Noida: पाकिस्तान से आई सीमा हैदर की तरह एक और मामला सामने आया है. अब बांग्लादेशी महिला एक साल के बच्चे के साथ पति की तलाश में नोएडा आई है. बांग्लादेश से आई महिला सोनिया अख्तर का कहना है कि नोएडा के रहने वाले सौरभकांत तिवारी ने 3 साल पहले उससे निकाह किया था. कुछ दिन साथ रहने के बाद वह भारत चला आया. महिला का आरोप है कि इसके बाद सौरभ वापस नहीं लौटा. महिला ने नोएडा पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है.
महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
सोनिया अख्तर का एक वीडियो सोशल मीडिय पर वायरल हो रहा है. जिसमें वह अपने पति की तलाश में भारत आने की बात कह रही है. पुलिस की गाड़ी में बैठी बांग्लादेशी महिला के आसपास महिला पुलिसकर्मी मौजूद हैं. वहीं, महिला ने सोमवार को महिला थाने में शिकायत भी दी है. जिसकी जांच एसीपी महिला सुरक्षा कर रही हैं.
3 साल पहले निकाह करने का लगाया आरोप
शिकायत में बांग्लादेशी महिला ने बताया कि सौरभकांत तिवारी नामक एक व्यक्ति ने बांग्लादेश में 14 अप्रैल 2021 को उसके साथ निकाह किया था. सौरभकांत उसे छोड़कर भारत वापस आ गया. निकाह के बाद उसका और सौरभ का एक बेटा भी हुआ है. सोनिया अख्तर का आरोप है कि सौरभ पहले से शादीशुदा था और उसने इस बात को उससे छिपाया था. उसने बताया कि सौरभकांत बांग्लादेश में जनवरी 2017 से दिसंबर 2021 तक ढाका में एक कंपनी में नौकरी करता था. महिला ने पुलिस को अपना और बेटे का पासपोर्ट, वीजा और नागरिक कार्ड उपलब्ध कराए हैं.
एसीपी महिला सुरक्षा कर रही हैं जांच
गौतम बुद्ध नगर कमिश्नरेट के मीडिया सेल का कहना है कि सौरभकांत तिवारी ने महिला के साथ शादी बांग्लादेश में की है. घटना स्थल बांग्लादेश का है. हालांकि इस प्रकरण की जांच एसीपी महिला सुरक्षा को दी गई है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. सौरभ कहां का रहने वाला है, इसकी भी पूरी जानकारी महिला को नहीं है. जांच के दौरान सभी जानकारी सामने आने की बात कही जा रही है.
Noida : पाकिस्तान से हिंदुस्तान आई सीमा हैदर के बाद बांग्लादेश से अपने 1 साल के बच्चे के साथ अपने पति के लिए ग्रेटर नोएडा पहुंची सानिया अख्तर ने अपने पति के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं। सानिया अख्तर के मुताबिक, सौरभ कांत तिवारी ने बांग्लादेश में मुस्लिम धर्म अपनाया था और सानिया अख्तर से निकाह करके 2 साल तक उसके साथ अपनी कंपनी के प्राइवेट क्वार्टर में रहा करता था।
बहना बनाकर सौरभ आया भारत
सानिया अख्तर ने अपने पति सौरभ कांत तिवारी के ऊपर गंभीर आरोपों अभी लगाया है। सानिया का कहना है कि बेटा पैदा होने के बाद वह बांग्लादेश से हिंदुस्तान बहाना बनाकर आ गया। काफी दिन तक इंतजार किया लेकिन वह बांग्लादेश वापस नहीं आया। ऐसे में सानिया अब पति की तलाश में ग्रेटर नोएडा में स्थित समिति में पहुंची। जहां पर सौरभ तिवारी अपने बीवी और बच्चे के साथ रह रहा था, वहां से उसको भगा दिया गया। अख्तर का कहना है कि सौरव ने खुद की शादी की बात छुपाई थी और मुस्लिम रीति रिवाज के साथ उसके साथ निकाह किया था।
पुलिस कमिश्नर के दफ्तर पहुँची सानिया अख्तर
