बीते रविवार को दिल्ली में तीन UPSC छात्रों की मौत मामले ने देश भर में सुर्खियां बटोरी। जाहिर तौर पर इसकी गूंज सोमवार को संसद बजट चर्चा में भी देखने को मिली। संसद में समावादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव द्वारा दिल्ली सरकार को घेरे में लिया गया और चाहे-अनचाहे ही अखिलेश यादव ने योगी सरकार की बुलडोजर नीति की तारीफ भी कर दी।
दिल्ली में छात्रों की मौत पर अखिलेश यादव ने किया सवाल
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दिल्ली में तीन छात्रों की मौत मामले पर सदन में सवाल उठाया और लापरवाही को लेकर कहा कि उत्तर प्रदेश में किसी अवैध निर्माण पर तुंरत ही बुलडोजर कार्यवाही होती है, क्या यहां कि सरकार बुलडोजर चलाएगी या नहीं
अखिलेश यादव ने सवाल पूछते हुए कहा, ‘ये एक दर्दनाक घटना है। योजना बनाना और NOC प्रदान करना अधिकारियों की जिम्मेदारी है, सवाल ये है कि कौन जिम्मेदार हैं और उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की जा रही है। ये अवैध निर्माण का सिर्फ एक मामला नहीं है, हम उत्तर प्रदेश में देख रहे हैं कि अवैध इमारतों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है, क्या ये सरकार यहां बुलडोजर चलाएगी या नहीं?’
लापरवाही के चलते गई छात्रों की जान
आपको बता दें, दिल्ली की राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने की वजह से बीते रविवार को 3 छात्रों की मौत की खबर ने हड़कंप मचा दिया था। छात्रों की मौत का जिम्मेदार सिर्फ कोचिंग संस्थान नहीं, बल्कि दिल्ली नगर लापरवाही भी थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 26 जून को एक छात्र ने इस कोचिंग के बारे में एमसीडी में शिकायत की थी, लेकिन एनसीडी ने कोई कार्यवाही नहीं की।
दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित IAS कोचिंग सेंटर में पानी भरने से शनिवार शाम तीन छात्रों की डूबकर हुई मौत का मामला राज्यसभा में भी उठा। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि कोचिंग एक फलता-फूलता उद्योग बन गया है, जिसमें अच्छे रिटर्न मिलते हैं। उन्होंने राज्यसभा में इस मामले पर चर्चा की अनुमति देते हुए कोचिंग सेंटरों द्वारा छात्रों से वसूली जाने वाली मोटी रकम का भी जिक्र किया। उन्होंने कोचिंग कल्चर का जिक्र गैस चैंबर से करते हुए कहा कि एक तरफ देश में नए-नए अवसर बढ़ रहे हैं। वहीं, कोचिंग कल्चर एक गैस चैंबर से कम नहीं है। इस मामले में एक ऐसे दृष्टिकोण की जरूरत है, जो इस समस्या से निपटने में मददगार हो।
हम नरक जैसी जिंदगी जीने को मजबूर, छात्र ने CJI चंद्रचूड़ को लिखा पत्र
वहीं, एक छात्र ने सीजेआई चंद्रचूड़ को पत्र लिख कर कार्रवाई की मांग की है। पत्र में छात्र ने कहा है कि वह दिल्ली में नरक जैसी जिंदगी जीने को मजबूर हैं। छात्र अविनाश दुबे ने सीजेआई को लिखे अपने पत्र में आरोप लगाया है कि वह दिल्ली में नरक जैसी जिंदगी जीने को मजबूर हैं। पत्र में छात्र ने सीजेआई चंद्रचूड़ से तीन साथी छात्रों की मौत के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग के साथ-साथ अन्य छात्रों के मौलिक अधिकारों की सुरक्षा की भी मांग की है।
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December 17, 2022