Yamuna city: यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में एक के बाद एक कई परियोजनाएं लगने जा रही हैं। इसी में से एक है एजुकेशनल हब का विकास। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाद कई हाईटेक सुविधाएं जेवर में मिलने लगेंगी। आने वाले कुछ सालों में यहां पर लोगों की बसावट तेज होने वाली है। जिसको देखते हुए इस क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का भी तेजी से विकास हो रहा है। यमुना सिटी में 6 विश्वविद्यालय भी बनेंगे। इसमें से दो विश्वविद्यालय का काम चल रहा है, जबकि चार नए विश्वविद्यालय के लिए मंगलवार को योजना लॉन्च की जाएगी। इसके अलावा यमुना विकास प्राधिकरण के सेक्टर-17 में विश्वविद्यालय के लिए भूखंड की योजना आएगी।
उद्योग की तर्ज पर शिक्षा योजना
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह ने बताया कि क्लस्टर बनाकर विकास कार्य किया जा रहा है। उद्योग के बाद अब शिक्षा को लेकर भी क्लस्टर विकसित करने की योजना है। सेक्टर-22 E में पहले से दो विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य चल रहा है। जिसमें नरसी मोंजी और जीबीएम शामिल है। अब इसके बाद चार नए विश्वविद्यालय के लिए योजना निकाली जाएगी। इसके बाद इस सेक्टर में 6 नए विश्वविद्यालय हो जाएंगे।
Greater Noida : यमुना एक्सप्रेसवे स्थित बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में 21 से 24 सितंबर तक होने वाले मोटो जीपी इंटरनेशनल बाइक रेस इवेंट की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। ट्रैक पर पेंट, रंगाई पुताई का काम चल रहा है।
प्राधिकरण के जीएम ने रात में किया निरीक्षण
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह के निर्देशन में यमुना प्राधिकरण के जीएम ए.के. सिंह मंगलवार रात्रि में खुद कार्य तेजी से करवाते हुए नजार आए। किसी प्रकार की कोई चूक या कमी ना रह जाए इसी को लेकर रात्रि में भी काम जारी है। सड़कों पर चारों तरफ लाइटिंग सुंदर-सुंदर चल रही है जैसे कोई तिरंगा लहरा रहा हो।
सड़कों पर धूल-मिट्टी नहीं आएगी नजर
यमुना प्राधिकरण के जीएम ए.के. सिंह ने कहा कि यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉक्टर अरुण वीर सिंह की मंशा अनुसार कार्य करवाया जा रहा है। बुधवार शाम तक सारा कार्य खत्म करवा दिया जाएगा। सड़कों पर कहीं भी धूल मिट्टी नजर नहीं आएगी। चारों ओर हरियाली ही हरियाली , दीवारों पर पेंटिंग दिखाई देगी। अब यहां का नजारा देखकर ऐसा लगेगा कि हम विदेश में घूम रहे हैं।
Yamuna City: यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEDA) आगरा के पास एक नया शहर बसाने की तैयारी कर रहा है। जिसके लिए मास्टर प्लान-2031 भी तैयार कर लिया गया है। 28 नवंबर को होने वाली बोर्ड बैठक में इसे रखा जाएगा। जिसके बाद इस परिकल्पना को वास्तविक रूप देने की ओर काम किया जाएगा। नए शहर में औद्योगिक इकाइयों के साथ ट्रांसपोर्ट हब पर विशेष जोर दिया जाएगा। बढ़ते प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए 15 फीसदी जमीन ग्रीन बेल्ट के लिए आरक्षित की जाएगी। औद्योगिक विकास से आगरा और आसपास के निवासियों को रोजगार के लिए घर से दूर नहीं जाना पड़ेगा।
टूरिस्ट सर्किट बनाने की योजनाः CEO
NOW NOIDA से बात करते हुए यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि 10 हजार 500 हेक्टेयर में आगरा के पास शहर बसाने की परिकल्पना की जा रही है। जो आस्था, विरासत और पर्यटन की जरूरत को पूरा करेगा। इसके अलावा आगरा, वृंदावन एक ही लाइन पर पड़ता है, इसलिए इसे टूरिस्ट सर्किट बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है।
इस तरीके से शहर बसाने की है योजना
आगरा के पास यमुना प्राधिकरण जिस नए शहर को बसाने की परिकल्पना कर रहा है, वहां पर उद्योग के लिए 25 फीसदी, आवास के लिए 20 फीसदी, वाणिज्य के लिए 4 फीसदी, परिवहन के लिए 13, ग्रीन बेल्ट के लिए 15 फीसदी जमीन उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके अलावा पर्यटन के लिए 7 फीसदी और मिश्रित उद्योग के लिए 7 फीसदी जमीन दी जाएगी।
Greater Noida: यमुना प्राधिकरण के 79वीं बोर्ड बैठक सोमवार को हुई। इस बोर्ड बैठक में मास्टर प्लान 2041 प्रस्तुत की गई। मास्टर प्लान में प्राधिकरण के अधिसूचित कुल 1149 गांव शामिल किए गए हैं। फेज एक में शामिल गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर में नए सेक्टर नियोजित किए गए हैं। बोर्ड ने नए सेक्टरों के लिए जमीन अधिगृहीत करने के निर्देश दिए हैं। प्राधिकरण ने मथुरा में 753 एकड़ में 1220 करोड़ रुपये की लागत से हेरिटेज सिटी बनाएगा। इसकी संशोधित विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को प्राधिकरण बोर्ड ने सोमवार को अपनी स्वीकृति दे दी। पीपीपी मॉडल पर विकसित होने वाली परियोजना के विकासकर्ता चयन के लिए प्रस्ताव निविदा मूल्यांकन समिति को भेजा गया है।
क्या-क्या होंगे हेरीटेज सेंटर में
एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर थीम आधारित हेरिटेज सेंटर बनेंगे। इसके अलावा योग वेलनेस सेंटर, कन्वेंशन सेंटर, होटल, स्थानीय कला और कलाकारों के लिए हाट बनाए जाएंगे। प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि हेरिटेज सिटी परियोजना का क्षेत्रफल बढ़ने से फेज दो का मास्टर प्लान संशोधित किया जा रहा है। हेरिटेज सिटी राया अर्बन सेंटर का हिस्सा होगी। ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे, यमुना एक्सप्रेस-वे को यमुना नदी से जोड़ेगा। यमुना नदी पर बृज विकास तीर्थ परिषद पुल का निर्माण करा रहा है। एक्सप्रेस-वे इससे जुड़ जाएगा। अन्य प्रस्तावित मार्गों से भी इसे जोड़ा जाएगा। यमुना एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर डेढ़-डेढ़ किमी के दायरे में कुल 10,500 हेक्टेयर में शहर विकसित किया जाएगा। इसमें चार विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) विकसित होंगे। इन चारों एसईजेड में इलेक्ट्रानिक्स आधारित उद्योग समेत आवासीय, संस्थागत, कामर्शियल के अलावा अन्य गतिविधियां होंगी। यमुना प्राधिकरण में गौतमबुद्ध नगर के अलावा बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा जिले के 1149 गांव अधिसूचित हैं।
फिनटेक हब के लिए डीपीआर रिपोर्ट तैयार
यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने फिनटेक हब के लिए डीपीआर रिपोर्ट तैयार कर ली है। इसके लिए पांच आवेदन आए हैं, जिन्हें अप्रुवल मिल गया है।
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