Delhi: लोकसभा चुनाव आने वाले है. ऐसे में राजनीतिक पार्टियां लगातार अपना-अपना दम-कम दिखाने में जुटी हुईं है. इसी कड़ी में दिल्ली की केजरीवाल सरकान ने एक बड़ा एलान किया है. दिल्ली सरकार ने हर बालिग महिला को हर महीन एक हजार रुपये देने का एलान किया है. इस बात की जानकारी सोमवार को दिल्ली की वित्त मंत्री आतिशी ने विधानसभा में बजट के दौरान दी. उन्होंने बजट 2-14-25 पेश करते हुए मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना का एलान किया है.
बजट की खास बात
बता दें कि, इस योजना के तहत 18 साल से ज्यादा उम्र की हर महिला को हर माह एक हजार रुपये दिए जाएंगे. वित्त मंत्री आतिशी ने सोमवार को 76,000 करोड़ रुपये का बजट पेश किया है. इस दौरान शिक्षा के लिए 16000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. इतना ही नहीं बल्कि अगले साल दिल्ली सरकार मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना योजना शुरू करेगी. जिसके तहत हर महीने 18 साल से बड़ी उम्र की महिलाओं को ₹1000 मिलेंगे. जबकि बुजुर्ग तीर्थ यात्रा के लिए 80 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है.
सीएम का ट्वीट
आपको बता दें कि, इस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा कि दिल्ली की महिलाओं के लिए आज एक बड़ी घोषणा हुई है। महिला सशक्तिकरण की ओर यह कार्यक्रम दुनिया की सबसे बड़ी योजना बनेगी। अब महिलाओं को पैसों के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहना होगा। हर महिला को एक हजार रुपये मिलेंगे। जिनकी उम्र 18 साल से ऊपर होगी.
वहीं, अगर जीएसडीपी की बात करें तो साल 2014-15 में दिल्ली की जीएसडीपी 4.95 लाख करोड़ रुपये थी. पिछले दस साल में लगभग ढाई गुना बढ़कर 11.08 लाख करोड़ रुपये हुई. फिर 2014-15 में दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय 2.47 लाख रुपये थी. 2023-24 में ये 4.62 लाख हो गई है जो राष्ट्रीय औसत से ढाई गुना ज्यादा है.
Lucknow: लखनऊ में 69000 शिक्षक भर्ती के अंतर्गत चयनित 6800 आरक्षित वर्ग के शिक्षक अभ्यर्थियों ने नियुक्ति की मांग को लेकर रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया. जिसे देखते हुए मौके पर ही भारी पुलिस बल को तैनात किया गया. प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है की बेसिक शिक्षा विभाग और प्रशासन के लोग वादाखिलाफी कर रहे हैं. पुलिस प्रशासन ने वादा किया था कि सीएम से मुलाकात कराएंगे. लेकिन अब तक वो वादा भी पूरा नहीं किया गया है.
69000 शिक्षक भर्ती का मामला
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अमरेंद्र पटेल अमरेंद्र पटेल ने कहा की 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करने में घोर अनियमितता बरती गई, जिस कारण अब तक आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को नौकरी से वंचित कर दिया गया. इस संबंध में कई बार आंदोलन के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया और विसंगति दूर करते हुए पीड़ित दलित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिए जाने का आदेश अधिकारियों को दिया था, जिसके आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने विसंगति को सुधारने के उपरांत 6800 दलित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने का वादा करते हुए एक सूची जारी की. लेकिन अब तक न्याय नहीं मिल सका है.
सीएम योगी करेंगे समाधान
अमरेंद्र पटेल ने आगे कहा कि हमारी मांग है की सरकार इस मामले का त्वरित समाधान निकाले और सभी 6800 चयनित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों का हक अधिकार देते हुए उनकी नियुक्ति करें. उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों को उम्मीद हैं की उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री योगी से होने पर पूरे मामले का सही निस्तारण हो जाएगा.
नोएडा में लोगों ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया. गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नोएडा वासियों ने यूपी और एनसीआर की सबसे लंबी तिरंगा पदयात्रा का आयोजन किया. इस दौरान लोगों ने 2000 मीटर लंबी और 12 फीट चौड़ी तिरंगा पदयात्रा निकाली. इस पदयात्रा के साथ ही देश वासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई भी दी गई. इस कार्यक्रम को नव ऊर्जा संस्था द्वारा आयोजित किया गया. इस तिरंगा यात्रा में स्थानीय सांसद समेत कई प्रमुख चहेरे शामिल हुए. इसमें नोएडा की कई संस्थाओं के साथ हजारों छात्र-छात्राओं ने भी हिस्सा लिया.
