YAMUNA AUTHORITY: नोएडा इंटरनेशलन एयरपोर्ट के बाद फिल्म सिटी सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है। बुधवार को लोकभवन में हुई CM योगी आदित्यनाथ की बैठक में गौतमबुद्ध नगर में बनने जा रही फिल्म सिटी पर चर्चा हुई। इस दौरान सीएम ने अधिकारियों को फिल्म सिटी प्रोजेक्ट को 6 महीने के भीतर धरातल पर उतारने के निर्देश दिए। बैठक में यमुना प्राधिकरण के अफसर भी मौजूद रहे।
फिल्म सिटी प्रोजेक्ट को जल्द धरातल पर उतारने के निर्देश
जिस तरह से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का यमुना विकास प्राधिकरण ने एक्शन प्लान तैयार किया था, उसी तरह फिल्म सिटी प्रोजेक्ट को भी सफल बनाने की तैयारी है। इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ बुधवार को बैठक कर उन्हें इसे धरातल पर उतारने के निर्देश दिए। करीब एक हजार एकड में फिल्म सिटी प्रोजेक्ट का निर्माण किया जाना है।
CM ने अधिकारियों से मांगी जानकारी
CM योगी आदित्यनाथ ने फिल्म सिटी की जमीन के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि अब तक कितनी जमीन का अधिग्रहण हो चुका है तो यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि अब तक 794 एकड़ जमीन फिल्म सिटी के लिए अधिग्रहित हो चुकी है। जबकि 129 किसानों की फाइलें अभी लगी हुई हैं। वहीं सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों को किसी भी तरह की समस्या नहीं होनी चाहिए।
चार चरण में विकास कार्य
फिल्म सिटी को चार चरणों में विकसित किया जाएगा। जिसमें पहले चरण के तहत फिल्म से जुड़ी गतिविधियों को विकसित किया जाएगा। दूसरे चरण में स्टूडियो, एम्यूजमेंट पार्क विकसित किए जाएंगे।
Noida: सीमा हैदर और सचिन मीणा की पबजी लव स्टोरी पर फिल्म बनाने वाले अमित जॉनी को बड़ा झटका लगा है। फिल्म के टाइटल कराची टू नोएडा को निरस्त कर दिया गया है।
इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर एसोशियेशन ने कराची टू नोएडा फिल्म टाइटल को निरस्त कर दिया है। दरअसल पाकिस्तान से चार बच्चों के साथ प्रेमी सचिन मीणा के घर आई सीमा हैदर की लव स्टोरी पर जॉनी फायरफॉक्स प्रोडक्शन हाउस के निर्माता अमित जानी फिल्म बनाने की घोषणा की थी। इसके साथ ही उन्होंने कराची टू नोएडा टाइटल का रजिस्ट्रेशन भी ऑनलाइन कराया था । अमित जानी ने इस फिल्म में सीमा हैदर को भी काम करने का ऑफर दिया था पहले तो सीमा हैदर ने ऑफर स्वीकार कर लिया था लेकिन जांच एजेंसियों से क्लीनचिट न मिलने के कारण बाद में मना कर दिया था। अमित जानी ने फिल्म का पोस्टर जारी कर शूटिंग भी शुरू कर दी थी। उन्होंने फिल्म का एक गाना भी शूट किया था जो सोशल मीडिया पर बाहर आया था।
मनसे का डर दिखा कर निरस्त किया टाइटल
फिल्म का टाइटल निरस्त करने के बाद अमित जानी ने आरोप लगाया है कि इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन के सचिव अनिल ने फोन करके मुंबई आने के लिए मना किया है। इसके साथ कहा कि आप मुंबई आएंगे तो मनसे उनके कार्यालय में तोड़फोड़ करेगी।
चांदनी चौक टू चाइना बन सकती है तो कराची टू नोएडा क्यों नहीं
अमित जानी ने आरोप लगाया कि 17 अगस्त को फिल्म टाइटल रजिस्ट्रेशन करने के लिए फीस ली गई थी उसके बाद टालते रहे। अब मुंबई के बड़े प्रोडक्शन हाउस से बड़ी फिल्म हाथ से ना निकल जाए इसलिए उनके टाइटल को मनसे का डर दिखाकर निरस्त कर दिया है। अमित जानी ने मेल लिखकर पूछा है कि जब चांदनी चौक टू चीन बन सकती है तो कराची तो नोएडा फिल्म क्यों नहीं बन सकती।
Greater Noida: यमुना विकास प्राधिकरण क्षेत्र में प्रस्तावित अंतरष्ट्रीय फिल्म को लेकर प्री बिडिंग बैठक गुरुवार को हुई। प्राधिकरण के सभाकक्ष में हुई बैठक में यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म सिटी विकसित करने के इच्छुक संभावित आवेदकों द्वारा ऑनलाइन और ऑफलाइन रूप से हिस्सा लिया।
मैसर्स सीबीआरई ने परियोजना का दिया प्रजेंटेशन
