Noida: ब्रांडेंड कंपनी के नकली कपड़े बेचने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. थाना सेक्टर-24 नोएडा पुलिस ने पीटर इंग्लैंड ब्राण्ड व वैन्ह्यूसन ब्राण्ड के नकली कपड़े बेचते हुए दो आरोपियों को मौके से गिरफ्तार किया है.
जानकारी के अनुसार 13 अगस्त को सेक्टर-15, पार्ट-1, गुडगांव स्थित जाँच अधिकारी एम/एस ब्राण्ड प्रोटेक्टर्स इण्डिया प्रा.लि. के जांच अधिकारी ने थाना सेक्टर-24 नोएडा में आकर सूचना दी कि नोएडा हॉट में एक व्यक्ति व उसकी पत्नी पीटर इग्लैंण्ड ब्राण्ड व वैन्ह्यूसन ब्राण्ड की नकली कपड़ों की सेल कर रहे हैं.
240 पेंट और 4 नकली शर्ट बरामद
सूचना के आधार पर थाना सेक्टर-24 पुलिस ने शिकायतकर्ता के साथ नोएडा हॉट जाकर सिद्धार्थ गाखर व उसकी पत्नी एकता को गिरफ्तार कर लिया. यह दोनों नोएडा हॉट में दुकान लगाकर पीटर इग्लैंण्ड ब्राण्ड व वैन्ह्यूसन ब्राण्ड की नकली कपड़ों की सेल कर रहे थे. आरोपियों के कब्जे से पीटर इग्लैंण्ड ब्राण्ड की 240 पेंट व वैन्ह्यूसन ब्राण्ड के 4 नकली शार्टस बरामद हुए हैं.
नकली कपड़ों को असली बताकर बेच रहे थे
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों द्वारा पीटर इग्लैंण्ड व वैन्ह्यूसन ब्राण्ड के नकली कपड़ों की सेल लगाकर असली कपड़ों के रूप मे बेच रहे थे. पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ कॉपीराइट एक्ट के तहत गौतमबुद्धनगर थाने में मुकदमा पंजीकृत कर अग्रिम विधिक कार्रवाई की.
एक बार फिर एक खुमार पूरे देश के सिर चढ़ कर बोलने वाला है. आप तो समझ ही गए होंगे हम किस खुमार की बात कर रहे हैं. जी हां, हम अपने पसंदीदा खेल क्रिकेट की ही बात कर रहे हैं. भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला 15 फरवरी से राजकोट में खेला जायेगा. जो कि भारतीय समयानुसार सुबह 9.30 बजे से खेला जाएगा. इससे पहले शुरुआती 2 मुकाबलों तक यह सीरीज 1-1 से बराबरी पर है. वहीं इस मुकाबले से पहले भारतीय टीम काफी बदली हुई नजर आ रही है. दरअसल, दिग्गज प्लेयर विराट कोहली ने निजी कारणों से ब्रेक ले लिया है. जबकि केएल राहुल चोट के कारण तीसरा मैच नहीं खेलेंगे साथ ही श्रेयस अय्यर और अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी चोट के कारण सीरीज से ही बाहर हैं.
तीसरे टेस्ट में 2 नये खिलाडियों का डेब्यू तय
जहां तीसरे टेस्ट में तेज गेंदबाद जसप्रीत बुमराह को आराम दिया जाना लगभग तय है. तो वहीं सूत्रों की मानें तो जसप्रीत अब तक राजकोट भी नहीं पहुंचे हैं. जबकि चोट के बाद ठीक होकर लौटे अनुभवी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा के खेलने पर भी संशय बरकरार है. इस तरह अब फैन्स को राजकोट टेस्ट में भारत की एक नई और अलग ही युवा पीढ़ी की टेस्ट टीम खेलती नजर आएगी. इस टेस्ट में सरफराज खान का डेब्यू करना तय माना जा रहा है. जबकि बतौर विकेटकीपर ध्रुव जुरेल को मौका दिये जाने की संभावना है. यदि ऐसा होता है तो यह उनका डेब्यू मैच रहेगा.