पदयात्रा में 2000 मीटर लंबा और 12 फीट चौड़ा झंडा रखा गया
हर साल की तरह इस साल भी नोएडा-एनसीआर में तिरंगा पदयात्रा निकाली गई. जिसमें हजारों छात्र-छात्राओं और संस्थाओं के बच्चों ने भाग लिया. इस पदयात्रा में 2000 मीटर लंबा और 12 फीट चौड़ा झंडा रखा गया था. यह यात्रा करीब 5 किलोमीटर की रही. इस बीच तिरंगा यात्रा निकालने वाले छात्रों और युवाओं ने देश वासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी.
सांसद डॉ. महेश शर्मा समेत कई अन्य प्रमुख लोग शामिल हुए
2022 में 500 फीट लंबे और 6 फीट चौड़े तिरंगे के साथ शुरू हुई यह यात्रा, 2023 में 1000 फीट लंबी और 8 फीट चौड़ी हो गई थी. इस साल दो हजार मीटर लंबे तिरंगे के साथ विशाल तिरंगा पदयात्रा निकाली गई. इसमें स्थानीय सांसद डॉ. महेश शर्मा समेत कई अन्य प्रमुख लोग शामिल हुए. तिरंगा पदयात्रा सुबह 11 बजे नोएडा स्टेडियम के गेट नंबर 4 से शुरू होकर डीएम चौक, सेक्टर 18, शहीद स्मारक, गोल्फ कोर्स होते हुए सेक्टर 31 स्थित कम्यूनिटी सेंटर पर समाप्त हुआ. इस आयोजन से न केवल स्थानीय लोगों में उत्साह देखने को मिला, बल्कि इसने राष्ट्रीय स्तर पर भी ध्यान आकर्षित किया है.
यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में सरकार को बड़ा झटका लगा है. मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट की डबल बेंच ने सरकार को जोरदार झटका देते हुए पूरी मेरिट लिस्ट रद्द कर दी है. साथ ही हाईकोर्ट ने सरकार को तीन महीने के अंदर नई मेरिट लिस्ट तैयार करने का भी आदेश पारित कर दिया है. जिसमें बेसिक शिक्षा नियमावली और आरक्षण नियमावली का पालन हो. बता दें कि अभ्यर्थियों ने पूरी भर्ती पर सवाल उठाते हुए 19 हजार पदों पर आरक्षण घोटाला का आरोप लगाया गया था. जो कि कोर्ट में सही साबित हो गया है.
3 महीने के अंदर नई मेरिट लिस्ट जारी करने का आदेश
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सरकार को अगले तीन महीने के अंदर नई मेरिट लिस्ट जारी करने का आदेश दिया है. इस मामले में अभ्यर्थी राजेश का कहना है कि अब हाई कोर्ट की डबल बेंच ने भी आरक्षण घोटाले पर मुहर लगा दी है. अब सरकार को जल्द से जल्द मेरिट लिस्ट जारी करना चाहिए और उन सभी लोगों को नौकरी से निकालना चाहिए, जो पात्र नहीं थे. फिलहाल इस मामले में सरकार की ओर से उसका पक्ष अभी सामने नहीं आया है. बता दें कि मामले में हाईकोर्ट ने 19 मार्च 2024 को अपना फैसला रिजर्व कर लिया था. जिसे 12 अगस्त 2024 को जारी किया गया. हाईकोर्ट की डबल बेंच ने भी माना कि आरक्षण नियमों का पालन नहीं किया गया.
