भारतीय क्रिकेटर ईशान किशन के रणजी में ना खेलने पर BCCI भड़का। साउथ अफ्रीका दौरे के बीच में रेस्ट लेकर टीम से बाहर हुए ईशान की वापसी नहीं हो पाई, जिससे BCCI नाखुश है.
दुनियाभर में टी20 लीग खेली जाती है जिसमें खिलाड़ी जमकर पैसा कमाते हैं, लेकिन भारत में ऐसा नहीं होता है। यहां पर खिलाड़ियों को आईपीएल के अलावा किसी दूसरे लीग में खेलने की इजाजत नहीं होती है। भारत के ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट या किसी और फॉर्मेट से ज्यादा आईपीएल अच्छा लगता है, क्योंकि इसमें अच्छा पैसा मिलता है। इसके लिए खिलाड़ी महीनों तैयारियों करते हैं, लेकिन अब BCCI ने ऐसे खिलाड़ियों पर लगाम लगाने के लिए एक नया फरमान जारी कर दिया है।
BCCI खिलाड़ियों पर सख्त
बीसीसीआई का खिलाड़ियों के लिए कहना है कि खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी जरूर खेलनी चाहिए और जो अनफिट खिलाड़ी है उनको राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में जाकर रिहैब कराना चाहिए। रणजी ट्राफी में खेलने के लिए अगले कुछ दिनों में सभी खिलाड़ियों को बीसीसीआई सूचित कर देगा। जो खिलाड़ी किसी नेशनल ड्यूटी पर है या अनफिट हैं, या रीहैब से गुजर रहे हैं, सिर्फ उनको ही रणजी ट्राफी खेलने के लिए छूट दी जाएगी।
ईशान किशन पर BCCI की सख्ती
बता दें कि हाल ही में भारतीय विकेट कीपर ईशान किशन के रणजी में ना खेलने पर जमकर बवाल हुआ था। दरअसल ईशान को रणजी में खेलने की जगह बड़ौदा में अपने आईपीएल कप्तान हार्दिक पांड्या के साथ प्रैक्टिस करते देखा गया था। साउथ अफ्रीका दौरे के बीच में रेस्ट लेकर वह टीम से बाहर हो गए थे, तब से उनकी वापसी नहीं हो पाई थी।
ईशान के इस रवैये पर कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि यदि ईशान को वापस आना है तो पहले उनको रणजी खेलना पड़ेगा। इसके बाद झारखंड की टीम कई रणजी मैचों में उतरी, लेकिन ईशान एक बार नहीं दिखाई दिए। ठीक वैसा ही रवैया हार्दिक पंड्या का भी रणजी ट्राफी को लेकर है। हार्दिक पांड्या वर्ल्ड कप 2023 के बीच में चोटिल होने के कारण बाहर हो गए थे। तब से उनकी रिकवरी की कई वीडियोज सामने आ चुके हैं, और अब आईपीएल से उनकी वापसी की खबर आ रही है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में वह सालों से नहीं दिखे हैं।
BCCI ने खिलाड़ियों के मनमाने रवैये को खत्म करने के लिए एक नया नियम बनाया है इसके तहत खिलाडियों के लिए घरेलू क्रिकेट में खेलना अनिवार्य कर दिया है। जिसके बाद कई खिलाड़ियों के करियर पर संकट मंडरा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स में तो इस बात का दावा किया जा रहा है कि लगातार ईशान किशन BCCI के नियमों की अनदेखी कर रहे थे जिसके चलते ऐसा फैसला जय शाह ने लिया. जिसने कई दिग्गज खिलाड़ियों को भी टेंशन में डाल दिया है. ऐसे में ये भी जानते है कि आखिर BCCI ने अचानक ये नियम क्यों बनाया है.
