GREATER NOIDA WEST: बिसरख थाना क्षेत्र स्थित सुपरटेक ईकोविलेज-1 में आग लगने की सूचना है। आग सोसाइटी के जिम क्लब में लगी है। शुरुआती जांच में शार्ट सर्किट को आग लगने का कारण बताया जा रहा है।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सुपरटेक इको विलेज 1 सोसाइटी में रहने वाले एक युवक को एक सिगरेट पीना महंगा पड़ गया। सोसायटी में सिगरेट पीकर दूसरे फ्लैट में फेंकने पर युवक पर मेंटेनेंस टीम ने 1000 रुपये का जुर्माना लगाया है। इसके साथ आगे से ऐसा न करने की हिदायत दी है।
बिना बुझे नीचे वाले फ्लैट में फेंका सिगरेट
जानकारी के मुताबिक सुपरटेक इको विलेज वन सोसायटी के B-14 टावर में रहने वाला युवक अपने फ्लैट की बालकनी पर खड़ा होकर सिगरेट पी रहा था। जब युवक की सिगरेट खत्म हो गई तो उसने बचे हुए टुकड़े को नीचे फेंक दिया जो कि नीचे वाले फ्लैट की बालकनी में जाकर गिर गई। जब सिगरेट का टुकड़ा गिरा तो मालिक भी वहीं मौजूद था। जब उसने देखा कि बिना बुझा हुआ सिगरेट उसके फ्लैट की बालकनी में फेंक दी गयी है तो उसइसकी शिकायत तत्काल सोसायटी के मेंटेनेंस विभाग को जाकर की।
मेंटनेंस टीम ने की कार्रवाई, लगाया जुर्माना
टीम को बताया कि उसके फ्लैट में ऊपर वाले रेजिडेंट ने जलती हुई सिगरेट फेंकी है। इससे उसके फ्लैट में आग लग सकती थी या कोई बड़ा हादसा हो सकता था। इसके बाद मेंटेनेंस विभाग हरकत में आ गया और सिगरेट पीने वाले युवक पर 1000 रुपये का जुर्माना लगा दिया। इसके साथ ही आगे से ऐसी हरकत ना करने की हिदायत भी दी। वहीं कुछ दिन पहले इसी समिति में गुटखा थूकने को लेकर एक गार्ड पर 1000 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था । मेंटेनेंस टीम द्वारा कार्रवाई के बाद सिगरेट फेंकने वाले युवक ने जिसके फ्लैट में सिगरेट फीकी गयी थी, उनसे लिखित माफी भी मांगी है।
सिगरेट फेंकने वाले युवक ने मांगी माफी
आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट के हाईराइज हाउसिंग सोसाइटी में अक्सर देखने को मिला है कि बालकनी में किसी वजह से आग लग जाती है। ऐसे में सिगरेट पीकर कहीं फेकने से आग सुलग भी सकती है। ऐसे में इस तरह सिगरेट फेंकने से बड़ी आग लग सकता थी। इसका आभास सिगरेट फेंकने वाले युवक को था। इस वजह से उसने लिखित माफी भी मांगी है।
Greater Noida West: नोएडा में कुत्तों को लेकर होने वाले विवाद थमने के नाम नहीं ले रहे हैं। आए दिन पॉश सोसाइटियों में कभी पालतू तो कभी आवारा को कुत्तों को लेकर विवाद और मारपीट के मामले सामने आते रहते हैं। अब ग्रेटर नोएडा वेस्ट की एक सोसाइटी में कुत्ते को लेकर विवावाद में पति-पत्नी एक व्यक्ति की पिटाई कर दी। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर अब तेजी से वायरल हो रहा है।
सुपरटेक इको विलेज सोसाइटी का मामला
दरअसल, ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सुपरटेक इको विलेज 1 सोसायटी में पति-पत्नी अपने पालतू कुत्ते को बिना मास्क के घुमा रहे थे। यह देखकर सोसाइटी परिसर में खड़े एक व्यक्ति ने टोक दिया। उसने मास्क पहनाकर कुत्ते को घुमाने को कहा था। इससे नाराज पति-पत्नी भड़क गए और विवाद करने लगे। देखते-देखते ही कुत्ते के मालिक-मालकिन आपत्ति जताने वाले व्यक्ति के साथ मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान सोसाइटी के लोग पहुंचकर मामला शांत कराया। वहीं, इस मारपीट का किसी ने वीडियो बनाकर शोसल मीडिया पर वायरल कर दी।
पुलिस ने शिकायत पर शुरू की जांच