4 खिलाड़ियों को छोड़कर नए पीढ़ी के खिलाड़ी
राजकोट टेस्ट में कप्तान रोहित शर्मा, जडेजा, कुलदीप और अश्विन के अलावा सभी नए पीढ़ी के प्लेयर खेलते नजर आएंगे. साथ ही चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे को तो सीरीज के लिए चुना ही नहीं गया था. ऐसे में BCCI का प्लान साफ है कि वो टेस्ट में भी एक नई पीढ़ी की टीम तैयार करना चाह रहे हैं. जिनमें युवा पीढ़ी के खिलाडियों में यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, रजत पाटीदार, सरफराज खान, अक्षर पटेल मोहम्मद सिराज और मुकेश कुमार शामिल हैं और ध्रुव जुरेल/ केएस भरत (विकेटकीपर)के रूप में शामिल हो सकते हैं.
राजकोट टेस्ट में 33 रनों पर 3 विकेट चटकाकर जब इंग्लैंड की टीम जश्न मनाने की तैयारी तभी क्रीज पर उतरे रोहित ने इंग्लैंड टीम के ख्वाबों पर पानी फेर दिया. रोहित भारतीय टीम की ढाल बनकर खड़े हो गए. रोहित ने क्रीज पर अंगद की तरह ऐसे पांव जमाये की इंग्लैंड के गेंदबाजों के होश उड़ गए. नतीजतन ना केवल भारत की बिखरती पारी पर लगाम लगाकर मजबूती से रोहित ने कमान संभाल ली बल्कि टेस्ट क्रिकेट में 10 पारियों के इंतजार के बाद रोहित शर्मा के बल्ले से शानदार शतक भी निकला. जिसके बाद राजकोट में टेस्ट शतक लगाने वाले रोहित ओवरऑल 10वें और भारत के छठे बल्लेबाज बन गए. रोहित ने आखिरी टेस्ट शतक पिछले साल जुलाई में वेस्टइंडीज के खिलाफ जड़ा था.उसके बाद ये 11वीं टेस्ट इनिंग है, जिसमें रोहित के बल्ले से शतक निकला है.
218 दिन बाद गरजा टेस्ट में रोहित का बल्ला
भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला राजकोट में हुआ. मैच में टॉस रोहित शर्मा ने जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. ऐसा लगा रोहित का पहले बल्लेबाजी का फैसला बैकफायर कर गया, जब भारत ने तीन विकेट 33 रन पर गवां दिए लेकिन यहीं से रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा ने डूबती नाव संभाल ली. इस दौरान कप्तान रोहित शर्मा ने राजकोट टेस्ट में अपनी पारी के दौरान 196 गेंदों का सामना करते हुए 131 रन बनाये. इस दौरान उन्होंने 14 चौके और 3 छक्के जड़े. ये इंग्लैंड के खिलाफ रोहित का तीसरा टेस्ट शतक है. जो कि 3 साल के अंतराल के बाद उनके बल्ले से निकला है. ये उनके टेस्ट करियर का 11वां शतक भी है.
जडेजा और रोहित की बेहतरीन पार्टनरशिप
रोहित शर्मा ने अपनी शतकीय पारी के दौरान रवींद्र जडेजा के साथ मिलकर लंबी-चौड़ी पार्टनरशिप भी की. इस विशालकाय साझेदारी की बदौलत ही टीम इंडिया जो बैकफुट पर आ गई थी, अब मुकाबले में फ्रंटफुट पर दिख रही है. इसके साथ ही जडेजा औऱ रोहित ने 204 रनों की साझेदारी करने के साथ 39 साल पुराने एक रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया. भारत और इंग्लैंड के बीच चौथे विकेट के लिए टेस्ट मैच भारतीय टीम की तरफ से ये तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी है.