नोएडा के सेक्टर 108 पुलिस कमिश्नर के ऑफिस में सानिया अख्तर अपने 1 साल के बच्चे के साथ पहुंची थी।इस दौरान बातचीत में बताया, वह अपने 1 साल के बच्चे की जिंदगी की दुहाई मांग रही है। सानिया अख्तर का कहना है कि वह सौरभ कांत तिवारी के साथ ही रहेगी। वह इस बच्चे को लेकर कहां जाए, इसकी क्या गलती है । सानिया ने अपने शादी के बाद के सभी फोटो भी दिखाएं, जिसमें सौरभ कांत तिवारी और सानिया एक साथ मौजूद है।
एक साल के बच्चे का क्या कसूर है
सानिया अख्तर का कहना है कि बांग्लादेश के ढाका में सौरभ कांत तिवारी जिस कंपनी में काम करते थे, उस कंपनी में वह बिजनेस के सिलसिले से गई थी। जहां पर सौरभ से उनकी मुलाकात हुई।सौरभ ने ही उनका सबसे पहले प्रपोज किया था। शादी के बाद सौरभ ने कंपनी की तरफ से मिले फ्लैट में ही उसको रखा था।
सौरभ ने सानिया पर लगाए आरोप
वहीं सौरभ कांत तिवारी ने सानिया अख्तर पर आरोप लगाते हुए मीडिया में बयान दिया था कि उसको हनी ट्रैप में फसाया गया है। उसको जबरदस्ती वहां पर रखा गया था । सानिया अख्तर का कहना है उनके सभी बयानों को कल मैंने सुना था, अगर उनको बांग्लादेश की जनता ने जबरदस्ती रखा था तो वह 2 साल तक क्यों रहे, हिंदुस्तान वापस क्यों नहीं आए। इस तरीके के उनके द्वारा लगाए जा रहे आरोप गलत है ।बच्चा पैदा होने के बाद वह बिना बताए हिंदुस्तान आ गए और अब मुझे और मेरे 1 साल के बच्चे को रखने के लिए मना कर रहे हैं।
Greater Noida: सीमा हैदर के बाद बांग्लादेश से आई सोनिया अख्तर को अपने पति सौरभकांत से मिलने की उम्मीद जगी है। दरअसल, सोनिया की याचिका पर दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने सौरभकांत को नोटिस जारी किया है। सोनिया के वकील डॉ. एपी सिंह ने बताया कि मुस्लिम लॉ के अंतर्गत दायर की गई याचिका में कोर्ट ने नोटिस जारी किया है। इसके तहत सोनिया को उसके पति के ग्रेटर नोएडा और राजस्थान के अलवर स्थित घर में रहने का पूरा अधिकार है।
बेटे के साथ 3 महीने पहले भारत आई थी सोनिया
बता दें कि सोनिया 3 अगस्त को बांग्लादेश से अपने सवा साल के बेटे को लेकर भारत में आई थी। शुरू में वकील रेनू सिंह की मदद से वह ग्रेनो में किराये पर रहकर न्याय के लिए संघर्ष कर रही थी। अब वह दिल्ली में वकील एपी सिंह की मदद से कानूनी लड़ाई लड़ रही है। उसने अपने पति ग्रेनो की शिवालिक होम्स सोसाइटी निवासी सौरभ को पाने के लिए नोएडा पुलिस, प्रधानमंत्री से गुहार लगाई थी। इसके बाद मामला राष्ट्रीय, उत्तर प्रदेश और दिल्ली महिला आयोग पहुंचा था। अब सोनिया ने तीस हजारी कोर्ट में याचिका दायर की।
बांग्लादेश ने भारत सरकार से की कानूनी कार्रवाई की मांग
एपी सिंह ने बताया कि सोनिया की शिकायत बांग्लादेश हाईकमीशन को दी गई थी। हाईकमीशन ने शेख हसीना को पूरे मामले से अवगत कराकर शिकायत दी है। अब शेख हसीना ने इस शिकायत को कार्रवाई के लिए भारत सरकार व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। जिसमें सोनिया अख्तर के पति सौरभ पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
बांग्लादेश में धर्म बदलकर सौरभ ने सोनिया से किया था निकाह
सोनिया के मुताबिक सौरभकांत बांग्लादेश में एक कंपनी में नौकरी करता था। इसी दौरान उससे उसकी मुलाकात हुई थी। इस दौरान सौरभ ने उससे पहली पत्नी के मौत होने की बात कही। इसी बीच बांग्लादेश में सौरभ ने 11 अप्रैल 2021 को इस्लाम धर्म कबूल कर बाद 14 अप्रैल 2021 को उसके साथ निकाह कर लिया था। कंपनी के दिए घर में वह सौरभ के साथ रहती थी। इसके बाद 20 अप्रैल 2022 को उसने बेटे को जन्म दिया था। सोनिया के लिए तीन घरेलू सहायिकाएं रखी थीं। इस बीच सौरभ की पहली पत्नी व बच्चे बांग्लादेश आ गए। पहली पत्नी की शिकायत पर सौरभ को बांग्लादेश स्थित कंपनी से हटा दिया गया। 24 दिसंबर 2022 को सौरभ भारत आ गया। सोनिया ने कहा कि वह अपना धर्म कभी नहीं बदलेगी। अगर वह पहली पत्नी को साथ भी रखते हैं तो उन्हें कोई एतराज नहीं।
