GREATER NOIDA: प्राधिकरण की कमान संभालने के बाद नए CEO रवि कुमार एनजी लगातार एक्शन में हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में पिछले CEO के कार्यकाल में कई कम अनुभव वाले अधिकारियों को महत्वपूर्ण विभाग बांटे गये थे, जिन्हें अब वापस लिए जा रहे हैं।
कई महीने से पेंडिंग हैं उद्यमियों की फाइलें
एक-तरफ सरकार लगातार उद्योग को बढ़ावा देने में जुटी है, ताकि प्रदेश की अर्थव्यस्था को नए मुकाम तक ले जाया जा सके। इसके लिए यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का भी ग्रेटर नोएडा में आयोजन किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर प्राधिकरण के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों के चलते उद्यमियों और आवंटियों के महत्वपूर्ण फाइलें 4-4 महीनें से विभाग के चक्कर काट रही हैं। जिससे आवंटियों और उद्यमियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
नए CEO से जगी उम्मीदें
प्राधिकरण के नए CEO रवि कुमार एनजी लगातार आवंटियों और उद्मियों के साथ बैठकें कर रहे हैं और उनकी परेशानियों को सुन रहे हैं। इसके अलावा जिन विभागों में इनकी फाइलें अटकी पड़ी हैं, उसे तत्काल निवारण के आदेश भी नए CEO की तरफ से दिए जा रहे हैं। जिसके बाद नए सीईओ से आवंटियों और उद्यमियों की उम्मीदें बढ़ी हैं। इसके साथ ही अब ये भी उम्मीद की जा रही है कि अब ऐसे अधिकारियों को ही महत्वपूर्ण विभाग और जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी, जो ईमानदारी से उद्मियों, आवंटियों और आम लोगों के के मसले का निवारण करेंगे।
GREATER NOIDA: आवंटियों और उद्मियों का काम बेवजह लटकाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ अब कार्रवाई होगी। ये बात ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के नए CEO रवि कुमार एनजी ने कही। जनसुनवाई से मिली शिकायत के बाद सीईओ ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को ये चेतावनी दी। सीईओ ने कहा कि आवंटियों और उद्मियों के काम को अधिकारियों को तय समय में निपटाना होगा।
शिकायत के बाद CEO की चेतावनी
दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से आवंटियों को समय वृद्धि, मोर्टगेज परमिशन, नो-ड्यूज सर्टिफिकेट, पेमेंट अपडेशन, भूखंडों का चिन्हांकन डिमार्केशन, लीज डीड निष्पादन, ट्रांसफर मेमोरंडम, पेमेंट वेरीफिकेशन आदि कार्य कराने होते हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने आवंटियों, किसानों और आम लोगों से नियमित रूप से मिल रहे हैं। सीईओ के सामने ये शिकायत आई है कि इन सामान्य कार्यों के लिए बेवजह तय समय से अधिक विलंब किया जा रहा है। इससे आवंटी भी परेशान होता है और प्राधिकरण की छवि भी धूमिल होती है। इस तरह की शिकायतों पर सीईओ ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए सभी विभागों के लिए कार्यालय आदेश जारी किया है।
संबंधित अधिकारियों को निर्देश
सीईओ ने सभी विभागाध्यक्षों को निर्देशित किया है कि वे अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को सचेत कर दें। भविष्य में इस प्रकार की कोई शिकायत आवंटी से प्राप्त हुई तो संबंधित अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारी और कर्मचारी ही जिम्मेदार होंगे।