सरकार ने पहले आरक्षण घोटाले से किया था इनकार
दरअसल अखिलेश सरकार में 1.72 लाख शिक्षामित्र को सहायक शिक्षक के रूप में समायोजित किया गया था. जिसे हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया था. साथ ही हाईकोर्ट ने नए सिरे से सहायक शिक्षकों की भर्ती का आदेश दिया था. फिर यूपी सरकार ने सबसे पहले 68,500 सहायक शिक्षकों की भर्ती की. यह भर्ती भी सवालों के घेरे में आई और सीबीआई ने मामले की जांच की. वहीं 68500 सहायक शिक्षकों की भर्ती के बाद यूपी सरकार ने 69,000 सहायक शिक्षकों की भर्ती के लिए दिसंबर 2018 में विज्ञापन निकाला और जनवरी 2019 में परीक्षा हुई. इस भर्ती में 4 लाख 10 हजार अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था, जिसमें से 1 लाख 40 हजार अभ्यर्थी सफल हुए थे. इसके बाद सरकार ने मेरिट लिस्ट निकाली. मेरिट लिस्ट आते ही बवाल मच गया, क्योंकि जिन अभ्यर्थियों को विश्वास था कि उनका सेलेक्शन हो जाएगा, वे खाली हाथ रह गए. फिर अभ्यर्थियों ने सभी 69 हजार सहायक शिक्षकों की नियुक्ति का डेटा खंगालना शुरू कर दिया. चार महीने की जद्दोजहद के बाद अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि 19 हजार पदों पर आरक्षण घोटाला हुआ है. उनका आरोप था कि ओबीसी वर्ग को 27 फीसदी की जगह सिर्फ 3.86 फीसदी आरक्षण मिला, जबकि अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग को 21 फीसदी की जगह 16.2 फीसदी आरक्षण मिला. इसको लेकर हंगामा शुरू हुआ तो सरकार ने आरक्षण घोटाले से इनकार कर दिया.
नोएडा एसटीएफ की टीम ने एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने मोबाइल टावर बैट्री आदि की चोरी करने वाले गैंग के सदस्य को धर दबोचा है। जानकारी के मुताबिक पकड़ा गया अभियुक्त 50 हजार रुपये का इनामी बदमाश है। एसटीएफ को अभियुक्त शहजाद के बारे में जानकारी मिली थी, कि शहजाद हिण्डन मेट्रो स्टेशन के पास मौजूद है और कहीं जाने की फिराक में खड़ा है। जिस पर टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए घेराबंदी करके आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पूरे भारत से लाई जाती हैं चोरी की बैटरी
पुलिस को अभियुक्त शहजाद ने पूछताछ पर बताया कि मुस्तफाबाद, थाना गोकुलपुरी दिल्ली में रहता है। जहां पर विभिन्न प्रकार का इलेक्ट्रानिक सामान मोटर, बैट्री इत्यादि पूरे भारत से स्कैब व चोरी करके लाई जाती है। जहां से उन्हें कबाड के रूप में खरीदकर उसमें से सिल्वर, कॉपर, आयरन आदि अलग-2 करके दिल्ली-एनसीआर की विभिन्न मंडियों में बेचा जाता है। कैफ मलिक पुत्र फुरकान निवासी बी-451 गली नं0 04, मुस्तफाबाद थाना गोकुलपुरी दिल्ली अभियुक्त शहजाद का पड़ोसी है और गली नं० 03 में रहता है। कैफ भी मोबाइल टॉवर से विभिन्न प्रकार की डिवाईस, रेडियो रिसीवर यूनिट (आर०आर०यूनिट), बैट्री आदि चोरी करने के गैंग से जुडा हुआ है। उसके द्वारा ही शहजाद आरआर यूनिट एवं टॉवर बैट्रियों को कैफ मलिक से खरीद कर सिल्वर, कॉपर को अलग-अलग करके ऊंचे दामों पर बेचता है। बता दें कि कैफ मलिक पूर्व में ही थाना नन्दग्राम गाजियाबाद जेल जा चुका है।
New Delhi: उत्तर प्रदेश 69000 शिक्षक भर्ती में इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा पूर्व में जारी की गई सूची रद्द करने के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों ने याचिका दाखिल की है। याचिका दाखिल करने वालों में दो चयनित व एक अचयनित अभ्यर्थी शामिल हैं। इससे पहले आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों ने इस मामले में कैविएट दाखिल कर रखी है।
हाईकोर्ट ने मेरिट लिस्ट कर दी थी रद्द