सबसे पहले प्राधिकरण की सलाहकार संस्था मैसर्स सीबीआरई द्वारा परियोजना का प्रस्तुतीकरण किया गया। अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह के साथ ही साथ प्रोस्पेक्टिव बीडर्स द्वारा उठाये गये बिंदुओं पर जवाब भी दिया गया। प्री बिड मीटिंग में निविदा भरने वाले को बिड डॉक्यूमेंट के साथ परियोजना का प्रेजेंटेशन, प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी जमा करवाने का सुझाव भी दिया गया। बैठक में वालिया द्वारा सक्सेसफुल बिडर को 1000 एकड़ की फ़िल्म सिटी परियोजना के अगले फेसेज में रोफ़ल की सुविधा दिये जाने की मांग की गयी। जिससे विनिंग बिडर को फाइनेंशियल सिक्योरिटी मिल सके। बैठक में प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरुण वीर सिंह ने प्रतिभागियों को प्राधिकरण के बिल्डिंग बाई लॉज से भी अवगत कराया गया।
इन कंपनियों के प्रतिनिधि ने बैठक में लिया हिस्सा
बैठक में फ़िल्म जगत से मशहूर फ़िल्म निर्माता के.सी. बोकाडिया, मोहिन्दर वालिया, कोरिया की फ़िल्म कंपनी सिक्योरियो के प्रतिनिधि विनय मित्तल, डायरेक्टर टी-सीरीज, मिलाप कपूर, विपुल अमृतलाल शाह ग्रुप के प्रतिनिधि, भूटानी ग्रुप के जितेंद्र छाबरा आदि ने हिस्सा लिया। बैठक में शाशन व प्राधिकरण की तरफ़ से अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रीमती श्रुति, कपिल सिंह, विपिन जैन, शिशिर सिंह निदेशक सूचना आदि मौजूद रहे। इस प्री बिड मीटिंग में उठाये गए बिन्दुओं अथवा क्वेरीज का जवाब प्राधिकरण की सलाहकार संस्था सीबीआरई द्वारा तैयार कर सक्षम स्तर से पास होने पर अपलोड किया जाएगा।
Greater Noida: चार कंपनियों ने शनिवार को यूपी के अधिकारियों के सामने अपने प्रेजेंटेशन दिए थे। इन चारों में से सबसे ज्यादा रेवेन्यू शेयर करने वाली कंपनी के नाम नोएडा फिल्म सिटी बनाने का जिम्मा दिया जाना था। आज वो दिन आ ही गया, जब फिल्म सिटी बनाने वाली कंपनी का नाम सामने आ गया। बोनी कपूर और भूटानी ग्रुप की कंपनी बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी ने ये बाजी अपने नाम कर ली है।
इन कंपनियो ने दिया था प्रेजेंटेशन
उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों के सामने इंटरनेशनल फिल्म सिटी ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट के लिए सुपर कैसेट्स इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड (टी-सीरीज), सुपरसोनिक टेक्नोबिल्ड प्राइवेट लिमिटेड (मैडॉक फिल्म्स, केप ऑफ गुड फिल्म्स एलएलपी और अन्य), बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी (बोनी कपूर और अन्य) और 4 लायंस फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड (केसी बोकाडिया और अन्य) ने शनिवार को अपने प्रेजेंटेशन दिए थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता यूपी के औद्योगिक एवं अवस्थापना विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव एवं चेयरमैन यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी अनिल सागर, निदेशक सूचना शिशिर सिंह, यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी के सीईओ अरुण वीर सिंह और परियोजना के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने की थी।
बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी ने मारी बाजी
उत्तर प्रदेश के यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में इतिहास रचा गया। जिसमें मंगलवार को यमुना प्राधिकरण में एक और मील का पत्थर सीईओ अरुणवीर सिंह ने रख दिया। फिल्म सिटी को धरातल पर उतार दिया गया। बिड में बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी ने बाजी मारी है। फाइनल विड में 18 परसेंट के रेवेन्यू के साथ बेव्यू ग्रुप ने फिल्म सिटी पर अपना कब्जा जमा लिया। इसके साथ ही गौतमबुद्ध नगर के जेवर में बनने वाली फिल्म सिटी को लेकर अंतिम मुहर लगा दी गई। निर्माता-निर्देशक बोनी कपूर और रियल एस्टेट कंपनी भूटानी ग्रुप मिलकर जेवर में फिल्म सिटी के लिए 18% रेवेन्यू बोली लगाकर फिल्म सिटी पर अपना परचम लहराया। इस परियोजना के लिए अभिनेता अक्षय कुमार की कंपनी भी दौड़ में शामिल थी। जो 10% पर रहे। इनसे आगे केसी बोकर्डिया 15% पर और टी-सीरीज ने 5% तक ही अपनी रेवेन्यू बोली रखी।
ये सुपरस्टार्स थे लाइन में