Noida: नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी लोकेश एम द्वारा क्षेत्र के विभिन्न चौराहों पर भीख मांगने वाले बच्चों, निर्माण साईटों पर कार्यरत श्रमिकों के बच्चों व अन्य गरीब परिवार के बच्चों को शिक्षा एवं अन्य सुविधाएं दिये जाने के के लिए विभिन्न NGO के साथ बैठक की. जिसमें नोएडा प्राधिकरण की ओर से अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रभाष कुमार, उप महाप्रबन्धक (जन स्वास्थ्य) एसपी सिंह समेत एनजीओके के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। बैठक में मुख्य रूप से सड़कों पर भीख मांगने वाले बच्चों व अन्य गरीब परिवार के बच्चों की शिक्षा व उन्हें भोजन आदि के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा हुई
NGO द्वारा नोएडा के विभिन्न चौराहों एवं मार्केटों में भीख मांगने वाले बच्चों का सर्वे कर उनकी संख्या एवं विवरण एकत्रित करने के निर्देश NGO को दिये गये. ताकि क्षेत्रवार उनकी शिक्षा एवं अन्य सुविधाओं के सम्बन्ध में स्थल का चयन आदि की व्यवस्था की जा सके। इसके अलावा विभन्न निर्माण साईटों पर कार्य करने वाले श्रमिकों के बच्चों की संख्या आदि का सर्वे करने के निर्देश NGO को दिये गये. ताकि क्षेत्रवार इन बच्चों को विभिन्न सरकारी स्कूलों में बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से एवं विभिन्न NGO के माध्यम से शिक्षा की सुविधा प्रदान की जा सके। चौराहों एवं मार्किटों में भीख मांगने वाले लोगों के सम्बन्ध में विभिन्न NGO द्वारा अवगत कराया गया। अतः इस सम्बन्ध में पुलिस के सहयोग से विभिन्न चौराहों एवं मार्केटों में भीख मांगने वालों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये ताकि भीख मांगने की प्रवृत्ति पर रोक लगाई जा सके।
ग्राम निठारी में चल रहे स्कूल में सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग
ग्राम-निठारी पूर्व प्रधान और विलेज केयर फाउंडेशन की अध्यक्ष विमलेश शर्मा ने ग्राम निठारी के बारातघर के प्रथम तल पर उनके NGO द्वारा संचालित गरीब बच्चों के शिक्षा केन्द्र में नोएडा प्राधिकरण द्वारा बच्चों के इंडोर स्पोर्ट, पेंटिंग, इलेक्ट्रिक लाइटिंग, लाइब्रेरी आदि सुविधाऐं दिये जाने की मांग की. जिसे मुख्य कार्यपालक ने पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में नोएडा प्राधिकरण द्वारा उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये। इसके साथ ही बैठक में एक सप्ताह के बाद उपरोक्त निर्देशों के सम्बन्ध में पुलिस विभाग, बेसिक शिक्षा अधिकारी तथा NGO के साथ पुनः बैठक करने के निर्देश दिये गये।
Noida: नोएडा प्राधिकरण कार्यपालक अधिकारी एवं वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को याकूबपुर के सामुदायिक केन्द्र में किसानों से मिलकर उनकी 50% आबादी भूखण्ड, आबादी विनियमितीकरण एवं अतिक्रमण आदि समस्याओं को सुना. इसके साथ ही संबंधित स्थलों का भ्रमण भी किया गया।
कई मामलों का मौके पर किया निस्तारण
ग्राम याकूबपुर के सामुदायिक केन्द्र पर अधिकारियों ने 100-150 किसानों की उपस्थिति में समस्याओं को सुना गया. किसानों द्वारा उठाई गई समस्याओं में से कई का निस्तारण मौके पर ही किया गया. वहीं, अन्य किसानों की समस्याओं का समयबद्ध रूप से निस्तारण किये जाने के लिए निर्देशित किया गया. किसानों की सभी समस्याओं की रजिस्टर में एन्ट्री भी की गई.