बता दें कि बीते दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने आरक्षण नियमों का पालन न करने को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई 69000 हजार शिक्षक भर्ती की चयन सूची रद्द कर दी थी। इसके साथ ही तीन महीने के भीतर नई सूची जारी करने का आदेश दिया था। इसके बाद से प्रदेश सरकार पर विपक्ष ने आरक्षण विरोधी होने के आरोप लगाए थे। इस पर योगी सरकार ने बयान जारी कर कहा था कि सरकार किसी भी अभ्यर्थी के साथ अन्याय नहीं होने देगी। सीएम योगी ने कहा था कि वह सुप्रीम कोर्ट नहीं जाएंगे और हाईकोर्ट के फैसले को मानेंगे। हाईकोर्ट के फैसले आने के बाद चयनित शिक्षकों विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। वहीं, आरक्षण की मांग को लेकर भी अभ्यर्थियों को प्रदर्शन जारी है।
Noida: नोएडा में बिल्डर कंपनियों को लेकर मामले लगातार संज्ञान में आते रहते हैं। प्राधिकरण द्वारा बिल्डरों पर एक्शन भी होते हैं। अब खबर आई है कि नोएडा में बिल्डर कंपनियों का दिवालिया होने का सिलसिला लगातार जारी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, लगातार दिवालिया हो रही बिल्डर कंपनियों के चलते नोएडा प्राधिकरण के करीब 10 हजार करोड़ फंसे हुए हैं।
बिल्डर कंपनियों का दिवालिया होने का सिलसिला जारी
नोएडा प्राधिकरण लगातार एक्शन मोड में नजर आता है। आए दिन अलग-अलग बिल्डरों पर बकाया को लेकर एक्शन की बात भी सामने आती है। उत्तर प्रदेश के हाईटैक सिटी नोएडा में लगातार बिल्डर कंपनियां दिवालिया हो रही हैं।
नोएडा प्राधिकरण के फंसे हैं 10 हजार करोड़!
बिल्डरों के ग्रुप हाउसिंग की 25 परियोजनाएं नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) पहुंच चुकी हैं। बताया जा रहा है कि बिल्डर कंपनियों के दिवालिया होने पर प्राधिकरण के करीब 10 हजार करोड़ फंसे हैं। परियोजनाओं पर फैसला नहीं होने से पैसे पूरी तरह से फंस गए हैं।
दशक बीता लेकिन नहीं मिला आशियान
बताया जा रहा है कि नोएडा प्राधिकरण से आवंटन के बाद ऐसी परियोजनाओं के लिए बिल्डरों ने काम शुरू किया था। बिल्डरों ने फ्लैटों, दुकानों और ऑफिस स्पेस के लिए बुकिंग भी शुरू कर दी। साल 2010 में परियोजन शुरु हुई थी। फिर जैसे-जैसे निर्माण का काम पूरा होता गया, वैस-वैसे खरीदारों को फ्लैटों पर कब्जे मिलते रहे। लेकिन बाद में पजेशन व फ्लैटों की रजिस्ट्री का काम धीमा होता चला गया। एक दशक यानी कि 10 साल से ज्यादा समय बीतने के बाद भी हज़ारों बायर्स को आशियाना नहीं मिला है।
बकाया न देने वाली कंपनियां पहुंची NCLT
बिल्डरों के ग्रुप हाउसिंग की 25 परियोजनाएं नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) पहुंच चुकी हैं। बताया जा रहा है कि बैंको का बकाया न उतरने वाली बिल्डर कम्पनियां NCLT पहुंची हैं। जिसमें सुपरटेक लिमिटेड पर 761 करोड़, अजनारा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड पर 93 करोड़, ग्रेनाइट गेट प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड पर 860 करोड़, लॉजिक सिटी डेवलपरर्स पर 607 करोड़, थ्री सी प्रोजेक्टस पर 862 करोड़ और हैसिड़ा प्रोजेक्टस पर 134 करोड़ का बकाया होने की बात कही जा रही है।
हजारों बायर्स की फैसले पर नजर
परियोजना से जुड़े फैसले से लेकर छोटी-छोटी अपडेट पर फ्लैट बायर्स की नजर है। नोएडा प्राधिकरण की तरफ से भी बिल्डर्स के बकाया पर अपडेट सामने आते रहते हैं।
नोएडा में GST विभाग को तीन हज़ार करोड़ का चूना लगाने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. नोएडा पुलिस ने 16 आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है. पुलिस ने मामले में दर्जन भर आरोपियों की संपत्ति कुर्क की कार्रवाई को अंजाम दिया है. बता दें कि मामले में अब तक 50 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. ये आरोपी करीब एक साल से जेल में बंद हैं. देश भर में आरोपियों ने शेल कम्पनियां बनाकर GST विभाग को अरबों का चूना लगाया था.