'बहानेबाजी नहीं होगी खिलाड़ियों की बर्दाश्त'
दरअसल IPL दुनिया की सबसे ज्यादा देखी जाने वाली क्रिकेट लीग है और यहां खेलने पर प्लेयर्स को पैसा और शोहरत दोनों मिलती हैं। आईपीएल में खेलकर कई स्टार क्रिकेटर ने अपना करियर बनाया है। जिसके कारण खिलाड़ी फिट होने का बाद भी घरेलू क्रिकेट में खेलना पसंद नहीं करते हैं। निस कारण से BCCI ने ये फैसला लिया है जिसके अनुसार भारतीय टीम की ओर से खेलने वाले सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट खिलाड़ियों को अब रेड बॉल क्रिकेट खेलना ही होगा और BCCI इसके लिए कोई भी बहानेबाजी बर्दाश्त नहीं करेगी। फिर चाहे वो स्टार खिलाड़ी, विराट कोहली या मोहम्मद शमी ही क्यों ना हों।
जय शाह ने सेलेक्टर्स, कोच, कैप्टन को दिए पावर
BCCI सचिव जय शाह ने राजकोट टेस्ट मैच से पहले ही इस बात का ऐलान कर दिया था। जय शाह ने कहा "कि भारत के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट वाले खिलाड़ियों को घरेलू सर्किट में अनिवार्य रूप से रेड बॉल क्रिकेट खेलना होगा" बीसीसीआई इसके लिए कोई बहाना बर्दाश्त नहीं करेगा।" साथ ही कहा "कि अगर कोई खिलाड़ी टीम मैनजेमेंट द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने से इनकार करता है, तो चीफ सेलेक्टर्स के चेयरमैन को खुद ही फैसला लेने की छूट दी जाएगी और यदि सेलेक्टर्स के चेयरमैन (अजीत अगरकर), आपके कोच (राहुल द्रविड़) और आपके कप्तान (रोहित शर्मा) इसके लिए कह रहे हैं तो आपको रेड बॉल से क्रिकेट खेलना होगा।"
केवल IPL में खेलने वाले खिलाडियों को कड़ा संदेश
BCCI के इस नये नियम के ऐलान के साथ ही ईशान किशन, कुणाल पंड्या और दीपक चाहर जैसे खिलाडियों को जो सीधे आईपीएल खेलने के लिए उतरते हैं उनको एक स्पष्ट संदेश मिल गया है कि उनको भी अपनी घरेलू टीमों के लिए खेलना होगा। वहीं BCCI के इस नियम की सराहना भी होनी चाहिए क्योंकि डोमेस्टिक रेड बॉल क्रिकेट से स्टार खिलाड़ियों का मोह भी खत्म होता जा रहा है।
NCA की सलाह के अनुसार ही होती हैं चीजें
जय शाह ने इस दौरान यह भी कहा "कि यह बेंगलुरु में नेशनल क्रिकेट अकादमी की गाइडेंस के अनुसार होना था, एनसीए से हमें जो भी सलाह मिलती है। उसी के अनुसार चीजें होती हैं।" साथ ही जय शाह ने कहा "कि मान लीजिए किसी खिलाड़ी की बॉडी व्हाइट और रेड बॉल क्रिकेट को संभालने में सक्षम नहीं है, फिर हम जबरन खिलाड़ी पर कुछ भी थोपना नहीं चाहते हैं। यह नियम यह उन पर लागू होता है, जो फिट और यंग हैं। हम किसी के नखरे को बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह संदेश सभी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट वाले खिलाड़ियों के लिए है।"
भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन ने घरेलू टूर्नामेंट दलीप ट्रॉफी में कमाल कर दिखाया है। ईशान ने इंडिया सी के लिए खेलते हुए इंडिया बी के खिलाफ शतक जड़ दिया। ईशान के इस शतक से टीम ने मजबूत स्कोर विरोधी टीम के लिए खड़ा कर दिया है। इंडिया सी ने ईशान के 111 रन और बाबा इंद्रजीत के 78 रनों की पारी के दम पर पहले दिन का खेल समाप्त होने तक पहली पारी में पांच विकेट खोकर 357 रन बना लिए हैं। वहीं दिन का खेल समाप्त होने तक ऋतुराज गायकवाड़ 46 और मानव सुथार आठ रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं।
ईशान और इंद्रजीत ने की 189 रनों की साझेदारी