गांव का भ्रमण कर जाना हाल
इसके बाद मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने अधिकारियों के साथ ग्राम-याकूबपुर में भ्रमण किया गया. किसानों की आबादी विनियमितीकरण संबंधित समस्याओं को देखा। इसके साथ ही मौके पर उपस्थित ग्रामवासियों से बातचीत की. इस दौरान ग्राम- याकूबपुर में चार स्थलों के अभिलेख यथा-सैटेलाईट इमेज, परिसम्पत्ति प्रपत्र कब्जा पत्र एवं मौके की वस्तुस्थिति का भी जायजा लिया।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने आबादी निस्तारण हेतु नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही किये जाने के संबंध में संबंधित अधिकारियों को मौके पर निर्देशित किया. उन्होंने ग्रामवासियों को आश्वस्त किया कि आबादी निस्तारण हेतु नोएडा प्राधिकरण द्वारा सकारात्मक कदम उठाये जायेंगे। ग्रामवासियों द्वारा ग्राम की साफ-सफाई संबधी की गई मांग को लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।
Noida: अपनी मागों को लेकर किसानों का धरना लगातार जारी है. अपनी मांगे को हल ना होते देख किसानों ने अपने आंदोलन को तेज करने की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने बताया 12 सितंबर को प्राधिकरण के दोनों गेटों को बिल्कुल बंद कर दिया जाएगा और किसी को भी अंदर या बाहर नहीं आने दिया जाएगा. जब तक हमारे मुद्दों को हल करने का समाधान नहीं कर दिया जाएगा. इसी कड़ी में हम सभी साथियों ने गांव में मीटिंगों का दौर फिर से शुरू कर दिया है। गांवों से अपील की जा रही है कि वह अपने हको के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में प्राधिकरण पर पहुंचे।
बड़े आंदोलन करने की दी चेतावनी
किसान सभा के सचिव जगदीश नंबरदार ने बताया कि हमारे मुद्दों के प्रति जनप्रतिनिधियों व प्राधिकरण का रवैया ढुलमुल है। हमारे इतने अवगत कराने के बाद भी उनको किसानों के मुद्दों की गंभीरता समझ नहीं आ रही है। क्षेत्र में इन बातों को लेकर आक्रोश है। हम इन लोगों को चेताना चाहते हैं कि या तो यह जल्द से जल्द मुद्दों को हल करें अन्यथा किसान बड़े कदम उठाने के लिए विवश होंगे।
धरना स्थल पर मनाएंगी रक्षा बंधन
महिला किसान जोगेंद्री ने कहा कि रक्षाबंधन का पावन पर्व होने के बावजूद भी हम महिलाओं ने तय किया है कि हम अपना त्यौहार धरना स्थल पर ही मनाएंगे. अपने भाइयों को यहीं पर राखी बांधेंगी. प्राधिकरण व जनप्रतिनिधियों को अपने अपनी पीड़ा से अवगत कराने के लिए अपना त्यौहार भी यहीं मनाएंगे।
जनप्रतिनिधि आलीशान मकानों में कुंभकर्णी नींद में सो रहे
धरने की अध्यक्षता कर रहे किसान सभा के संरक्षक जगदीश नंबरदार ने बताया कि जनप्रतिनिधियों का काम अपनी वोटों तक सीमित है। वह लोगों के मध्य जब वोट मांगने के लिए आते हैं, तो अच्छे-अच्छे बातें करते हैं और वादे करके जाते हैं कि आपकी समस्याएं हमारी समस्या है। परंतु वही जनप्रतिनिधि जब किसान अपनी समस्याओं को लेकर पिछले 4 महीना से सड़कों पर है। लेकिन आलीशान मकानो में कुंभकर्णी नींद सोए हुए हैं. हम जब तक उन्हें नींद से नहीं जाग लेते तब तक यहां से जाने वाले नहीं है।
प्राधिकरण ने किसानों के साथ किया धोखा
किसान सभा के उपाध्यक्ष सूबेदार ब्रह्मपाल ने कहा कि प्राधिकरण पिछले 20 दिनों से हमसे बोल रहा है कि हमने आपके 17 मुद्दे हल कर दिए हैं। परंतु हकीकत यह है कि अभी तक हल किए हुए मुद्दों को भी उन्होंने लागू नहीं किया है ।यह किसानों के साथ धोखा किया जा रहा है और उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ हो रहा है। प्रशांत भाटी ने बताया कि प्राधिकरण पर होने वाले महापड़ाव के क्रम में आज हमने सुबह इटेड़ा गांव में युवाओं की मीटिंग की. जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया और अपने अधिकारों के प्रति गंभीरता दिखाते हुए संकल्प लिया कि 12 सितंबर को प्राधिकरण के घेराव में युवाओं की बहुत बड़ी भागीदारी होगी।