फिल्म सिटी बनाने के लिए मशहूर ऐक्ट्रेस कंगना रानाउत, अक्षय कुमार, बोनी कपूर, गुलपनाग और मशहूर डायरेक्टर केसी बोकाडिया लाइन में लगे थे। बालाजी टेलीफिल्म, सोनी टीवी, तुलिप कंपनी और एक कोरियाई कंपनी ने फिल्म सिटी में जमीन लेने में रुचि दिखाई थी।
जेवर बना निवेशकों की पहली पसंद
यमुना सिटी निवेश के मामले में पूरे उत्तर प्रदेश में नंबर वन पर पहुंच गया है। इसी वजह से इसे औद्योगिक नगरी भी कहा जाता है। आज नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अलावा देश की सबसे बड़ी फिल्म सिटी जेवर में बनने जा रही है। इसको लेकर तैयारियां तेजी से चल रही हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिल्म सिटी परियोजना को अगले 6 महीने में धरातल पर उतारने के निर्देश दिए हैं।
पहले चरण में 230 एकड़ जमीन पर बनेगी फिल्म सिटी
बता दें कि यमुना सिटी के सेक्टर-21 में फिल्म सिटी बनेगी। ये फिल्म सिटी एक हजार एकड़ जमीन पर प्रस्तावित है। पहले चरण में 230 एकड़ जमीन पर फिल्म सिटी को विकसित किया जाएगा। यमुना विकास प्राधिकरण के अफसरों ने बताया कि जो कंपनी पहले चरण में फिल्म सिटी बनाएगी। उसकी दूसरे चरण में भी प्राथिमकता दी जाएगी। फिल्म सिटी बनाने वाली कंपनी के लिए एक बात स्पेशल यह होगी कि पूरी जमीन पर बिजली की लाइन, सीवर और अन्य सुविधा उसी को करवानी पड़ेगी। इसके लिए फिल्म सिटी से जुड़ी कंपनियों को ही जिम्मेदारी दी जाएगी।
सीएम योगी की महत्वाकांक्षी परियोजना नोएडा फिल्म सिटी आने वाले 8 सालों में बनकर तैयार हो जाएगी। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र के तहत नोएडा के सेक्टर में बनेगी। पहले चरण में तीन साल के अंदर यहां फिल्मों से संबंधित फैसिलिटीज और फिल्म इंस्टीट्यूट बनकर तैयार हो जाएगा। इस पूरे प्रोजेक्ट पर 1510 करोड़ रुपये का खर्च किया जाएगा।
आज यानी कि गुरुवार को फिल्म सिटी का निर्माण करने वाली बोनी कपूर और आशीष भूटानी की कंपनी बेब्यू प्रोजेक्ट एलएलपी और यीडा के बीच कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किया गया। कंसेशन एग्रीमेंट प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह और बोनी कपूर के बीच साइन किया गया। इस दौरान अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रुति और आशीष भूटानी भी उपस्थित रहे।
यीडा के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि फिल्म सिटी के पूरे प्रोजेक्ट को 8 वर्ष या 2920 दिन में पूरा किया जाएगा। वहीं फिल्म फैसिलिटीज और फिल्म इंस्टीट्यूट के लिए 3 वर्ष या 1095 दिनों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर कुल 1510 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। पहले दो साल में फिल्म सिटी के निर्माण में 50 करोड़ रुपये खर्च होंगे तो तीसरे वर्ष 75 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 8वें साल के बीच इस पर 100 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि स्टूडियो बैकलॉट्स और ओपेन सेट्स समेत फिल्मिंग कंपोनेंट्स पर 832.91 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जबकि हॉस्पिटैलिटी पर 373.93 करोड़ रुपये, सर्विस एकमोडेशन पर 315.07 करोड़ रुपये, ऑफिस पर 109.60 करोड़ रुपए और इंफ्रास्ट्रक्चर पर 76.44 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
इसी के साथ ही जमीन की बात करें, तो टोटल 230 एकड़ क्षेत्र में फिल्म सिटी का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 135 एकड़ क्षेत्र में फिल्मिंग फैसिलिटी विकसित की जाएंगी। 21 एकड़ क्षेत्र में फिल्म इंस्टीट्यूट बनेगा। इस तरह कुल 156 एकड़ में फिल्मिंग कंपोनेंट्स को विकसित किया जाएगा। बाकी 75 एकड़ में कॉमर्शियल कंपोनेंट्स स्थापित किए जाएंगे। इनमें सर्विस एकमोडेशन 57 एकड़ में, हॉस्पिटैलिटी-डॉर्मिटरीज 2.37 एकड़ में, हॉस्पिटैलिटी-अपस्केल 5.15 एकड़ में, हॉस्पिटैलिटी अपर अपस्केल में 3.60 एकड़ में, एफएंडबी फोकस्ड रिटेल डेवलपमेंट 5.15 एकड़ में और कॉमर्शियल ऑफिस 2.37 एकड़ में निर्मित होगा।
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