेंट प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह और बोनी कपूर के बीच साइन किया गया। इस दौरान अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रुति और आशीष भूटानी भी उपस्थित रहे।
यीडा के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि फिल्म सिटी के पूरे प्रोजेक्ट को 8 वर्ष या 2920 दिन में पूरा किया जाएगा। वहीं फिल्म फैसिलिटीज और फिल्म इंस्टीट्यूट के लिए 3 वर्ष या 1095 दिनों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर कुल 1510 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। पहले दो साल में फिल्म सिटी के निर्माण में 50 करोड़ रुपये खर्च होंगे तो तीसरे वर्ष 75 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 8वें साल के बीच इस पर 100 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि स्टूडियो बैकलॉट्स और ओपेन सेट्स समेत फिल्मिंग कंपोनेंट्स पर 832.91 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जबकि हॉस्पिटैलिटी पर 373.93 करोड़ रुपये, सर्विस एकमोडेशन पर 315.07 करोड़ रुपये, ऑफिस पर 109.60 करोड़ रुपए और इंफ्रास्ट्रक्चर पर 76.44 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
इसी के साथ ही जमीन की बात करें, तो टोटल 230 एकड़ क्षेत्र में फिल्म सिटी का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 135 एकड़ क्षेत्र में फिल्मिंग फैसिलिटी विकसित की जाएंगी। 21 एकड़ क्षेत्र में फिल्म इंस्टीट्यूट बनेगा। इस तरह कुल 156 एकड़ में फिल्मिंग कंपोनेंट्स को विकसित किया जाएगा। बाकी 75 एकड़ में कॉमर्शियल कंपोनेंट्स स्थापित किए जाएंगे। इनमें सर्विस एकमोडेशन 57 एकड़ में, हॉस्पिटैलिटी-डॉर्मिटरीज 2.37 एकड़ में, हॉस्पिटैलिटी-अपस्केल 5.15 एकड़ में, हॉस्पिटैलिटी अपर अपस्केल में 3.60 एकड़ में, एफएंडबी फोकस्ड रिटेल डेवलपमेंट 5.15 एकड़ में और कॉमर्शियल ऑफिस 2.37 एकड़ में निर्मित होगा।
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December 17, 2022