इंडिया बी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का निर्णय लिया। इंडिया सी के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ चोट के कारण रिटायर हर्ट हो गए हैं और मैदान से बाहर चले गए हैं। इसके बाद साई सुदर्शन (43) और रजत पाटीदार (40) ने इंडिया सी को एक अच्छी शुरुआत दिलाई। इंडिया बी ने पाटीदार को आउट कर पहली सफलता प्राप्त की और इसके तुरंत बाद मुकेश कुमार ने सुदर्शन को चलता कर दिया। हालांकि ईशान और इंद्रजीत ने बेहतरीन बल्लेबाजी की और तीसरे विकेट के लिए 189 रनों की साझेदारी की। ईशान ने इस दौरान अपना शतक पूरा किया और राष्ट्रीय टीम में वापसी का दावा ठोंक दिया। वहीं इस साझेदारी की बदौलत इंद्रजीत भी अर्धशतक लगाने में सफल रहे। ईशान को मुकेश कुमार ने चलता किया तो इंद्रजीत को राहुल चाहर ने आउट करने में सफलता हासिल की।
मुकेश कुमार ने बेहतरीन प्रदर्शन का दिखाया कमाल
विकेटकीपर बल्लेबाज अभिषेक पोरेल कुछ खास नहीं कर सके और मात्र 12 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद अंतिम सत्र के दौरान ऋतुराज दोबारा पवेलियन पर उतरे और उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी कर इंडिया सी को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। इंडिया बी के लिए तेज गेंदबाज मुकेश कुमार ने प्रभावित किया जिन्होंने पहले दिन तीन विकेट झटके।
भारतीय क्रिकेट टीम और बांग्लादेश क्रिकेट टीम के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज और तीन मैचों की टी-20 सीरीज खेली जानी है। टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया अभ्यास में जुट गई है। लेकिन इसी बीच टी-20 सीरीज के लिए टीम इंडिया में ईशान किशन की वापसी की बड़ी खबर सामने आ रही है।
टेस्ट सीरीज के लिए तैयार टीम इंडिया
इंडियन क्रिकेट टीम को 19 सितंबर से बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैच की सीरीज का आगाज करना है। जिसमें सीरीज का पहला मैच 19 सितंबर से चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में और दूसरा मैच 27 सितंबर से कानपुर के ग्रीन पार्क में खेला जाएगा। सीरीज के लिए टीम इंडिया चेन्नई में लगातार अभ्यास भी कर रही है। टेस्ट सीरीज के बाद बांग्लादेश के साथ तीन मैचों की टी-20 सीरीज भी खेली जाएगी। जिसमें पहला टी-20 मैच 6 अक्टूबर, दूसरा टी-20 9 अक्टूबर और तीसरा टी-20 12 अक्टूबर को खेला जाना है।
खिलाड़ियों को मिलेगा आराम!
टेस्ट सीरीज के बाद आगामी कई बड़ी सीरीज के मद्देनजर बीसीसीआई अपने कई खिलाड़ियों के आराम दे सकती है। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश टी20 सीरीज में कुछ खिलाड़ियों को आराम दिया जाएगा, जिससे वो न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में पूरी तरह तरोताजा रह सकें। उप-कप्तान शुभमन गिल को बांग्लादेश के खिलाफ टी20 सीरीज से रेस्ट दिया जा सकता है। वहीं, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को भी आराम मिलने की बात कही जा रही है। वहीं, रिपोर्टस् में कहा गया है कि विकेटकीपर खिलाड़ी ऋषभ पंत को आराम मिल सकता है।
ईशान किशन की होगी वापसी!
बांग्लादेश टी-20 सीरीज में अगर विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को आराम मिलता है, तो ईशान किशन की वापसी हो सकती है। आपको बता दें, ईशान किशन पर एक्शन लेते हुए बीसीसीआई ने उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की लिस्ट से बाहर कर दिया था। एक्शन पर कहा गया था कि ईशान किशन ने मानसिक थकान की बात कही। इसी के चलते वो साउथ अफ्रीका दौरे पर बीच से ही हट गए थे और फिर उन्होंने घरेलू क्रिकेट में भी नजर नहीं आए। लेकिन लगातार इंटरव्यू और तमाम जगह दिखाई दे रहे थे।
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