इसके बाद पीड़ित व्यक्ति के साथ सोसाइटी के लोग बिसरख कोतवाली पहुंचकर शिकायत दी। नोएडा सेंट्रल डीसीपी सुनिधि ने बताया कि पीड़ित द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस जांच करने के बाद कार्रवाई करेगी।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में आवारा कुत्ते लोगों के लिए परेशानी का सबब बनते नजर आ रहे हैं। आए दिन पॉश सोसाइटियों में आवारा कुत्ते लोगों पर हमला कर घायल कर रहे हैं। इसी कड़ी में एक सोसाइटी में सुबह दूध लेकर आ रहे व्यक्ति पर हमला कर घायल कर दिया।
घटना सीसीटीवी में कैद
जानकारी के मुताबिक, सुपरटेक इको विलेज 1 सोसायटी में युवक मदर डेरी से दूध लेकर वापस आ रहा था। युवक जैसे ही सोसाइटी के अंदर पहुंचा आवारा कुत्तों का झुंड झपट पड़ा। कुत्ते युवक पर हमलावर हो गए। इस दौरान युवक को बचाने के चक्कर में गिर गया। इसके बाद कुत्तों ने युवक पर हमला कर घायल कर दिया। यह पूरी घटना सोसायटी के सीसीटीवी में कैद में हो गई। सोसाइटी के लोगों ने बिल्डर और स्थानीय प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की एक सोसाइटी में अचानक लोगों की तबीयत खराब होने लगी। सोसाइटी के अलग-अलग बिल्डिंगों में रहने वाले बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं की तबीयत खराब होने पर डॉक्टर पास लाइन लग गई।
उल्टी, पेट दर्द और दस्त की हुई शिकायत
जानकारी के मुताबिक, सुपरटेक इको विलेज 2 सोसाइटी में रहने वाले बच्चे, बूढ़े और महिला समेत लगभग 400 लोग बीमार हो गए। आशंका जताई जा रही है कि सोसाइटी के टैंक का दूषित पानी पीने से सभी लोग बीमार हुए हैं। सोसाइटी दो तीन दिन से वाटर टैंक सफ़ाई का काम चल रहा है। सभी को उल्टी, पेट दर्द और दस्त अचानक होने लगा। एक जैसी शिकायत मिल रही है।
क्लीनिक में लगी मरीजों की लाइन
सोसाइटी के पास क्लीनिक पर रात में भी मरीजों की लाइन लगी है। सोसाइटी निवासी मिहिर गौतम बताया कि चार बच्चों को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, जैसे ही सूचना मिली पुलिस भी सोसाइटी में पहुंच गई और मामले की जांच पड़ताल में जुट गई। लेकिन देर रात तक स्वास्थ्य विभाग की टीम सोसाइटी में नहीं पहुंची।
4 टॉवरों में रहने वाले लोग प्रभावित
सोसाइटी निवासी मिहिर गौतम ने बताया कि सोसाइटी में दो हजार से अधिक परिवार रहते हैं। सोसाइटी के चार टावरों में रहने वालों को सबसे ज्यादा परेशानी हुई है। उन्होंने बताया कि टॉवर C-4,C-5,C6, C7 का अभी दो दिन पहले ही टैंक साफ हुआ है। इन्ही टावरों में रहने वाले लोग बीमार पड़े हैं।
पुलिस ने बताया कि एओए द्वारा सोसाइटी में पानी की टंकी साफ करायी गयी थी। पानी की सफाई में उपयोग कराने वाले मैटेरियल से पानी प्रभावित हो गया। जिसमें लगभग 35-40 व्यक्तियों की पानी पीने से स्वास्थ्य खराब होने के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई थी। मौके पर जाकर जांच की गयी तो सभी व्यक्ति प्राथमिक उपचार के बाद स्वस्थ हैं। दूषित पानी के संबंध में स्वास्थ विभाग की टीम को आवश्यक कार्रवाई के लिए सूचित किया गया है।
Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सुपरटेक इको विलेज-2 सोसाइटी में रहने वाले लगभग 400 लोग, सोसाइटी के टैंक का दूषित पानी पीने से बीमार हो गए। बीमार हुए ज्यादातर लोगों ने उल्टी, पेट दर्द और दस्त होने की शिकायत की। अचानक एक सोसाइटी के 400 लोगों के बीमार होने की खबर से हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य विभाग की टीमें और अधिकारी सोसाइटी में पहुंचे, जहां पानी के सैंपल लेकर जांच के लिए दे दिए गए हैं। मौके पर मेडिकल टीमें, अधिकारी और पुलिस बल मौजूद है। लापरवाही के चलते हुई इस घटना की पड़ताल के लिए नॉव नोएडा की टीम भी सोसाइटी पहुंची, जहां निवासियों, पीड़ितों और अधिकारियों से इस मसले पर बात की...
