GREATER NOIDA WEST: आम्रपाली ड्रीम वैली में निर्माणाधीन बिल्डिंग में पैसेंजर लिफ्ट हादसे में अब तक 8 मजदूरों की मौत हो चुकी है। अभी भी एक मजदूर घायल बताया जा रहा है। शुक्रवार हुए हादसे में चार मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि पांच लोग घायल बताए जा रहे थे। घायलों में चार मजदूरों की इलाज के दौरान मौत हो गई। अब हादसे के बाद पुलिस-प्रशासन में हरकत में दिख रहा है।
सेफ्टी मानकों के पालन का निरीक्षण
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने लिफ्ट हादसे के बाद निर्माणाधीन इमारतों में चेकिंग के निर्देश दिए हैं। जिले में चल रहे निर्माणाधीन प्रोजेक्ट का बारीकी से इंस्पेक्शन किया जाएगा। अगर किसी भी प्रोजेक्ट में लापरवाही मिली, तो वहां पर तुरंत कार्रवाई भी की जाएगी।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की गौड़ सौंदर्यम सोसाइटी के एक टावर की लिफ्ट में दो परिवार के छह लोग 45 मिनट तक फंसे रहे। अलार्म बजाने और हेल्पलाइन नंबर पर फोन करने के बाद भी समय से मदद नहीं मिली। बाद में एओए की टीम ने मेंटेनेंस कर्मचारियों की मदद से दोनों परिवार को बाहर निकाला।
हेल्पलाइन नंबर नहीं कर रहा था काम
ट्यूलिप टावर निवासी दुर्गेश यादव मंगलवार रात करीब 11 बजे वह पत्नी निधि और 6 वर्षीय बेटे विराट के साथ फ्लैट में जाने के लिए लिफ्ट में सवार हुए। उनके साथ एक अन्य दंपती और बच्चा भी साथ था। आरोप है कि दूसरे और तीसरे फ्लोर के बीच में लिफ्ट अचानक अटक गई। काफी देर तक लिफ्ट का अलार्म बजाने और हेल्पलाइन नंबर पर फोन करने पर भी मदद नहीं मिली।
दोस्तों की सूचना पर मेंटनेंस टीम ने निकाला बाहर
इसके बाद लिफ्ट से ही दोस्तों और एओए के सदस्यों को फोन किया। इसके बाद एओए सदस्यों के मेंटेनेंस टीम को सूचना देने के बाद दोनों परिवार को बाहर निकाला गया। लिफ्ट में फंसने के कारण बच्चे व महिलाएं काफी सहम गई थीं। लिफ्ट में उन्हें सांस लेने में भी दिक्कत पेश आई थी। वहीं गौड़ ग्रुप के मीडिया प्रभारी का कहना है कि फरवरी में सोसाइटी के रखरखाव की जिम्मेदारी एओए को दी जा चुकी है। अब जिम्मेदारी एओए की है। वहीं एओए के सदस्यों का कहना है कि बिजली जाने से लिफ्ट रुकी थी। समय पर पहुंचकर लोगों को लिफ्ट से बाहर निकाल लिया गया था।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की कई सोसाएटी से लिफ्ट अटकने के मामले सामने आ रहे हैं। लिफ्ट में फंसने का एक मामला ग्रेटर नोएडा वेस्ट की पंचशील हाईनीस सोसाइटी से आया है, जिसका वीडियो भी काफी वायरल हैं। जिसमें साफ देखा जा सकता है कि लिफ्ट के अंदर फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए, मेंटेनेंस विभाग के लोग लिफ्ट खोलने की कोशिश करते रहे हैं।
देखें वीडियो
नहीं खुला लिफ्ट का दरवाजा
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की पंचशील हाईनिश सोसाइटी में बीती गुरुवार रात में 12 वीं मंजिल पर रहने वाली सीमा और उनकी बेटी अपने फ्लैट से नीचे लिफ्ट द्वारा ग्राउंड फ्लोर पर जा रहे थे। जैसे ही वह लोग ग्राउंड फ्लोर पर पहुंचे, अचानक से लिफ्ट में झटका लगा और लिफ्ट अटक गई। कई कोशिशों के बाद भी लिफ्ट का दरवाजा नहीं खुला। उन्होंने इमरजेंसी बटन को भी दबाया और शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर कई लोग और मेंटेनेंस विभाग के लोग वहां पहुंचे, लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी लिफ्ट को नहीं खोल सके
घंटे भर लिफ्ट के अंदर फंसी रही मां-बेटी
मौजूद लोगों ने लिफ्ट को लगातार खोलने की कोशिश की, लेकिन किसी से भी वह लिफ्ट नहीं खुली। लिफ्ट में बंद होने की वजह से मां बेटी काफी घबरा गई। जानकारी के मुताबिक, करीब आधे घंटे तक लिफ्ट नहीं खुली, तो एक इंजीनियर को बुलाया गया और उसने लिफ्ट को खोला।
पति ने कही मुकदमा दर्ज करने की बात
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, लिफ्ट में फंसी सीमा के पति मनीराम गुप्ता ने कहा है कि सोसाइटी में मोटा मेंटेनेंस चार्ज वसूला जाता है। लेकिन यहां पर लोगों की जान भी सुरक्षित नहीं है। उनकी बेटी और पत्नी एक घंटे तक लिफ्ट के अंदर फंसे रहे और उनकी तबीयत तक खराब हो गई। लेकिन यहां पर मौजूद स्टाफ के द्वारा लिफ्ट को नहीं खोला गया। उन्होंने कहा कि सोसाइटी में कोई भी लिफ्ट मैन मौजूद नहीं है। फिलहाल इस मामले में वह मुकदमा दर्ज करवाने की बात कह रहे हैं।
आपको बता दें, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में आए दिन लिफ्ट अटकने के मामले सामने आते हैं। विधानसभा में जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह के द्वारा लिफ्ट एक्ट का मुद्दा भी उठाया गया। उसके बाद लिफ्ट एक्ट को पास भी कर दिया गया है लेकिन अभी तक लागू नहीं हो पाया है।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा की सोसाइटियों की इमारतें तो बाहर से खूबसूरत दिखती हैं लेकिन अंदर समस्याओं का अंबार है। लिफ्ट एक्ट कानून बनने के बाद भी सोसइटियों में लगातार लिफ्ट हादसे हो रहे हैं। लिफ्ट में फंसकर बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं घंटों से परेशान होते हैं। इसके बाद भी बिल्डर और स्थानीय प्रशासन की ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है। अब रविवार की रात ग्रेनो वेस्ट की ग्रीन आर्च सोसायटी की लिफ्ट में एक बच्चा डेढ़ घंटे तक फंसा रहा।
लोहे के रॉड से खोला गया लिफ्ट का दरवाजा
जानकारी के मुताबिक, बिसरख थाना क्षेत्र के ग्रीन आर्च सोसाइटी के टावर F की लिफ्ट से 8.30 बजे निशित का बेटा खेलकर अपने फ्लैट पर जा रहा था। इसी दौरान लिफ्ट 8वें फ्लोर पर जाकर अटक गई। बच्चे के शोर मचाने पर सोसाइटी के लोग और सिक्योरिटी गार्ड के साथ मेंटेनेंस विभाग के लोग पहुंचे। मेंटनेंस विभाग ने करीब डेढ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद लोहे के रॉड से लिफ्ट का दरवाजा खोलकर बच्चे को बाहर निकाला। करीब डेढ घंटे तक बच्चे के फंसे रहने के कारण परेशान रहा।
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