दादा और धोनी का तोड़ा रोहित ने रिकॉर्ड
रोहित शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ केवल शतक और बड़ी पार्टनरशिप ही नहीं की बल्कि एक मामले में सौरव गांगुली और एक मामले में महेंद्र सिंह धोनी को भी पीछे छोड़ दिया. इस शतक के बाद रोहित इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले चौथे भारतीय बन गए हैं और इस मामले में उन्होंने सौरव गांगुली को 5वें नंबर पर धकेल दिया है. रोहित से आगे इस लिस्ट में अब सिर्फ सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और राहुल द्रविड़ हैं. वहीं इस मैच में रोहित शर्मा ने महेंद्र सिंह धोनी को भी छक्के मारने के मामले में पीछे छोड़ दिया. महेंद्र सिंह धोनी ने टेस्ट मैचों में कुल 78 छक्के जड़े थे. वहीं हिटमैन अब तक टेस्ट क्रिकेट में कुल 80 छक्के जड़ चुके हैं. रोहित शर्मा ने अपनी शतकीय पारी के दौरान 3 छक्के लगाए. वैसे भारत की ओर से सर्वाधिक छक्के उड़ाने का रिकॉर्ड वीरेंद्र सहवाग के नाम है. इस विस्फोटक ओपनर ने अपने टेस्ट करियर में कुल 90 छक्के जड़े थे। टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड फिलहाल बेन स्टोक्स के नाम है. उन्होंने अब तक 128 छक्के लगाए हैं, जबकि बैजबॉल के जनक ब्रैंडन मैक्कुलम ने 107 छक्के जमाए थे.
कुछ बनने का और देश के लिए कुछ करने का जज्बा तो हर एक में होता है लेकिन कुछ लोग ही होते हैं जो अपनी मेहनत और सच्ची लगन से केवल देश का ही नहीं अपने मां-बाप का सिर भी फख्र से ऊंचा कर पाते हैं. कामयाबी के शिखर पर पहुंचने वाले हर शख्स की संघर्ष की कहानी तो जरूर होती है मगर कुछ कहानियां ऐसी होती हैं जो आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा और दुनिया के लिए मिसाल बन जाती हैं. आज हम ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी का जिक्र करने जा रहे हैं जो कि क्रिकेटर ध्रुव जुरेल और उनके माता-पिता की संघर्ष की कहानी भी है.
फौजी के बेटे का टीम इंडिया में डेब्यू
बता दें राजकोट टेस्ट में टीम इंडिया की ओर से एक नहीं दो खिलाड़ियों का टेस्ट डेब्यू देखने को मिला. उन्हीं में से एक हैं ध्रुव जुरेल. जो कि भारत के लिए टेस्ट डेब्यू करने वाले 312वें खिलाड़ी भी है. विकेट कीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल को तीसरे टेस्ट में केएस भरत की जगह मौका मिला है. दरअसल केएस भरत पहले दो टेस्ट में अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रहे, जिसके बाद उन्हें राजकोट में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच से बाहर कर दिया गया और ध्रुव जुरेल को मौका देकर दिनेश कार्तिक ने टेस्ट कैप दी. जानकारों की माने तो अगर ध्रुव राजकोट टेस्ट मैच में अपनी बेहतर छाप छोड़ते हैं तो उनके लिए आगे अवसर की झड़ी लग जायेगी क्योंकि राजकोट के बाद 2 और टेस्ट खेले जाने हैं. जिनमें उन्हें मौका मिल सकता है.
बेटे को आर्मी में देखने की थी पिता की ख्वाहिश
आगरा के 23 साल के क्रिकेटर ध्रुव जुरेल के पिता नेम सिंह भारतीय सेना में रहे और हवलदार पद से रिटायर हुए. नेम सिंह जी चाहते थे कि ध्रुव नेशनल डिफेंस अकादमी (एनडीए) में शामिल हों और देश की सेवा करें, लेकिन क्रिकेट के प्रति ध्रुव का जुनून उन्हें एक अलग दिशा में ले गया. हालांकि ध्रुव के परिवार में पहले कोई भी क्रिकेट नहीं खेलता था, लेकिन ध्रुव की प्रतिभा को जल्दी ही पहचान लिया गया और उनके पिता ने उनके कौशल को विकसित करने के लिए कोच परवेंद्र यादव की मदद मांगी. वहीं अपने बेटे की सफलता से नेम सिंह जी बहुत ही रोमांचित हैं. वो इसे एक सपने के सच होने के रूप में मानते हैं और ध्रुव का समर्थन करने वाले सभी लोगों के आभारी हैं.
बेटे के संघर्ष में मां का अहम योगदान
घर की आर्थिक स्तिथि ठीक ना होने के बाद भी ध्रुव के माता-पिता ने किसी भी मुश्किल को ध्रुव की कामयाबी के आड़े नहीं आने दिया.ध्रुव के लिए पहला क्रिकेट किट खरीदने के लिए उनकी मां ने अपनी एकमात्र सोने की चेन भी गिरवी रख दी थी लेकिन ध्रुव दृढ़ निश्चयी रहे और कड़ी मेहनत करते रहे। ध्रुव की इसी लगन और मेहनत का नतीजा आज पूरी दुनिया के सामने है.
