Greater Noida: सीएम योगी द्वारा जहां एक तरफ जीरो टॉलरेंस की बात कही जाती है. वहीं जिले में पुलिस विभाग ही रिश्वतखोरी करने में लगा है. ऐसा ही एक मामला ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा थाना में आया है. रबूपुरा थान में तैनात एक कॉन्स्टेबल ने कबाड़ी से एक लाख रिश्वत की मांग की थी. इस मामले में कॉन्स्टेबल बर्खास्त कर दिया गया है.
रबूपुरा थाने में तैनात था हेड कांस्टेबल
दरअसल, कबाड़ी और कांस्टेबल की बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर बीटा-2 थाने में मुकदमा दर्ज किया गया. वरिष्ठ उप-निरीक्षक चंद्र प्रकाश शर्मा ने मुकदमा दर्ज कराया.
पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह के मीडिया प्रभारी ने बताया कि एक वायरल प्रार्थना पत्र के आधार पर रबूपुरा थाने में तैनात कॉन्स्टेबल अंकित बालियान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. वायरल ऑडियो में रबूपुरा कस्बे के निवासी वसीम कबाड़ी ने आरोप लगाया कि कॉन्स्टेबल अंकित बालियान व्हाट्सऐप कॉल करके उससे 1 लाख रुपए रिश्वत मांग रहा है.
पीड़ित को गोली मारने और फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकिंडी थी
इसके साथ ही मांग पूरी ने होने पर पैर में गोली मारकर जेल भेजने की धमकी भी दी थी. पीड़ित ने इस बाबत पुलिस अधिकारियों से शिकायत की थी. अब कॉन्स्टेबल को सेवा से बर्खास्त करने के साथ रबूपुरा थाने में तैनात उप निरीक्षक विमलेश को भी निलंबित कर दिया गया है. पूरे मामले में रबूपुरा थाना प्रभारी की भूमिका भी पाई गई है. प्रारंभिक विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं.
बता दें, कमिश्नरी में इससे पूर्व भी रिश्वत लेने के मामले में कई पुलिसकर्मी पकड़े जा चुके हैं.
हाल में ही ग्रेटर नोएडा के जारचा में सब इंस्पेक्टर 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार था. इसके अलावा थाना ईकोटेक वन में रिश्वत लेते हुए सब इंस्पेक्टर गुलाब सिंह द्वारा चार लाख रुपये की मांग की गई थी, जिसे एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार किया था.
Greater Noida: गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट का एक सिपाही गृह क्लेश से इतना परेशान हो गया था कि उसने अपनी जीवनलीला ही समाप्त कर ली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्ट के लिए भेजकर परिजनों को सूचना दी है। फिलहाल परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
रबूपुरा थाने में बैठे-बैठे खुद को मार ली गोली
नोएडा पुलिस कमिश्नर मीडिया सेल के मुताबिक, शनिवार देर शाम को पारिवारिक समस्याओं से परेशान होकर थाना रबूपुरा में तैनात कांस्टेबल अंकुर राठी ने अपने सरकारी रायफल से खुद को गोली मार ली। गोली की आवाज सुनते ही थाना प्रभारी और सिपाही मौके पर पहुंचे तो देखा अंकुर खून से लथपथ पड़ा था। तत्काल थाना प्रभारी रबूपुरा और सहकर्मियों द्वारा घायल अवस्था में सिपाही को निकटतम निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके साथ ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। इसके साथ ही परिजनों को सूचित किया गया।
इलाज के दौरान अस्पताल में हुई मौत
अस्पताल में इलाज के दौरान सिपाही अंकुर राठी की मौत हो गई। पुलिस ने सिपाही के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इसके साथ ही पुलिस आत्महत्या करने के सही कारणों का पता लगाने में जुट गई है।
जांच में जुटी पुलिस
एडिशनल डीसीपी ग्रेटर नोएडा अशोक कुमार ने बताया कि सिपाही अंकुर राठी वर्तमान में रबूपुरा थाने में तैनात था। थाने में सिपाही ने अपने सरकारी असलहा से खुद को गोली मार ली। थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मियों ने उसे घायल अवस्था में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। सूचना मिलने पर वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और सिपाही को बेहतर इलाज उपलब्ध कराया गया। लेकिन अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस अन्य अग्रिम आवश्यक कार्रवाई कर रही है।
मार्च में ललितपुर के कांस्टेबल ने ग्रेटर नोएडा में की थी आत्महत्या
बता दें कि 27 मार्च 2024 को भी थाना बिसरख क्षेत्र स्थित एक सोसाइटी में उत्तर प्रदेश पुलिस के सिपाही ने सर्विस पिस्टल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। मूलरूप से जालौन का रहने वाला सिपाही कुलदीप मेफेयर रेजिडेंसी सोसाइटी के फ्लैट में रहने वाले महिला मित्र से मिलने आया था। महिला मित्र से विवाद के बाद खुद को गोली मार ली थी। महिला ने बताया था कि ललितपुर में तैनात कांस्टेबल कुलदीप उसके परिचित थे। कुलदीप ललितपुर से आकर रात्रि में उसके फ्लैट मेफेयर सोसायटी पर रुके थे। सुबह फ्लैट का कमरा बंद कर अपने सरकारी पिस्टल से सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
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