Greater Noida: सीमा हैदर के नक्शे कदम पर बंग्लादेश से आई सोनिया अख्तर भी चल पड़ी है। जहां एक तरफ सीमा हैदर ने सचिन मीणा के लिए करवा चौथ का व्रत रखा। वहीं, सोनिया अख्तर ने भी हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार अपने पति सौरभ कांत तिवारी के लिए करवा चौत का व्रत रखा। सोनिया ने भी दिनभर व्रत रखने के बाद में चंद्रमा के दर्शन के बाद व्रत खोला। बता दें कि बांग्लादेश से ग्रेटर नोएडा आकर सोनिया अख्तर पति के लिए कोर्ट में लड़ाई लड़ रही है। सोनिया अख्तर की भी मदद सीमा हैदर के वकील एपी सिंह कर रहैं।
बांग्लादेश में धर्म बदलकर सौरभ ने सोनिया से किया था निकाह
सोनिया के मुताबिक सौरभकांत बांग्लादेश में एक कंपनी में नौकरी करता था। इसी दौरान उससे उसकी मुलाकात हुई थी। इस दौरान सौरभ ने उससे पहली पत्नी के मौत होने की बात कही। इसी बीच बांग्लादेश में सौरभ ने 11 अप्रैल 2021 को इस्लाम धर्म कबूल कर बाद 14 अप्रैल 2021 को उसके साथ निकाह कर लिया था। कंपनी के दिए घर में वह सौरभ के साथ रहती थी। इसके बाद 20 अप्रैल 2022 को उसने बेटे को जन्म दिया था। सोनिया के लिए तीन घरेलू सहायिकाएं रखी थीं। इस बीच सौरभ की पहली पत्नी व बच्चे बांग्लादेश आ गए। पहली पत्नी की शिकायत पर सौरभ को बांग्लादेश स्थित कंपनी से हटा दिया गया। 24 दिसंबर 2022 को सौरभ भारत आ गया। सोनिया ने कहा कि वह अपना धर्म कभी नहीं बदलेगी। अगर वह पहली पत्नी को साथ भी रखते हैं तो उन्हें कोई एतराज नहीं।
नोएडा: पड़ोसी देश बांग्लादेश से भारत आई सोनिया अख्तर की वीजा अवधि पूरी हो चुकी है। हालांकि सोनिया अपने देश वापस नही जाना चाहती है। उसने कहा कि वो अपने पति की तलाश में अपने सवा साल के बेटे को हक दिलाने आई है और बिना न्याय मिले वो यहां से नही जाएंगी।
न्याय मिलने तक नही जाएंगी वापस:
आगे उसने कहा कि अगर उसे बांग्लादेश भेजा गया तो न्याय हासिल करने के लिए वीजा लेकर फिर भारत वापस आएंगी। बता दें सोनिया की वीजा अवधि तीन दिसंबर को पूरी हो चुकी है। इससे पहले ही सोनिया ने बढ़वाने के लिए आवेदन किया था। वीजा अवधि न बढ़ने पर उसने बांग्लादेश जाने के लिए एक्जिट पास की मांग की है। लेकिन अभी इस आवेदन का निस्तारण नहीं हुआ है। सोनिया का कहना है कि वह कानूनी ढंग से भारत आई है और न्याय मिलने तक यहीं रहना चाहती है।
ये है पूरा मामला:
सोनिया के अनुसार बांग्लादेश में रहने के दौरान सौरभकांत तिवारी ने ही उसके सामने शादी का प्रस्ताव रखा था। सोनिया ने शुरू में शादी से मना कर दिया था। मगर सौरभ की कंपनी के अधिकारी ने सोनिया को समझाया। हिंदू धर्म के अनुसार पहले से विवाहित होने के कारण सौरभ दूसरा विवाह नहीं कर सकता था। इसके चलते सौरभ ने पहले अपना धर्म परिवर्तन कर निकाह किया। बांग्लादेश का शपथ पत्र और निकाहनामा भी सोनिया के पास मौजूद है। सोनिया बांग्लादेश से अपने पड़ोसी से एक लाख रुपये का कर्ज लेकर आई थी। इनमें से 25 हजार रुपये टिकट आदि में ही खर्च हो गए थे।