Greater Noida: विभिन्न मांगों को लेकर किसान सभा धरना रक्षाबंधन को भी 107वां दिन जारी रहा. धरने की अध्यक्षता राम सिंह नागर और संचालन हरेंद्र खारी ने किया। धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि 10% प्लाट का मुद्दा आंदोलन की पहचान है। 10% प्लाट के मुद्दे पर कोई भी समझौता नहीं किया जा सकता।
जनप्रतिनिधि कभी भी किसानों के मुद्दों के प्रति गंभीर नहीं रहे हैं। जनप्रतिनिधियों ने इस सरकार के दौरान कभी भी किसानों के मुद्दों को नहीं उठाया है। किसान हमेशा अपनी लड़ाई खुद ही लड़ते आए हैं। इस मोर्चे पर जनप्रतिनिधि पूरी तरह विफल रहे हैं । जनप्रतिनिधियों का सरोकार केवल अपने करियर को आगे बढ़ाने, रिश्तेदारों मित्रों की तरक्की करने तक सीमित रहा है । किसानों ने अपनी लड़ाई अपने दम पर लड़ी है। यह लड़ाई भी अपने दम पर ही लड़कर जीतेंगे।
गिरफ्तारी देने के लिए सैकड़ों किसान तैयार
वहीं, किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि 12 सितंबर को प्राधिकरण के दोनों गेट पूरी तरह बंद कर दिए जाएंगे। किसान हजारों की संख्या में गिरफ्तारी देने को तैयार हैं। किसी भी कीमत पर किसान अपने हकों से समझौता नहीं करेंगे। सादौपुर गांव के किसान सभा की कमेटी के अध्यक्ष निरंकार प्रधान ने कहा, लड़ाई आर पार के मकसद से शुरू की गई है। किसानों को आज पूरे 107 दिन हो गए हैं। गर्मी धूप बारिश में महिलाओं सहित सड़क पर रहे हैं।
आंदोलन तेज करने के अलावा कोई विकल्प नहीं
उन्होंने कहा कि यह सरकार, अफसर और जनप्रतिनिधियों की हर दर्जे की असंवेदनशीलता है। अभी तक भी किसानों के मुद्दों को हल करने की तरफ कदम नहीं बढ़ाया है। नए अधिकारी भी डेढ़ महीने से अधिक समय से तैनात हैं और अभी भी मुद्दों को हल करने के लिए समय की मांग कर रहे हैं। जबकि मुद्दे स्पष्ट हैं, कोई नई मांग, नया मुद्दा नहीं है। तय नियमों कानून समझौते के अनुसार ही मुद्दों को हल करने की मांग की जा रही है । कई महीने से आबादियों की सुनवाईयां चल रही है। लेकिन आबादियों के प्रकरण अभी तक भी प्राधिकरण बोर्ड बैठक से पास नहीं किए गए हैं। ऐसे में आंदोलन को तेज करने के अलावा किसानों के पास कोई विकल्प नहीं है। किसानों ने फैसला किया है कि यदि मुद्दे हल नहीं होंगे तो प्राधिकरण को भी नहीं चलने देंगे ।
Greater Noida: शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर एसीईओ मेधा रूपम और अमनदीप डुली ने शनिवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट का जायजा लिया। इस दौरान सेक्टर 2 में सफाई सुपरवाइजर नदारद मिला, जिसपर एसीईओ ने संबंधित फर्म पर पेनल्टी भी लगाई।
विकास कार्यों में तेजी लाने का दिया निर्देश
प्राधिकरण की एसीईओ मेधा रूपम ने वर्क सर्किल-3 के क्षेत्र के अंतर्गत सूरजपुर बिसरख मार्ग, टेकजोन-4 स्थित ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के क्षेत्रीय कार्यालय, 45 मीटर चौड़ी रोड, सेक्टर-2 , राइज पुलिस चौकी मार्ग, कच्ची सड़क मार्ग, दादरी- सूरजपुर मार्ग आदि का निरीक्षण किया। सिविल, उद्यान, जल, सीवर व स्वास्थ्य विभाग के जनहित के कार्यों को देखा। सेक्टर 2 के निवासियों से विकास कार्यों व समस्याओं पर बातचीत की।