निवासियों ने बताई पूरी सच्चाई
शेफाली पाल जोकि सुपरटेक इको विलेज 2 के बी-2 टॉवर की रहने वाली हैं। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में 20 से 30 टावर इस संकमण से प्रभावित हैं। ये समस्या अभी हुई है लेकिन सोसाइटी में पिछले 5 सालों से डायरिया की समस्या चल रही है। निवासी मेंटेनेंस भरते हैं, लेकिन जब कम्प्लेन करने जाते हैं, तो मेंटेनेंस टीम समस्या को एक कान से सुनकर दूसरे कान से निकाल देती है। बेसमेंट में सीलन के साथ ही चूहे, सांप और कुत्तों की समस्या है। दूषित पानी की वजह से लोग डायरिया से लंबे समय से प्रभावित हैं। वहीं, एक अन्य पीड़ित परिवार से बातचीत के दौरान उन्होने भी दूषित पानी की वजह से परिवार के बीमार होने की बात कही। साथ ही बताया कि उनके पड़ोसी फ्लैट और दोस्तों के बच्चे एडमिट हैं।
निवासी पुनीत चौहान ने पूरे मामले पर बात करते हुए बताया कि दो दिन से दूषित पानी की समस्या सोसाइटी में थी। लेकिन सोमवार दोपहर को जब सभी टावर्स से बीमारी की खबर सामने आई, तो इस समस्या के इतने बड़े होने का खुलासा हुआ। करीब 200 परिवार इस समस्या से परेशान हैं। सोशल मीडिया पर समस्या साझा किए जाने के बाद प्रशासन की मदद सोसाइटी तक पहुंची। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण की टीम की तरफ से पानी के सैंपल ले लिए गए हैं, लेकिन कहीं न कहीं ये समस्या बेसमेंट की दिक्कतों से संबंधित हो सकती है।
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सैंपल की होगी जांच, बिल्डर से भी मांगा जाएगा जवाब
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (एसएम स्वस्थ विभाग) राजेश कुमार ने बताया कि सुपरटेक इको विलेज 2 सोसाइटी में दूषित पानी की वजह से लोगों के बीमार होने की खबर सामने आई है। जिसके बाद टीमें यहां पहुंची। बताया गया है कि एओए द्वारा सोसाइटी में पानी की टंकी साफ कराई गयी थी। पानी की सफाई के लिए उपयोग किए जाने वाले मैटेरियल से पानी प्रभावित हो गया, ऐसा भी कहा जा रहा है। साथ ही मैनेजमेंट से बातचीत के दौरान पता चला है कि साफ-सफाई प्रॉपर नहीं है, उन्होंने बताया कि 6 महीने में क्लिनिंग कराते हैं, जबकि तीन महीने में क्लिनिंग होनी चाहिए। इसी के साथ ही इस मसले पर बिल्डर से भी जवाब मांगा जाएगा कि वो किस तरह से सोसाइटी का संचालन कर रहे हैं। सैंपलिंग भी कराई गई है, रिपोर्ट आने पर चीजें पता चलेंगी। जोकि भी कारण होगा, सख्त से सख्त एक्शन लिया जाएगा।
दोषी पर होगा सख्त एक्शन!
सीएमओ सुनील शर्मा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों के बीमार पड़ने पर बात करते हुए कहा कि मेडिकल टीमें राहत काम में लगी हुई हैं। मंगलवार को 80 लोगों का पंजीकरण हुआ है और 6 लोगों को भर्ती किया गया है। अचानक लोगों के बीमार होने का कारण दूषित पानी माना जा रहा है, लेकिन सैंपल ले लिए गए है। जब रिपोर्ट आएगी, तब सही कारण की पुष्टि होगी। लोगों में उल्टी, पेट दर्द, बुखार और दस्त की समस्या देखी गई है। उन्होंने कहा कि अगर वॉटर सप्लाई की वजह से कोई समस्या हुई है, तो उस पर सख्त एक्शन लिया जाएगा।
आपको बता दें, ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सुपरटेक ईको विलेज-2 में निवासियों के बीमार पड़ने की घटना को प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने गंभीरता से लिया है। प्रारंभिक तौर पर प्राधिकरण की तरफ से हो रही जलापूर्ति में किसी तरह की खामी नहीं मिली है, फिर भी टीम ने पानी का सैंपल ले लिया है। लैब से इसकी जांच कराकर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। मौके पर स्वास्थ्य टीमें मौजूद हैं। जलापूर्ति विभाग के महाप्रबंधक जितेंद्र गौतम ने बताया कि ग्रेटर नोएडा की सभी ग्रुप हाउसिंग सोसाइिटयों को प्राधिकरण की तरफ से उनके रिजर्वायर तक ही सप्लाई की जाती है। सोसाइटी के निवासियों के घरों तक जलापूर्ति खुद बिल्डर या फिर एओए (अपार्टमेंट ऑनर एसोसिएशन) की तरफ से कराई जाती है।
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