सोनिया इसके पहले भी आ चुकी हैं भारत:
जानकारी के मुताबिक सोनिया पहली बार एक मई को भारत आई थी। करीब एक सप्ताह तक जिले रूककर पुलिस से शिकायत की थी। ठोस कार्रवाई नहीं होने पर वह लौट गई थी। इसके बाद तीन अगस्त को फिर भारत आई। तब से ग्रेटर नोएडा स्थित शिवालिक होम्स निवासी पति सौरभकांत को पाने के लिए संघर्ष कर रही है। सोनिया ने अपने वकील डॉ. एपी सिंह की मदद से गौतमबुद्ध नगर पुलिस के अलावा, महिला आयोग, पीएम नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री से गुहार लगा चुकी हैं।
Greater Noida: बांग्लादेश से अपना इश्क मुकम्मल करने आई सोनिया अख्तर कानूनी लड़ाई बीच में छोड़कर बेटे के साथ अपने वतन लौट गई है। हालांकि सोनिया अख्तर ने जाते-जाते कहा है कि वह अपने बेटे को पिता का हक दिलाने के लिए फिर से भारत आएगीं। सोनिया ने बांग्लादेश जाते समय कहा कि उसके वीजा की समय सीमा खत्म हो गई है, इसलिए वह वापस जा रही है। वह गैर कानूनी ढंग से लड़ाई नहीं लड़ना चाहती। वहीं, सोनिया को अपने बेटे को बांग्लादेश ले जाने के लिए सौरभ तिवारी से लिखित अनुमति भी लेनी पड़ी है।
लगभग डेढ़ साल तक लड़ी कानूनी लड़ाई
बता दें कि ग्रेटर नोएडा स्थित शिवालिक होम्स निवासी सौरभ तिवारी की तलाश के लिए पहली बार एक मई 2023 को सोनिया पति भारत आई थी। करीब एक सप्ताह तक रुककर पुलिस से शिकायत की थी। ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण बांग्लादेश लौट गई थी। इसके बाद तीन अगस्त को फिर भारत आई और वकील डॉ. एपी सिंह की मदद से गौतमबुद्ध नगर पुलिस के अलावा, महिला आयोग, पीएम नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री से गुहार लगाई थी। इसके साथ ही न्यायालय का भी दरवाजा खटखटाया था। इस दौरान सोनिया शिवालिक होम्स सोसाइटी में बेटे के साथ रहने लगी।
बांग्लादेश में किया था सौरभ से निकाह
सोनिया ने बताया था कि बांग्लादेश में रहने के दौरान सौरभ तिवारी ने उसके सामने शादी का प्रस्ताव रखा था। शुरू में उसने शादी से इन्कार कर दिया था। लेकिन सौरभ की कंपनी के अधिकारी ने उसको समझाया कि हिंदू धर्म के अनुसार पहले से विवाहित होने के कारण सौरभ दूसरा विवाह नहीं कर सकता था। इसके बाद सौरभ ने अपना धर्म परिवर्तन किया और फिर उससे निकाह किया था। लेकिन भारत में आने के बाद सौरभ तिवारी अपने पहली पत्नी व बच्चों के साथ रहने लगे।
भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंसा के बाद पीएम शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है और वो शरण लेने के लिए भारत रवाना हुई हैं। सेना प्रमुख वकार-उज-जमान ने शेख हसीना को 45 मिनट के अंदर इस्तीफा देने के लिए अल्टीमेटम दिया था। जिसके बाद शेख हसीना के साथ उनकी बहन ने भी ढाका छोड़ दिया है। प्रदर्शनकारी शेख हसीना के घर में घुस गए हैं और तोड़फोड़ कर रहे हैं और तो और देश के कई इलाकों में जीत का जश्न मनाया जा रहा है।
देश छोड़ निकली शेख हसीना
बांग्लादेश की हिंसा में अब तक 300 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गवाई हैं। इस हिंसा के बाद शेख हसीना अपनी बहन के साथ ढाका छोड़ चुकी हैं। बांग्लादेश आर्मी चीफ ने हसीना से कहा था कि उनको सम्मानजनक तरीके से इस्तीफा देकर सत्ता से हट जाना चाहिए। इस बीच बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के बेटे ने सुरक्षा बलों से किसी भी अनिर्वाचित सरकार को सत्ता में आने से रोकने का आग्रह किया है। सेना प्रमुख देश को संबोधित करने वाले हैं।