ध्रुव जुरेल ने अब तक खेले कुल 15 मैच
ध्रुव जुरेल के पास ज्यादा मैचों का अनुभव नहीं है. उन्होंने केवल 15 मैच खेले है. जिनमें ध्रुव ने 790 रन बनाए हैं, जिसमें 1 शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं. इस दौरान विकेट के पीछे उन्होंने 2 स्टंप किए हैं. जबकि 34 कैच पकड़े हैं.
एक ओर जहां टीम इंडिया का इंग्लैंड संग तीसरा टेस्ट मैच चल रहा है तो वहीं दूसरी ओर टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज सरफराज खान की खूब चर्चा हो रही है. इसके साथ ही सब ये भी जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर वो कौन सी लड़की है जिसने सरफराज को ससुर के सामनेफ्लाइंग केस तक कर दी. हर कोई उनके बारे में जानने को बेताब है, आइये हम आपको बताते हैं कि आखिर कौन हैं सरफराज की बेगम.
कौन हैं रोमाना जहूर ?
कश्मीरी गर्ल रोमाना जहूर कश्मीर के शोफिया जिले के पशपोरा गांव की रहने वाली हैं। रोमाना की प्रारंभिक शिक्षा पशपोरा गांव में ही हुई और रोमाना ने बीएससी श्रीनगर से पूरी की है जिसके बाद रोमाना ने एमएससी दिल्ली से की है। आपको बता दें कि रोमाना दिल्ली की जिस कॉलेज में पढ़ती थीं सरफराज की बहन भी उसी कॉलेज में पढ़ती थीं और दोनों अच्छी सहेलियां भी थीं।
ऐसे शुरू हुई लव स्टोरी की शुरुआत
रोमाना और सरफराज की पहली मुलाकात 2019 में रणजी क्रिकेट मैच के दौरान ही हुई थी। जहां सरफराज मुंबई की ओर से जम्मू और कश्मीर के खिलाफ खेल रहे थे और रोमाना सरफराज की बहन और सहेलियों के साथ मैच देखने आई थी। जहां दोनों की पहली मुलाकात हुई। इस पहली मुलाकात में ही सरफराज अपना दिल रोमाना को दे बैठे और परिवार से बात करके खुद रोमाना के घर रिश्ता लेकर पहुँचे थे। युवा खिलाड़ी सरफराज खान ने 6 अगस्त को कश्मीर रीति रिवाजों के अनुसार रोमाना जहूर से उनके घर में ही निकाह किया। सरफराज ने अपनी शादी में काले रंग की शेरवानी पहनी हुई थी। वहीं उनकी दुल्हन रोमाना ने लाल रंग और गोल्डन रंग का लहंगा पहना हुआ था।
शादी के समय सरफराज बेहद खुश थे
सरफराज खान और रोमाना जहूर की शादी कश्मीर में हुई थी और सराफराज इस बात से बहुत खुश थे कि उनकी शादी घाटी में हुई थी। सरफराज खान ने अपनी शादी पर कहा था कि, "भगवान ने तय किया था कि कश्मीर में शादी करना मेरी किस्मत में है। मुझे यहां बहुत प्यार मिला है और जब भी समय मिलेगा मैं यहां आऊंगा।"
इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे तीसरे टेस्ट मैच में डेब्यू खिलाड़ी ध्रुव जरेल ने शानदार पारी खेली. ध्रुव ने मार्क वुड को सचिन के अंदाज में छक्का लगाकर बताया कि उनके अंदर क्या काबिलियत है. बता दें ध्रुव जुरेल ने रेहान अहमद की बॉल पर दो छक्के लगाए, वो हॉफ सेंचुरी की ओर बढ़ ही रहे थे कि 124वें ओवर में लेट कट खेलने के चक्कर में विकेट के पीछे कैच थमा बैठे. इस तरह से ध्रुव की पारी तो खत्म हुई, लेकिन 104 गेंदों पर 46 रन ठोककर उन्होंने खुद को मैदान में साबित कर दिया. इसके साथ ही ध्रुव जुरेल की कहानी भी बहुत संघर्षों वाली है वो भी आपको बताते है.
