गौतमबुद्ध नगर पुलिस पर ऐतबार खत्म सा हो गया है। जहां एक ओर CM योगी पूरे प्रदेश की कानून-व्यवस्था सुधारने की पहल में जुटे हैं तो दूसरी ओर पुलिस की लापरवाही से आए दिन पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। ग्रेटर नोएडा में पुलिस की नाक के नीचे चार महीनों में तीन घटनाओं ने बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
कारोबारी का 15 साल का बेटा हुआ था अगवा, अब मिली लाश
ग्रेटर नोएडा में एक कारोबारी के बेटे को अगवा कर उसकी हत्या कर दी गई। 15 साल के छात्र कुणाल का शव बुलंदशहर में एक नहर से बरामद हुआ है। जानकारी के मुताबिक, 1 मई को कारोबारी के बेटे को कुछ लोगों ने रेस्टोरेंट के बाहर से अगवा कर लिया था। उसे ढूंढने के लिए पुलिस की 10 टीमें लगाई गई थी। लेकिन उसे सुरक्षित बरामद नहीं किया जा सका। इस हत्याकांड के बाद पूरे गांव में आक्रोश का माहौल है।
शादी का माहौल बदला मातम में
मामले में मृतक के पिता का कहना है कि ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा के रहने वाले कृष्ण कुमार अपना रेस्टोरेंट चलाते हैं। वो बेटी की शादी की तैयारियों को लेकर गांव गए हुए थे। बेटी की शादी 10 मई को होनी थी। इस दौरान 1 मई को उनके बेटे कुणाल शर्मा का रेस्टोरेंट के बाहर से अपहरण हो गया। अपहरण की शिकायत थाना बीटा 2 पुलिस को दी थी। उसे ढूंढने के लिए 10 टीमों का गठन किया था। इसके बाद भी पुलिस कुणाल को नहीं खोज पाई। आरोप है कि पुलिस ने तत्परता से मामले की जांच नहीं कि जिसके बाद कुणाल का शव बुलंदशहर के नहर से बरामद हुआ है।
पहले भी इसी तरह के मामले आ चुके सामने
15 साल के कुणाल शर्मा से पहले एक ऐसी ही घटना सामने आई थी, जब नाबालिग बच्चे का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई थी। वो मामला इसी साल फरवरी में दनकौर के बिलासपुर क्षेत्र में हुआ था। व्यापारी के नाबालिग बेटे वैभव सिंगल की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद कई दिनों तक बाजार भी बंद रहा था।
इसी के साथ ही अपहरण का एक ऐसा ही केस ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा 2 क्षेत्र से सामने आया था। गनीमत ये रही थी कि वहां बच्चा सुरक्षित था, लेकिन किडनैपिंग की खबरों ने पुलिस पर सवालिया निशान लगा दिए थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा 2 क्षेत्र में रहने वाले एक व्यक्ति ने विशेष समुदाय के युवक पर अपनी बेटी का अपरहण किए जाने का आरोप लगाया था।
नोएडा। अकराबाद थाना फेस-2 पुलिस टीम ने सैमसंग मोबाइल फोन के पार्ट्स को षडयन्त्र रचकर तथा माल बेचकर पैसे कमाने के सामान्य आशय से विश्ववासघात करने वाला अभियुक्त अतुल कुमार पुत्र राजकुमार को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इलेक्ट्रानिक सर्विलांस व लोकल इंन्टेलिजेन्स की सहायता से अभियुक्त को गिरफ्तार किया है।
करीब 60 हजार की कीमत का सामान बरामद
थाना फेस-2 पुलिस टीम ने एक अभियुक्त अतुल कुमार पुत्र राजकुमार को गिरफ़्तार किया है। अभियुक्त की उम्र 32 साल है और वो अकराबाद का निवासी है। अभियुक्त अतुल कुमार को अकराबाद थाना क्षेत्र के बड़ा पार्क सेक्टर-88 के पास बने तिराहे से गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त अतुल कुमार के कब्जे से 168 मोबाइल फोन पार्टस रियर कवर बरामद हुए है। जिसकी कुल कीमत लगभग 58,800 रूपए बताई जा रही है। फिलहाल पुलिस अभियुक्त से पूछताछ करके कार्रवाई कर रही है।
नोएडा में डिजिटल अरेस्टिंग के मामले रुकने का नाम ही नहीं ले रहे है आए दिन ठंग किसी ना किसी को आपना शिकार बनाते रहते है। ताजा मामला नोएडा से देखने को मिला है जहां एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर महिला को 3 घंटे डिजिटल अरेस्टिंग कर 20 लाख रुपये ठंग लिए इस मामले में पीड़िता ने पुलिस से शिकायत की है। वही पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
Noida News : नोएडा में साइबर ठगों ने एक महिला को यह डर दिखाकर 20 लाख रुपये ठग लिए कि ईरान को भेजे गए पार्सल में ड्रग्स और अन्य आपत्तिजनक सामान होंगे। महिला पेशे से आईटी इंजीनियर है, जिसने लोन लेकर ठगों के खाते में पैसे ट्रांसफर किए और करीब साढ़े तीन घंटे तक महिला को डिजिटल हिरासत में रखा। उनके पति ने रविवार को साइबर क्राइम थाने में अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पुलिस उस खाते की जांच कर रही है जिसमें धोखाधड़ी का पैसा ट्रांसफर किया गया था।
ईरानी कूरियर बताकर किया गिरफ्तार…
पुलिस को दी शिकायत में सेक्टर-82 निवासी मनोज कुमार ने बताया कि उनकी पत्नी आईटी इंजीनियर हैं। फिलहाल वह घर से काम कर रही हैं। हाल ही में दोपहर करीब 3:30 बजे उसकी पत्नी घर पर अकेली थी, तभी उसके मोबाइल फोन पर एक अनजान नंबर से कॉल आई। फोन करने वाले ने खुद को फेडेक्स इंटरनेशनल कूरियर सर्विस का कर्मचारी बताया। उन्होंने यह भी कहा कि कूरियर एक महिला के नाम पर ईरान जा रहा था। इसमें ड्रग्स और अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं हैं। महिला को अधिक जानकारी के लिए मोबाइल पर एक बटन दबाने को कहा गया। ऐसा करते ही कॉल मुंबई साइबर क्राइम के आरोपी अधिकारियों के पास चली जाती है।
20 लाख रुपए का तत्काल लोन लिया…
महिला को जेल भेजने की धमकी देकर एक निजी बैंक से 20 लाख रुपये का लोन लेने के लिए कहा गया। आरोपी पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि जांच के बाद पूरी रकम उसके खाते में वापस कर दी जाएगी। जेल जाने से बचने के लिए डरी हुई महिला ने तुरंत 20 लाख रुपये का लोन लिया और जालसाज द्वारा दिए गए खाते में पैसे भेज दिए। पैसे ट्रांसफर होने के दस मिनट बाद जालसाजों ने महिला से संपर्क बंद कर दिया।
घर के अंदर डिजिटल तरीके से कैद किया…
महिला को बताया गया कि इस संबंध में उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसके तुरंत बाद, जालसाज स्काइप कॉल के जरिए महिला से जुड़ते हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा के खतरे के डर से गुंडों ने उसे इस घटना को किसी और के साथ साझा न करने की हिदायत दी। साथ ही महिला को घर के अंदर डिजिटल तरीके से कैद किया गया।
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December 17, 2022