राजधानी ढाका पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा
बीते रविवार को पीएम शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर खूब हिंसा हुई। जिसमें कुछ घंटों के भीतर ही 300 लोगों मारे गए और अरबों की संपत्ति को आगजनी का शिकार हो गई। बांग्लादेश के बड़े शहरों में लाखों की तादाद में लोग शेख हसीना के इस्तीफे की मांग करते हुए सड़कों पर हैं। राजधानी ढाका पर प्रदर्शनकारियों ने पूरी तरह कब्जा कर रखा है और लाखों लोग प्रमुख चौकियों पर जमे हुए हैं।
क्यों हुई ये हिंसा?
बीते महीने बांग्लादेश में विवादास्पद कोटा प्रणाली पर ढाका विश्वविद्यालय में छात्र कार्यकर्ताओं की पुलिस और सरकार समर्थक प्रदर्शनकारियों के साथ हिंसक झड़प हुई थी। इन विरोध प्रदर्शनों में भीड़ बढ़ने लगी और हिंसा शुरू हो गई। सुप्रीम कोर्ट ने कोटा घटाने का फैसला दिया, तो चीजें ठीक होती दिखीं। लेकिन रविवार को हसीना के इस्तीफे की मांग करते हुए लाखों की तादाद में लोग सड़कों पर उतर आए और चीजें शेख हसीना के हाथ से बाहर हो गईं।
भारतीय क्रिकेट टीम और बांग्लादेश क्रिकेट टीम के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेला जाना है। इस मैदान पर भारतीय टीम जीत के साथ जहां एक तरफ विरोधी टीम का सूपड़ा साफ करना चाहेगी, वहीं जीत के बाद टीम इंडिया ऐसा कीर्तिमान रच देगी, जो आज तक कोई भी टीम हासिल नहीं कर सकी है।
ग्रीनपार्क में टीम इंडिया इतिहास रचने के लिए तैयार
भारतीय क्रिकेट टीम चेन्नई टेस्ट जीतकर अब कानपुर में जीत दर्ज करने के लिए खू प्रैक्टिस कर रही है। कानपुर में दूसरा टेस्ट मैच भी जीतकर बांग्लादेश का दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 से सूपड़ा साफ करना चाहेगी। भारत अगर बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज को जीतने में कामयाब रहता है तो उसके नाम महारिकॉर्ड दर्ज हो जाएगा।
12 साल से टीम इंडिया घर पर नहीं हारी
भारतीय क्रिकेट टीम बीते 12 साल से अपने घर में कोई भी टेस्ट सीरीज नहीं हारी है। भारतीय टीम ने नवंबर 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हारने के बाद से अपने घर में एक भी टेस्ट सीरीज नहीं गंवाई है। भारत ने घर में पिछले 52 टेस्ट मैचों में सिर्फ 4 मैच गंवाए हैं। टीम इंडिया ने साल 2012 से लेकर अभी तक अपने घर में 41 टेस्ट मैच जीते हैं।इस दौरान 7 टेस्ट मैच ड्रॉ पर खत्म हुए हैं।
दूसरे नंबर पर है ऑस्ट्रेलिया
भारतीय टीम अपने घर में लगातार सबसे ज्यादा टेस्ट सीरीज जीतने के मामले में टॉप पर है। भारतीय टेस्ट टीम के बाद ऑस्ट्रेलिया का नंबर आता है। ऑस्ट्रेलिया ने अपने घर में दो बार लगातार 10 टेस्ट सीरीज जीतने का रिकॉर्ड बनाया था। भारत अगर बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज को जीतने में कामयाब रहता है तो उसके नाम महारिकॉर्ड दर्ज हो जाएगा। यह भारत की अपने ही घर में लगातार 18वीं टेस्ट सीरीज जीत होगी। भारतीय क्रिकेट टीम ने साल 2013 से भारत में कुल 52 टेस्ट मैच खेले हैं। जिसमें टीम ने 41 में जीत दर्ज की है और 4 में हार मिली है। साथ ही 7 मैच ड्रॉ भी हुए हैं। अब सभी की नजरें, कानपुर टेस्ट पर हैं, जहां टीम इंडिया की जीत की पूरी संभावना है। वहीं, जीत के बाद कीर्तिमान पर भी दिग्गजों की नजर है।
बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय टीम
रोहित शर्मा (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, विराट कोहली, केएल राहुल, सरफराज खान, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल ,कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज, आकाशदीप, जसप्रीत बुमराह, यश दयाल।
पड़ोसी देश बांग्लादेश इस समय हिंसा की आग में जल रहा है। आरक्षण विरोधी प्रदर्शन और हिंसक झड़पों के बीच देश में तख्तापलट भी हो गया। शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर भारत आ गई हैं। शेख हसीना का विमान सोमवार को गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर उतरा। जहां सेफ हाउस में शेख हसीना और उनकी बहन को रखा गया है। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किया गया है। शेख हसीना भारत से लंदन जाना चाह रही हैं लेकिन अभी क्लीयरेंस नहीं मिल पाया है।
बांग्लेदश में ससंद भंग
प्रधानमंत्री शेख हसीना इस्तीफा देने और देश से बाहर जाने के कुछ ही समय बाद सोमवार शाम 5:36 बजे हिंडन एयरबेस पहुंची। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश संकट पर कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक की।शेख हसीना के भारत पहुंचने के कुछ देर बाद बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने जनवरी 2024 में चुनाव के बाद बनी संसद को भंग कर दिया।
नोबेल विजेता मोहम्मद युनूस को अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार
वहीं, बांग्लादेश के मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आंदोलन के प्रमुख आयोजकों ने नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का मुख्य सलाहकार बनाने का प्रस्ताव दिया है। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में नाहिद इस्लाम ने कहा कि वह पहले ही प्रोफेसर यूनुस से बात कर चुके हैं। उन्होंने देश की वर्तमान स्थिति को देखते हुए अपनी सहमति दे दी है.
भारत में सर्वदलीय बैठक में शेख हसीना को लेकर नहीं हुआ फैसला
वहीं, बांग्लादेश की स्थिति पर संसद में सर्वदलीय बैठक शुरू हो गई है। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यसभा में नेता सदन जेपी नड्डा, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल भी मौजूद हैं. डीएमके के टीआर बालू, जेडीयू के लल्लन सिंह, एसपी के राम गोपाल यादव, टीएमसी के सुदीप बंद्योपाध्याय, राजद की मीसा भारती, एसएस (यूबीटी) के अरविंद सावंत, बीजेडी के सस्मित पात्रा, एनसीपी (एसपी) की सुप्रिया सुले, टीडीपी के राम मोहन नायडू भी सर्वदलीय बैठक में मौजूद हैं. हालांकि बैठक में शेख हसीना भारत में ही रहेंगी या किसी अन्य मुल्क में शरण लेंगी. अभी इस पर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है।
उपद्रवियों ने जेल पर बोला धावा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश के शेरपुर जिला जेल में उपद्रवियों ने 5 अगस्त की शाम को धावा बोलकर 500 कैदियों को जेल से छुड़ा लिया। सोमवार को कर्फ्यू के बीच लाठी-डंडों और हथियारों से लैस स्थानीय भीड़ ने जुलूस निकाला. इस दौरान भीड़ ने शहर के दमदमा-कालीगंज इलाके में स्थित डिस्ट्रिक्ट जेल पर धावा बोल दिया. उपद्रवियों ने जेल का गेट तोड़ दिया और आग लगा दी.
