बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव 'जन विश्वास यात्रा' पर निकल पड़े हैं। यात्रा के पहले पड़ाव में मुजफ्फरपुर पहुंचे जहां तेजस्वी यादव के समर्थकों ने क्रेन के ऊपर चढ़कर उन पर फूल बरसाए। इस दौरान तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। तेजस्वी यादव ने कहा "कि कुछ लोग कहते हैं कि RJD MY (MUSLIM और YADAV) की पार्टी है लेकिन RJD तो BAP (BAHUJAN बहुजन + AGDA अगड़ा + POOR की पार्टी है. RJD MY के साथ साथ BAP की पार्टी है।"
यात्रा में उठाये जनता के मुद्दे
मुजफ्फरपुर में तेजस्वी यादव ने जनता के मुद्दों पर बात करते हुए कहा, “कि मैं आपकी लड़ाई लड़ने के लिए यहां हूं, हम चाहते हैं कि बिहार शीर्ष राज्यों में गिना जाए और यह जन विश्वास यात्रा का पहला सार्वजनिक संबोधन है, हमें आपके विश्वास की जरूरत है। क्या आप हमें सत्ता देंगे? आशीर्वाद मिलेगा ना? बेरोजगारी सबसे बड़ा दुश्मन है, इसे जाना चाहिए। मैंने 10 लाख नौकरियों का वादा किया था। मैंने कहा था कि हम रिक्तियां भरेंगे और बिहार को राष्ट्रीय औसत के बराबर लाएंगे। हमें धोखा दिया गया और हमारी नौकरी काट दी गई।''
जनता ने हमें बिहार की सबसे बड़ी पार्टी
'जन विश्वास यात्रा' से पहले तेजस्वी यादव ने गाय को चारा खिलाया और मंदिर में पूजा-अर्चना करके आशीर्वाद लिया। यात्रा शुरु करने से पहले तेजस्वी अपनी बेटी कात्यायनी को लाड-प्यार करते हुए भी नजर आए। इस दौरान तेजस्वी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "कि जनता हमारी मालिक है, हम मालिक के सामने जा रहे हैं। जनता ने हमें बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बनाया।
'नीतीश जनमत को अपने पैर की जूती समझते'
इसके साथ ही तेजस्वी ने गठबंधन के मुद्दे पर कहा, "कि नीतीश कुमार के पास गठबंधन बदलने का न तो कोई विजन है और न ही कोई कारण। हमने 17 महीने में जो काम किया, उसे हम जनता के सामने रखेंगे। सीएम नीतीश कुमार जनता के फैसले को कोई महत्व नहीं देते, नीतीश कुमार जनमत को अपने पैर की जूती समझते हैं। जनता इसबार उनको जरूर जवाब देगी।"
11 दिनों में राज्य के 38 जिलों का करेंगे दौरा
आपको बता दें कि तेजस्वी यादव 20 फरवरी से 1 मार्च तक पूरे बिहार का दौरा करेंगे. इस दौरान राज्य के सभी 38 जिलों में जायेंगे। 'जन विश्वास यात्रा' एक जन संपर्क कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य "सार्वजनिक विश्वास" जीतना है। इसकी शुरुआत मुजफ्फरपुर से हो गई है। तेजस्वी मोतिहारी, पूर्वी चंपारण जिले के मुख्यालय में रात्रि विश्राम करेंगे। इससे पहले तेजस्वी सीतामढ़ी और शिवहर में दो और सार्वजनिक बैठकों को संबोधित करेंगे।
Bihar: बिहार की राजनीति में लगातार उथल पुथल का दौर जारी है. नीतिश कुमार के पाला बदलने के बास से अब तक कई लोग दल छोड़ने पर लगे हुए है. आलम ये है कि अब भी ये खेल जारी है. इसी कड़ी में शुक्रवार को राजद को एक और बड़ा झटका लगा है. भभुआ विधायक भरत बिंद ने आरएलडी का साथ छोड़ दिया है. जिसके बाद से चर्चाओं का दौर भी शुरू हो गया है.
सत्ता पक्ष में शामिल भरत
जानकारी के मुताबिक, विधानसभा में विधायी कार्य का अंतिम दिन आज है. जब दोपहर के बाद विधानसभा के अंदर सदन में गैर सरकारी लिए जा रहे थे. तभी अचानक से विधायक भरत बिंद सदन में पहुंचे और फिर वो हुआ, जो किसी ने सोचा नहीं था. भरत सीधा जाकर सत्ता पक्ष की बेंच में बैठ गए, जिससे साफ है कि वो अब सत्ता पक्ष के साथ है.
पांचवीं बार टूटा राजद
बता दें कि, 15 दिनों में आरएलडी के पांच लोगों ने उसका साथ छोड़ा है. इससे पहले चार और विधायक प्रहलाद यादव, चेतन आनंद, नीलम देवी, और संगीता देवी पार्टी से विदाई ले चुकी है. इतना ही नहीं बल्कि कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ सौरभ और मुरारी गौतम ने पार्टी छोड़ी थी.
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