सियासी पिच में पहली बॉल पर मारा 'पठान' ने छक्का, कांग्रेस के 25 साल पुराने किले को किया ध्वस्त, दिल्ली तक मची खलबली ?

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व धाकड़ ऑलराउंडर यूसुफ पठान ने राजनीति की पिच पर भी गर्दा उड़ा दिया है। टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान ने राजनीति के मैदान में भी बाजी मार ली है। पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान ने पश्चिम बंगाल की बहरामपुर लोकसभा सीट पर अपनी जीत का परचम फहराया है। यूसुफ पठान इस लोकसभा चुनाव में टीएमएसी के टिकट पर मैदान में थे। यूसुफ ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अधीर रंजन चौधरी को 85022 मतों से करारी हार दी है। कांग्रेस के उम्मीदवार अधीर रंजन साल 1999 से लगातार पांच बार इस सीट पर जीत दर्ज कर चुके थे। यूसुफ पठान को 524516, जबकि अधीर रंजन चौधरी को 439494 वोट हासिल हुए। आपको बता दें कि 41 साल के यूसुफ पठान पहली बार चुनाव लड़ रहे थे। यूसुफ पठान ने फरवरी 2021 में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से रिटायमेंट ले लिया था। पठान टी20 वर्ल्ड कप (2007) और 2011 में 50 ओवर वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रह चुके हैं।

'ये सिर्फ मेरी जीत नहीं बल्कि सभी कार्यकर्ताओं की जीत'
यूसुफ पठान ने जीत के बाद कहा कि 'मैं आप सभी को बधाई देता हूं, जो मेरे साथ रहे हैं। मैं खुश हूं। यह सिर्फ मेरी जीत नहीं है, बल्कि सभी कार्यकर्ताओं की जीत है। रिकॉर्ड टूटने के लिए ही बनते हैं। मैं अधीर रंजन जी का सम्मान करता हूं और मैं ऐसा करना जारी रखूंगा। मैं सबसे पहले एक स्पोर्ट्स अकादमी बनाऊंगा ताकि युवा अपना करियर बना सकें। मैं उद्योगों के लिए भी काम करूंगा। मैं यहां रहूंगा और लोगों के लिए काम करूंगा। मैं गुजरात में भी रहूंगा क्योंकि मेरा परिवार वहीं है। बहरामपुर में मुझे एक नया परिवार मिला है। मैंने दीदी (ममता बनर्जी) से बात की वो खुश हैं।' वहीं यूसुफ की इस बड़ी जीत पर उनके भाई इरफान पठान के खुशी का ठिकाना नहीं रहा है। इरफान ने अपने भाई के लिए सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरे शेयर कर उन्हें चुनावी खेल में जीत की बधाई दी।

पांच बार जीत चुके अधीर रंजन को मिली मात
अधीर रंजन चौधरी ने पिछले लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के अपूर्वा सरकार को 80,696 मतों के अंतर से हराया था। 2014 में चौधरी ने टीएमसी के इंद्रनील सेन को 1,56,567 मतों के बड़े अंतर से हराया था। जबकि 2009 के आम चुनाव में अधीर रंजन चौधरी ने रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP) के प्रमोद मुखर्जी को हराकर सीट जीती थी। कुल मिलाकर चौधरी इस सीट पर लगातार पांच बार चुनाव जीत चुके हैं। पहली बार उन्होंने 1999 में चुनाव लड़ा था।

By Super Admin | June 04, 2024 | 0 Comments

Hot Categories

3
2
1