बांग्लादेश में क्यों भड़की हिंसा
बता दें कि जून 2024 में बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2018 बांग्लादेश कोटा सुधार आंदोलन के जवाब में किए गए सरकारी फैसले को पलटते हुए स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों के लिए 30 फीसदी कोटा बहाल करने के खिलाफ विरोध शुरू हुआ था। छात्रों ने योग्यता के आधार पर उनके पास सीमित अवसर ही बचने को लेकर विरोध शुरू किया था। इस विरोध की शुरुआत सरकारी नौकरियों के लिए पुनः स्थापित कोटा प्रणाली की प्रतिक्रिया के रूप में शुरू हुई थी। जो बाद यह हिंसक होती चली गई। पीएम शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों के बीच 4 अगस्त झड़प में 91 लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हो गए। इसक बाद मोबाइल इंटरनेट बंद करना पड़ा और अनिश्चित काल के लिए देशव्यापी कर्फ्यू लागू करना पड़ा।
कई दिनों से बांग्लादेश में चल रहा आंदोलन अब उग्र हो चला है, हालात इस कदर खराब हो चुके हैं कि प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा है। बेकाबू आंदोलनकारियों के आगे कानून-व्यवस्था ने लगभग दम तोड़ दिया है। राजधानी ढाका हुड़दंगियों के हवाले हो चुकी है और प्रधानमंत्री निवास में अराजकता के निशान चारों ओर दिखाई दे रहे हैं। गृहमंत्री का घर आग के हवाले हो चुका है और सत्ताधारी पार्टी के दफ्तर को जला दिया गया है।, प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के निर्माता और शेख हसीना के पिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की मूर्ति को भी तोड़ दिया है। प्रधानमंत्री शेख हसीना को कई दिनों पहले ही यह समझ आ गया था कि देश की कमान उनके हाथों से निकल चुकी है। सोमवार को वो अपना विदाई भाषण दे ही रहीं थीं कि अचानक आंदोलनकारी वहां पहुंच गए और हसीना को जान बचाकर भागना पड़ा। उधर, ढाका में सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने लोगों से शांति बहाली की अपील की है। बांग्लादेश अखबार प्रोथोम आलो के मुताबिक, प्रधानमंत्री शेख हसीना इस्तीफा देने के बाद बहन रेहाना संग मिलिट्री हेलीकॉप्टर से भारत के लिए रवाना हो गईं।
सिर्फ 45 मिनट हैं आपके पास... सेना प्रमुख का अल्टीमेटम
बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद शेख हसीना ने सोमवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। पूर्व पीएम इस्तीफा देने के बाद अब सुरक्षित जगह पर चली गई हैं। इससे पहले सेना ने शेख हसीना को इस्तीफा देने के लिए सिर्फ 45 मिनट का समय दिया था, जिसके बाद उन्होंने जल्दबाजी में राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन को अपना इस्तीफा सौंप दिया। वहीं, शेख हसीना के पीएम पद से इस्तीफे के बाद हजारों प्रदर्शनकारियों ने उनके सरकारी आवास पर धावा बोल दिया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में कई प्रदर्शनकारी उनके आवास से महंगे गिफ्ट और कई तरह के सामान अपने हाथों में लिए हुए नजर आ रहे हैं।
अंतरिम सरकार चलाएगी देशः सेना प्रमुख
शेख हसीना के पीएम पद से इस्तीफे के बाद गहराई राजनीतिक संकट पर सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल वाकर-उज-जमां का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि अब अंतरिम सरकार ही देश चलाएगी। उन्होंने बताया कि शेख हसीना के इस्तीफे के बाद एक बैठक की गई, जिसमें सेना के साथ चर्चा में मुख्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
हिंसक प्रदर्शन में 300 से अधिक लोगों की मौत
उल्लेखनीय है कि कि देश में लंबे समय से जारी हिंसक प्रदर्शन में अब तक 300 से अधिक लोग मारे गए हैं। पिछले महीने के आखिर में शुरू हुआ यह विरोध प्रदर्शन छात्रों और पुलिस के बीच हुई तीखी झड़प में तबदील हो गया है। रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 लोग मारे गए और 1,000 से अधिक लोग घायल हो गए।
नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा को इस तरह करें प्रसन्न, माता देंगी सुरक्षा का आशीर्वाद!
October 05, 2024