बायो रेमिडिएशन प्लांट का भी निरीक्षण किया
इस दौरान उन्होंने सड़क पर कंस्ट्रक्शन मैटेरियल रखने वालों पर पेनल्टी लगाने के निर्देश दिए। सेक्टर 2 में स्टाफ न मिलने पर मैसर्स बिमलराज आउटसोर्सिंग फर्म पर पेनाल्टी लगाई गई । इस दौरान एसीईओ ने प्राधिकरण की एसीईओ ने उद्यान विभाग की सेंट्रल वर्ज को ठीक करने, ग्रीन बेल्ट में किए गए पौधारोपण की फेंसिंग कराने के भी निर्देश दिए। इसके बाद एसीईओ मेधा रूपम ने लखनावली स्थित बायो रेमिडिएशन प्लांट का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बिल्डर सोसाइटियों द्वारा जनरेट होने वाले कूड़े को इधर-उधर फेंकने पर पर नाराजगी जताई और जन स्वास्थ्य विभाग की टीम से इन सोसाइटियों पर पेनल्टी लगाने के निर्देश दिए।
ड्रेन का निर्माण करने का दिया निर्देश
वहीं एसीईओ अमनदीप डुली ने एसीईओ ने टेकजोन 7 और मिलकलच्छी गांव का निरीक्षण किया. टेकजोन-7 में आरसीसी ड्रेन का निर्माण करने और 80 मीटर रोड की कनेक्टिविटी के लिए जमीन अधिग्रहीत करने के निर्देश दिए। ग्राम सैनी के निवासियों की मांग पर सेक्टर- 12 से ग्राम सैनी के श्मशान घाट तक रास्ते पर अस्थाई इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाने के निर्देश दिए। ग्राम वैदपुरा और खोदना खुर्द में अवैध निर्माण पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने इसे तोड़ने के निर्देश दिए और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को कड़ी चेतावनी दी। सेक्टर 10 और सेक्टर -12 की क्षतिग्रस्त सड़कों को रिपेयर करने के भी निर्देश दिए।
Greater Noida: किसान सभा का धरना प्रदर्शन 116वें दिन प्राधिकरण के खिलाफ जारी रहा। धरना स्थल पर मौजूद किसानों को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा 12 सितंबर को डेरा डालो, घेरा डालो प्रोग्राम के तहत प्राधिकरण को बंद किया जाएगा. जिसके लिए महिलाओं नौजवानों किसानों और भूमिहीनों की चार टीम क्षेत्र में प्रचार कार्य में लगी हैं।
किसान सभा के युवा नेता मोहित नागर ने कहा कि नौजवान पूरी तरह संगठित हैं और 12 सितंबर को हजारों की संख्या में प्राधिकरण पर डेरा डालकर प्राधिकरण को बंद करने का कार्य करेंगे। प्रशांत भाटी ने कहा कि घंघोला गांव में पुस्तकालय स्थल पर नौजवानों की बैठक की गई। जिसमें बड़ी संख्या में नौजवान उपस्थित रहे उपस्थित नौजवानों ने 12 सितंबर के आंदोलन में बड़ी संख्या में आने का वादा किया।
अभय भाटी ने कहा कि लड़ाई आर पार की है, मुद्दों को हल करके ही दम लेंगे। हमारे क्षेत्र के प्रतिनिधियों में कोई दम नहीं है। उन्होंने आज तक किसानों की किसी भी समस्या को प्राथमिकता पर नहीं लिया है। न ही कभी उसके लिए कोई आवाज उठाई है, जो कुछ भी हुआ है वह संगठित किसानों के प्रयासों से ही संभव हुआ है। इस बार भी हम अपने संगठन और एकता के दम पर ही सफलता प्राप्त करेंगे।
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि पूर्व में जितने भी आंदोलन हुए हैं, वह सब किसानों के संगठित प्रयास का नतीजा थे। जो कुछ भी आज तक हासिल हुआ है वह भी किसानों के संगठित आंदोलन का नतीजा है। किसान सभा हमेशा अपना आंदोलन अपने संगठन लोगों के दम पर करती है। आंदोलन ऐतिहासिक है, जिसमें सैकड़ो लोग रोज धरना स्थल पर आ रहे हैं ।12 तारीख को डेरा डालो घेरा डालो प्रोग्राम में हजारों किसान हिस्सा लेंगे।