साल 2023 के जून महीने में हुआ था गिरोह का पर्दाफाश
नोएडा पुलिस ने मई महीने में ईस्ट पंजाबी बाग दिल्ली निवासी संजय ढींगरा , मयंक ढींगरा और कनिका ढींगरा को गिरफ्तार किया था. इससे पहले तरुण जिंदल समेत 45 अन्य को गिरफ्तार किया था. संजय और कनिका पति पत्नी हैं. जबकि मयंक इन दोनों का बेटा है. बीते साल जून में नोएडा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया था जो कागजों पर फर्जी कंपनी और फर्म बनाकर फर्जी तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट लेकर सरकार को अरबों रुपये का नुकसान पहुंचा रहा था. कई शहरों में आरोपियों ने सौ से अधिक फर्जी कंपनियां बनाईं, जिनका वजूद सिर्फ कागजों पर रहता था.
ऐसे करते थे ठगी
आरोपी देश में अलग-अलग स्थान पर रहने वाले लाखों लोगों के पैन कार्ड और आधार कार्ड का डाटा हासिल करने के बाद फर्जी कंपनी और फर्म खोलते थे. इन कंपनियों और फर्मों का अस्तित्व महज कागजों पर होता था. वास्तव में जमीन पर कहीं भी कोई कंपनी नहीं थी. इसके बाद आरोपी जीएसटी नंबर लेकर फर्जी बिल बनाकर जीएसटी रिफंड प्राप्त कर सरकार को करोड़ों का चूना लगाते थे. जांच में ये बात भी सामने आई है कि जालसाज फर्जी कंपनियों को जीएसटी नंबर के साथ ऑन डिमांड बेच भी दिया करते थे. इन कंपनियों के नाम पर पैसे जमा कर काले धन को सफेद करने का भी काम बड़े स्तर पर होता था. इस फर्जीवाड़े में शामिल कई आरोपियों की चल और अचल संपत्तियों पर कुर्की की कार्रवाई को पहले ही अंजाम दिया जा चुका है.
गंगा दशहरा के पावन अवसर पर आज स्प्रिंग मीडोज़ क्रिकेट टीम ने शरबत वितरण किया, ये कार्यक्रम प्रचंड गर्मी को देखते हुए निश्चित किया गया था। स्प्रिंग मीडोज़ क्रिकेट क्लब ने निश्चित किया कि आज क्रिकेट नहीं खेला जाएगा, बल्कि शरबत वितरण किया जाएगा। जिससे आम जनमानस और राहगीरों को ठंडा दूध युक्त शरबत पिला कर गर्मी से राहत पहुंचायी जाए।
हजारों लोगों को बांटा शरबत
स्प्रिंग मीडोज़ क्रिकेट क्लब की ओर से तय किए इस कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 7 बजे से ही हो गई थी। इस दौरान अब तक हज़ारों लोगो कों शरबत का सेवन कराया गया है। आते जाते राहगीरों और खासतौर पर डिलीवरी बॉयज़ ने शरबत वितरण के कार्य को बहुत सरहाया गया। स्प्रिंग मीडोज़ क्रिकेट क्लब ने दो हजार लीटर से भी ज्यादा शरबत बांटा है।
बीते 3 साल से लगातार जारी है कार्यक्रम
क्रिकेट टीम के सदस्य संदीप गुप्ता और सुबीर ने कहा कि हम यह कार्य पिछले 3 सालों से लगातार कर रहे हैं और हम सफ़ाई का विशेष ध्यान रख कर यह कार्य करते हैं। भविष्य में भी प्रभु कृपया रहीं तों शरबत वितरण जारी रहेगा।
ये लोग रहे मौजूद
गंगा दशहरा के मौके पर आयोजित इस कार्यक्रम में विकाश कटियार, प्रवीण मलिक, सुबीर, कुणाल, बापी, राज नारायण, सुरेंद्र, आकाश, अतानु, शुबरो, प्रशांत, विवेक, संदीप गुप्ता, संजीव, सुनील यादव, दीपांकर, सौरभ मण्डल, राजेश, अवनिश, मयंक, जय गुप्ता, नीतीश, गौरव, प्रदीप, कनहैया, कृशानू, प्रवीण कुमार, राहुल, श्रीकान्त, देवराज आदि लोग उपस्थित रहे।
नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा को इस तरह करें प्रसन्न, माता देंगी सुरक्षा का आशीर्वाद!
October 05, 2024