ग्रेटर नोएडा: गिरफ्तार 33 किसानों की रिहाई की मांग को लेकर एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने कमिश्नर से गिरफ्तार किसानों को छोड़ने की मांग की। साथ ही उन पर दर्ज फ़र्जी मुकदमें को हटाने की भी मांग की। प्रतिनिधिमंडल में राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव सुखवीर गठिना, विधायक राजपाल बालियान, छपरौली विधायक अजय कुमार, खतौली विधायक मदन भैया मौजदूर रहे।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण कार्यालय में भारतीय किसान यूनियन के 31 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की बैठक मुख्य कार्यपालक एनजी रवि कुमार एवं अपरमुख्य कार्यपालक अधिकारी अमनदीप ढुली, ओएसडी रजनीकांत व सभी विभागों के सीनियर मेनैजर के साथ हुई। दोपहर 12:00 बजे से 3:00बजे तक चली।
किसानों की ये है मुख्य मांगें
किसान नेता पवन खटाना ने बताया कि किसानों को 64.7% मुआवजा वितरण, 10% आवासीय भूखंड, सभी किसानों की आबादीयो का निस्तारण व गांव मैं डेंगू जैसी बीमारी बहुत फैल रही है। गांव में फॉगिंग कराई जाए एवं साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौके पर गांव गांव जाकर स्वास्थ्य संबंधित कार्य की जांच करें।
बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पास कर शाशन को भेजेंगे
मुख्य कार्यपालक रवि कुमार एन जी ने बताया कि नोएडा प्राधिकरण में बोर्ड बैठक है। ग्रेटर नोएडा में भी अति शीघ्र बोर्ड बैठक की जाएगी। ग्रेटर विकास प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में किसानों के 10% आवासीय भूखंड एवं आबादियों के मुद्दों को बोर्ड से प्रस्ताव बनाकर शासन को प्रेषित किया जाएगा। किसानो की समस्त समस्याएं का समाधान कराया जाएगा। किसानों की सभी मांगे जायज है। सभी अधिकारी किसानो की मांगों पर कार्य कर रहे है। हल्दोना तुगलपुर गांव को स्मार्ट विलेज एवं झांडे वाले मंदिर के अंडरपास का कार्य सभी प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। जल्द ही कार्य चालू कराया जाएगा। आदि समस्याओं को अधिकारियों के सामने प्रमुखता के साथ उठाया गया।
15 दिसंबर तक दिया अल्टीमेटम
ग्रेटर विकास प्राधिकरण को यह भी चेतावनी दी कि यदि उपरोक्त सभी समस्याओं का समाधान 15 दिसंबर तक नहीं किया गया तो 21 दिसंबर से स्वयं चौधरी राकेश टिकैत जीरो पॉइंट पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे। इस पर अधिकारियों ने भारतीय किसान यूनियन के प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिया कि ऐसी नौबत नहीं आएगी कि किसानों को दोबारा धरने पर बैठना पड़े। 15 दिसंबर से पहले ही उपरोक्त सभी समस्याओं को चाहे वो प्रशासन के स्तर की हों या शासन के स्तर की हों सभी का समाधान कर दिया जाएगा। इस अवसर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष पवन खटाना, राजे प्रधान, राजीव मलिक धनीराम, मास्टर सुनील प्रधान आदि लोग मौजूद रहे।
Greater Noida West में मेट्रो की मांग पिछले कई सालों की तरह इस रविवार को उठाई गई। बड़ी संख्या में ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों ने एक मूर्ति चौराहे पर मेट्रो और घर की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान स्थानीय निवासियों ने सरकार से फिर यही सवाल किया कि आखिर ग्रेटर नोएडा वेस्ट में कब तक मेट्रो पहुंचेगी।
"मेट्रो में देरी क्यों''
नेफोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार और मिहिर गौतम ने मेट्रो प्रोजेक्ट की देरी पर सवाल उठाया। मिहिर गौतम ने कहा कि पिछले पांच साल से वो केवल मेट्रो का इंतजार कर रहे हैं और यहां के जनप्रतिनिधि सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं। मिहिर गौतम ने कहा कि पहले की तरह अभी भी सिर्फ झूठा आश्वासन ही मिल रहा है। डीपीआर के सवाल पर मिहिर गौतम ने इसे चुनावी प्रलोभन बताया। उन्होंने कहा कि अब लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है तो फिर से डीपीआर की बात सामने आई है, जबकि अब तक मेट्रो में इतनी देरी हो चुकी है कि मेट्रो की तारीख यहां के निवासियों को बतानी चाहिए।
"चुनाव के वक्त ही मेट्रो की आती है याद''
प्रदर्शन में अहम भूमिका निभा रहे महेश यादव, रवींद्र सिन्हा, अनुराग खरे, आरसी भट्ट, शैलेश कुमार सिंह, रोहित मिश्रा ने कहा है कि हर बार चुनाव के वक्त मेट्रो लाने का वादा किया जाता है और चुनाव के बाद नेता भूल जाते हैं। उन्होंने कहा कि यहां सार्वजनिक परिवहन का कोई इंतज़ाम तक नहीं है।
"मांग पूरी होने तक जारी रखेंगे आंदोलन''
आंदोलन में हर हफ़्ते शामिल हो रहे रंजना सिंह, अनुपमा मिश्रा, दीपक गुप्ता, डॉ सुहैल ख़ान का कहना है कि आंदोलन लगातार जारी रहेगा। हमारा राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। हमें बस मेट्रो से मतलब है और जल्द से जल्द मेट्रो ग्रेटर नोएडा वेस्ट में आनी चाहिए।
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