GREATER NOIDA: हजारों की संख्या में किसान आज (मंगलवार) प्राधिकरण (GREATER NOIDA AUTHORITY) के गेट पर तालाबंदी करने जा रहे हैं। किसान अतिरिक्त मुआवजे और दूसरे मुद्दे को लेकर प्राधिकरण के अफसरों को कार्यालय में ही कैद करेंगे। इसे लेकर किसानों ने तैयारियां पहले ही शुरू कर दी थी। 119 दिन से धरना दे रहे किसान लगातार अपनी मांग को लेकर बातचीत कर रहे हैं।
समाधान नहीं मिलने पर किसानों का हल्लाबोल
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों के मुद्दे को लेकर प्राधिकरण को चिट्ठी भी लिखी, लेकिन अभी तक किसानों के मामले का समाधान नहीं निकला। जिसके चलते किसानों में रोष है और अब किसानों ने प्राधिकरण पर तालाबंदी करने का फैसला लिया है। महाआंदोलन की चेतावनी किसानों ने प्राधिकरण को पहले ही दे दी थी।
जानबूझकर हमारे मुद्दे को लटकाया गया: किसान
अब किसान अपनी मांगों को लेकर प्राधिकरण के साथ आर-पार की लड़ाई के मूड़ में हैं। किसानों का कहना है कि उनके वाजिब मुद्दों को जानबूझकर लंबा खींचा जा रहा है। इसके बावजूद किसान अपने हक की लड़ाई बिना थके लड़ते रहेंगे।
Greater Noida: प्राधिकरण के खिलाफ 120 दिनों से चल रहे किसानों का आंदोलन मंगलवार को उग्र हो गया. धरना दे रहे किसानों ने पहले ही 12 सितंबर को प्राधिकरण का घेराव कर तालाबंदी करने का ऐलान किया था. इसी के तहत मंगलवार को बड़ी संख्या में किसानों ने प्राधिकरण पर एकत्रित होकर आवाज बुलंद किए. किसानों ने प्राधिकरण के गेट पर कब्जा कर लिया और धरने पर बैठ गए. इस दौरान भारी पुलिस फोर्स मौके पर किसानों को समझाने की कोशिश कर रही है. इस दौरान पुलिस और किसानों से नोकझोक भी हुई. वहीं किसानों का समर्थन देने सपा विधायक अतुल प्रधान भी पहुंचे.
किसानों की समस्याओं का नहीं हो रहा समाधान
इस दौरान किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि उन लोगों ने प्राधिकरण को पर्याप्त समय दे चुके हैं। इसके बावजूद अभी तक किसानों की समस्या का कोई हल नहीं निकला. इसकी वजह से मजबूरन प्राधिकरण के घेराव की रणनीति अपनानी पड़ी।वहीं, किसान सभा के महासचिव हरेंद्र ने कहा, "हमारी लड़ाई वाजिब है। काफी वक्त हम प्राधिकरण को अपनी समस्याओं को सुलझाने के बाबत दे चुके हैं। लेकिन प्राधिकरण के अधिकारियों पर जूं तक नहीं रेग रही। बता दें कि इसके पहले किसानों ने गांवों में मीटिंग कर ग्रामीणों से 12 सितंबर को प्राधिकरण पर पहुंचने की अपील की थी. वहीं, राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख जयंत चौधरी ने धरने पर पहुंचकर समर्थन किया था और साथ देने का आश्वासन किया था.
किसानों की ये हैं मुख्य मांगे
बता दें कि ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की स्थापना के साथ ही किसानों का विरोध शुरू हो गया था। किसान खुद को इस विकास से दूर मानते आ रहे हैं। वहीं, लगभग 10 साल से 64.7% अतिरिक्त मुआवजा, 6%, 7% और 10% आबादी भूखंडों से जुड़े मामले लटके हुए हैं। इसके अलावा आबादी निस्तारण, बैकलीज मामले, दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल रेलवे कॉरिडोर से प्रभावित किसानों की मांग है. इसी को लेकर लगातार किसान आंदोलन चल रहे हैं। करीब एक वर्ष से डीएमआईसीडीसी से प्रभावित किसान धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। कुछ महीनों से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर किसानों का आंदोलन चल रहा था. लेकिन सीएम योगी के आने से पहले किसानों को आश्वासन देकर उठा दिया गया। अब मांगें और शर्त पूरी नहीं होने पर 18 जुलाई से किसान लगातार धरना दे रहे हैं.
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