बस 5 मिनट की बारिश ने खोल दी तैयारियों की पोल, ये है सूबे के सबसे हाईटेक प्राधिकरण का नमूना, देखिए ग्रेनो की सड़कें कैसे बन गईं वेनिस!

Greater Noida: इटली के उत्तर पूर्व में मौजूद वेनिस अपनी अद्भुत और मनमोहक जगहों के लिए दुनिया भर के पर्यटकों के बीच में फेमस है। वेनिस में सड़क पर आपको कम लोग दिखेंगे लेकिन नहरों में चलती नांव को अधिक देखा जा सकता है। आपको लग रहा होगा यहां हम वेनिस शहर का जिक्र क्यों कर रहे हैं तो आपको बता दें ये ग्रेटर नोएडा शहर के लिए तंज मात्र है। बारिश के समय ग्रेटर नोएडा की सड़कों के हाल देख मजाक में शायद यही बोल रहे होंगे। मात्र पांच मिनट की बारिश ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के तैयारियों की पोल खोल दी है। पानी की सही निकासी नहीं हो पाने के चलते सड़कें नालों में तब्दील हो चुकी हैं। ज्यादतर सड़कों के पास बने नालियां चोक हैं, जिसके चलते नालों का पानी बारिश में मिल गये हैं।

गड्ढों वाली सड़कों में भर गया लबालब पानी

गौतमबुद्ध नगर जिले का मुख्यालय सूरजपुर इलाके में है। सूरजपुर मेन मार्केट से गुजरने वाली सड़क के हाल पहले से ही बेहाल है। यहां बड़े-बड़े गड्ढे हैं। अब बारिश में जब सड़कें लबालब पानी से भर गई हैं तो गड्ढे भी दिखने बंद हो गये हैं। जिसके चलते कई हादसे बारिश के बाद से देखने को मिले। दरअसल, नोएडा से ग्रेटर नोएडा और दादरी को जोड़ने वाली सड़क सूरजपुर से होकर गुजरती है। सूरजपुर में सड़क बेहद ही दयनीय हालत में है। आलम ये है कि बारिश के पानी के चलते सड़क पूरी तरह से तालाब में तब्दील हो चुकी है। इसी सड़क से बड़े वाहन से लेकर छोटे वाहन तक सब गुजरते हैं। गड्ढे इतने बड़े हैं कि छोटे वाहन तो छोड़िए इसमें बड़े वाहन भी फंस सकते हैं। मॉनसून अभी कुछ दिन पहले ही शुरू हुआ है। लेकिन यहां पानी हमेशा भरा रहता है। बारिश के कुछ मिनट के बाद तो यहां से गुजरना भी मुश्किल हो जाता है।

इंडस्ट्रियल सेक्टर का भी हाल बेहाल

ग्रेटर नोएडा में कई औद्योगिक सेक्टर हैं, जहां बारिश के बाद जल भराव देखने को मिल रहा है। औद्योगिक सेक्टर में काम करने वाले लोगों ने बताया कि हर बार बारिश के बाद यहां यही हालात बन जाते हैं लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं करता। ऐसा ही ग्रेटर नोएडा का एक इंडस्ट्रियल सेक्टर है ईकोटेक थर्ड, यहां वर्तमान में छोटी-बड़ी सैकड़ों ईकाइयां चल रही हैं। यहां की सड़कें टूटी हैं, बारिश के बाद ईकोटेक-थर्ड की सड़कें लबालब भर जाती हैं। कई कंपनियों में बारिश का पानी अंदर तक पहुंच जाता है। जिससे फैक्ट्रियों में काम पूरी तरह से प्रभावित हो जाता है।

By Super Admin | July 18, 2024 | 0 Comments

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