बेटे को आर्मी में देखने की थी पिता की ख्वाहिश
आगरा के 23 साल क्रिकेटर ध्रुव जुरेल के पिता नेम सिंह भारतीय सेना में रहे और हवलदार पद से रिटायर हुए. नेम सिंह जी चाहते थे कि ध्रुव नेशनल डिफेंस अकादमी (एनडीए) में शामिल हों और देश की सेवा करें, लेकिन क्रिकेट के प्रति ध्रुव का जुनून उन्हें एक अलग दिशा में ले गया। हालांकि ध्रुव के परिवार में पहले कोई भी क्रिकेट नहीं खेलता था, लेकिन ध्रुव की प्रतिभा को जल्दी ही पहचान लिया गया और उनके पिता ने उनके कौशल को विकसित करने के लिए कोच परवेंद्र यादव की मदद मांगी। वहीं अपने बेटे की सफलता से नेम सिंह जी बहुत ही रोमांचित हैं। वह इसे एक सपने के सच होने के रूप में मानते हैं और ध्रुव का समर्थन करने वाले सभी लोगों के आभारी हैं।
बेटे के संघर्ष में मां का है अहम योगदान
घर की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के बाद भी ध्रुव के माता-पिता ने किसी भी मुश्किल को ध्रुव की कामयाबी के आड़े नहीं आने दिया। ध्रुव के लिए पहला क्रिकेट किट खरीदने के लिए उनकी मां ने अपनी एकमात्र सोने की चेन भी गिरवी रख दी थी लेकिन ध्रुव दृढ़ निश्चयी रहे और कड़ी मेहनत करते रहे। ध्रुव की इसी लगन और मेहनत का नतीजा आज पूरी दुनिया के सामने है।
ध्रुव जुरेल ने अब तक खेले कुल 15 मैच
ध्रुव जुरेल के पास ज्यादा मैचों का अनुभव नहीं है। उन्होंने केवल 15 मैच खेले हैं। जिनमें ध्रुव ने 790 रन बनाए हैं, जिसमें 1 शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं। इस दौरान विकेट के पीछे उन्होंने 2 स्टंप किए हैं। जबकि 34 कैच पकड़े हैं।
क्रिकेट मैच हो और चौके, छक्कों की बात ना हो ऐसा हो सकता है भला। वहीं अगर मैदान पर भारतीय टीम उतरी हो तो समझो धो डाला। जी हां हम बात कर रहे हैं राजकोट में भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज की। राजकोट में चल रही टेस्ट सीरीज में भारत के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल का एक नया रूप ही देखने को मिल रहा है जहां विशाखापत्तनम में दोहरा शतक जड़ने वाले यशस्वी ने राजकोट में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में सिर्फ 122 गेंदों में शतक ठोंक दिया। इस दौरान 9 चौके और 5 छक्के भी उड़ाए। यशस्वी जायसवाल और रोहित शर्मा जब पारी का आगाज करने उतरे तो उस समय पहली पारी के आधार पर भारत के पास 126 रनों की बढ़त थी। जबकि इंग्लैंड ने भारत के 445 रनों के जवाब में 319 रनों पर आउट हो गया था।
DRS ने दिया यशस्वी को जीवनदान
यशस्वी जायसवाल की शुरुआत कुछ खास अच्छी नहीं रही। वह पिच पर पैर जमाने के लिए संघर्ष कर रहे थे, लेकिन जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा उन्होंने लय पकड़ ली। 9वें ओवर में उनके खिलाफ टॉम हार्टले की गेंद पर LBW की जोरदार अपील हुई लेकिन इंग्लैंड ने DRS ले लिया, जिससे वह बच गए। इसके बाद पहला चौका जो रूट को लगाया तो टॉम हार्टले का हिसाब बराबर किया और 80 गेंदों में हाफ सेंचुरी पूरी की।
700 विकेट लेने वाले जेम्स के उड़ाए छक्के
युवा बल्लेबाज ने असल आक्रामक रुख 27वें ओवर में दिखाया। यशस्वी ने करीब 700 विकेट लेने वाले अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन को पहले छक्का, फिर दो लगातार चौके उड़ाते हुए हाथ खोले। 28वें ओवर में टॉम हार्टले की गेंद पर दो छक्के जड़कर शतक के करीब पहुंच गए। इसके बाद जो रूट को चौका-छक्के और रेहान को भी एक छक्का लगाया।
वीरेंद्र सहवाग के रिकॉर्ड की बराबरी
यशस्वी ने 39वें ओवर की आखिरी गेंद पर मार्क वुड को चौका लगाते हुए हाफ सेंचुरी पूरी की। कवर पॉइंट पर इस चौके के साथ ही उन्होंने वीरेंद्र सहवाग और संजय मांजरेकर के सबसे तेज 3 टेस्ट शतक बनाने का भारतीय रिकॉर्ड बराबर किया। वीरेंद्र सहवाग और संजय मांजरेकर ने 13 टेस्ट पारियों में 3 टेस्ट शतक ठोके थे। हालांकि सहवाग का इस दौरान औसत 53.31 का था, जबकि यशस्वी का औसत 62.25 का है।
सरफराज खान अपने टेस्ट डेब्यू के साथ ही दुनियाभर में छा गए हैं। वे आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में भी बड़े बड़े खिलाड़ियों को पछाड़ने में कामयाब रहे हैं। डोमेस्टिक क्रिकेट में नाम कमाने वाले युवा बल्लेबाज सरफराज खान अब भारतीय टीम के भी खिलाड़ी बन गए हैं। उनके इंटरनेशनल डेब्यू का इंतजार पिछले करीब दो साल से हो रहा था, जो इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में पूरा हो गया। सरफराज ने जैसे घरेलू क्रिकेट में रन बनाए, उसी तरह का आगाज इंटरनेशनल में भी किया। पहले ही टेस्ट की दोनों पारियों में अर्धशतक लगाने वाले वे भारत के कुछ चुनिंदा खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने आईसीसी रैंकिंग की टॉप 100 खिलाड़ियों की लिस्ट में एंट्री कर ली है।
डेब्यू टेस्ट की दोनों पारियों में जड़े अर्धशतक
सरफराज खान ने इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच में अपना डेब्यू किया। राजकोट में खेले गए इस मैच की पहली पारी में सरफराज खान ने 62 रन की बेहतरीन पारी खेली। इसमें उनके बल्ले ने 9 चौके और एक आसमानी छक्का जड़ा। वहीं दूसरी पारी में भी सरफराज ने अपना धुआंधार धमाका जारी रखा। इस बार सरफराज के बल्ले से 72 बॉल पर 68 रन आए। उन्होंने 6 चौके और तीन छक्के लगाए।
सरफराज आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में 75वें स्थान पर आए
आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में सरफराज 75वें स्थान पर आ गए हैं। उनकी रेटिंग 419 की है। बड़ी बात ये है कि वे भारत के अलावा दुनियाभर के कई दिग्गज खिलाड़ियों की लिस्ट में शुमार हो गए हैं। रैंकिंग में टॉप 100 की लिस्ट में वे भारतीय टीम के स्टार खिलाड़ियों में शुमार रविचंद्रन अश्विन से आगे निकल गए हैं। जो इस वक्त 394 की रेटिंग के साथ 80वें स्थान पर हैं। वहीं उन्होंने मार्को यानसेन, रचिन रवींद्र और तेज नारायण चंद्रपॉल को भी पीछे छोड़ दिया है।
रांची टेस्ट में होगी असली परीक्षा
सरफराज की असली परीक्षा तो रांची टेस्ट में होगी। इंग्लैंड को भी उम्मीद नहीं होगी कि सरफराज खान भारतीय स्क्ववाड में शामिल हो जाएंगे। सरफराज ने इससे पहले इंटरनेशनल मैच नहीं खेले हैं, इसलिए उनकी बल्लेबाजी स्टाइल के बारे में भी अंग्रेजी गेंदबाजों को अब तक ज्यादा पता नहीं था। अब सरफराज एक मैच खेल चुके हैं और उनकी बल्लेबाजी शैली से इंग्लैंड वाकिफ हो चुका है, इसलिए वे अगले मैच में उस रणनीति के हिसाब से उन्हें गेंदबाजी करेगा। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि रांची टेस्ट में उनका प्रदर्शन कैसा होता है।
भारत और इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा टेस्ट मैच रांची में खेला जा रहा है. जहां भारतीय टीम के दिग्गज स्पिनर आर अश्विन ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है. उन्होंने एक ऐसी कामयाबी हासिल की जो इससे पहले किसी भी भारतीय को नहीं मिली थी. इंग्लैंड के खिलाफ कपिल देव और अनिल कुंबले को भी विकेट लेने के मामले में अश्विन ने पीछे छोड़ दिया है.
100 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बने
भारतीय टीम के स्पिनर आर अश्विन ने एक और कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। भारत और इंग्लैंड के पिछले मुकाबले में जहां उन्होंने भारत की तरफ से सबसे तेज 500 टेस्ट विकेट लेने खिताब अपने नाम किया था तो वहीं अब रांची में इंग्लैंड के खिलाफ 100 विकेट लेने वाले अश्विन पहले गेंदबाज बन गए हैं। दोनों देशों के बीच खेले गए टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में अब वह दूसरे नंबर पर आ गए हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ लगाया विकटों का शतक
भारतीय टीम के चैंपियन स्पिनर आर अश्विन ने इंग्लैंड को जॉनी बेयरस्टो को lbw करने के साथ ही इंग्लैंड के खिलाफ विकटों का शतक जड़ दिया है। आर अश्विन इस टीम के खिलाफ टेस्ट में 100 विकेट लेने वाले पहले भारतीय हैं। 23 टेस्ट में अश्विन ने अपने नाम यह 100 विकेट पूरे कर लिए हैं। इस दौरान अश्विन ने 55 रन देकर 6 विकेट लेकर बेस्ट गेंदबाजी का प्रदर्शन किया
सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बने
आपको बता दें आर अश्विन अब सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर दिग्गज भागवत चंद्रशेखर का नाम है। उन्होंने 23 मैचों में 95 विकेट झटके थे। महान गेंदबाज अनिल कुंबले ने 19 टेस्ट खेलकर इंग्लैंड के खिलाफ 92 विकेट अपने नाम किए थे। वहीं बिशन सिंह बेदी और कपिल देव के नाम इस टीम के खिलाफ टेस्ट में 85-85 विकेट हैं।
राजकोट टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ दोनों पारियों में अर्धशतक लगाकर धमाकेदार डेब्यू देने के बाद सरफराज खान की इंडियन प्रीमियर लीग 2024 में एंट्री हो सकती है। वहीं में इंडियन प्रीमियर लीग 2024 से सरफराज का यह फॉर्म अब दिल्ली कैपिटल्स को खटक रहा है। दरअसल सरफराज खान को दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने नए सीजन से पहले रिलीज कर दिया था। दिल्ली से पहले वह चार साल तक विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम का हिस्सा थे। इसके बाद वह पंजाब किंग्स में आए फिर दिल्ली की टीम ने उन्हें खरीदा था। हालांकि घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने के बाद भी सरफराज आईपीएल में किसी भी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं।
2022 में दिल्ली कैपिटल्स का बने थे हिस्सा
दिल्ली कैपिटल्स के साथ सरफराज खान 2022 में जुड़े और दो सीजन टीम के लिए खेले। जिसमें उन्हें 10 मैचों में मौका मिला और वह सिर्फ 144 रन बना सके। वहीं सौरव गांगुली का मानना है ’कि सरफराज मुख्य रूप से एक रेड-बॉल खिलाड़ी हैं। टी20 क्रिकेट में सरफराज खुद को नहीं ढाल पाए हैं। यही कारण है कि फ्रेंचाइजी ने उन्हें रिलीज करने का फैसला लिया।’
IPL 2024 के लिए दो टीमें सरफराज को जोड़ना चाह रहीं
इंडियन प्रीमियर लीग 2024 की नीलामी में सरफराज खान 20 लाख के बेस प्राइस पर आए, लेकिन उन पर किसी भी फ्रेंचाइजी ने बोली नहीं लगाई। वहीं अब टीम इंडिया के लिए दमदार डेब्यू करने के बाद उनकी किस्मत के सितारे पलट सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक सरफराज को दो टीमें अपने साथ जोड़ना चाह रही है, जिसमें कोलकाता नाइट राइडर्स और चेन्नई सुपर किंग्स है। इसके अलावा उनकी पुरानी फ्रेंचाइजी आरसीबी भी उन्हें अपने साथ लेने की इच्छुक है, लेकिन संभावना केकेआर और सीएसके की अधिक बन रही है।
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