Greater Noida: ग्रेटर नोएडा वेस्ट के घर ख़रीदारों ने अपना विरोध प्रदर्शन 39वें सप्ताह रविवार को भी जारी रखा। भारी बारिश के बीच भी घर ख़रीदार खुले आसमान के नीचे विरोध जताया। विरोध कर रहे लोगों ने घरों की रजिस्ट्री और घरों के पज़ेशन देने की मांग की।
मांगे पूरी होने तक आंदोलन रहेगा जारी
आंदोलन में अहम भूमिका निभा रहे नेफोवा के वरिष्ठ सदस्य दीपांकर कुमार, इंद्रीश गुप्ता, रोहित मिश्रा, चंदन सिन्हा, अनुराग खरे और राजकुमार राठौड़ ने कहा कि हम शांतिपूर्ण आवाज़ उठाते रहेंगे जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिस अमिताभ कांत के बनाए जी 20 में दिल्ली घोषणापत्र पूरी दुनिया सहमत हो गई। वहीं उनकी रुके हुए प्रोजेक्ट को लेकर दिए रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में क्यों डाला गया है? उसपर कोई निर्णय क्यों नहीं हो रहा है?
अमिताभ कांत कमेटी की रिपोर्ट तुरंत लागू करे सरकार
हर हफ़्ते विरोध प्रदर्शन में शामिल हो रहीं रंजना भारद्वाज, अनिल रात्रा, सुधांशु श्रीवास्तव, देवेश चहल, योगेश देवगन, अमरेंद्र ठाकुर, समीर भारद्वाज, हिमांश सक्सेना, दीपक गुप्ता, बिपिन, गंगेश सहित कई घर ख़रीदारों ने कहा कि सरकार पहले रिपोर्ट का बहाना बना रही थी। जब अमिताभ कांत कमेटी की रिपोर्ट आ गई तो उसे तुरंत लागू करने में क्या परेशानी आ रही है? सरकार अगर आज भी चाहे तो रीयल एस्टेट प्रोजेक्टों को शुरु कर घरों की रजिस्ट्री शुरु करवाकर राजस्व जुटा सकती है। बस सरकार को ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की गलत जानकारियों से बचने की ज़रूरत है।
इन सोसाइटियों में घर खरीदने वाले हैं परेशान
विरोध प्रदर्शन में सुपरटेक इको विलेज 1, इको विलेज 2, इको विलेज 3, अजनारा होम्स, देविका गोल्ड होम्ज़, एक्वा गार्डेन, ऐपेक्स गोल्फ़ एवेन्यू,ऐश्वर्यम, कासा ग्रीन्स वन, सुपरटेक अपकाउंटी सहित कई सोसायटियों के घर ख़रीदारों ने हिस्सा लिया।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बसने का सपना देख रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। यूपी रेरा ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रुकी हुई एलिगेंट विले आवासीय परियोजना को पूरे करने की मंजूरी दे दी है। यूपी रेेरा ने बिल्डरों को आदेश दिया है कि खरीदाारों की सहमति के बाद परियोजना पूरी करनी है। परियोजना पूरा होने के बाद फिर 12 महीना में ही सारा काम खत्म करना होगा। बता दे, इस परियोजना को पूरा करने में करीब 90 करोड रुपए खर्च होंगे।
जानकारी के मुताबिक नोएडा एक्सटेंशन के सेक्टर 10 जून 4 में एजेंट मिले आवासीय परियोजना है। मैसेज सर्च एलिगेंट इंफोकों प्राइवेट लिमिटेड ने इस परियोजना के तीन फेज को वर्ष 2017 में अप रेरा में रजिस्ट्रेशन कराया था लेकिन तय समय में यह परियोजना पूरी नहीं हो पाई।
बता दें कि फेज वन का अगस्त 2018, फेस 3 फरवरी 2019 और फेक 4 जुलाई 2019 को पंजीकरण खत्म हो गया था। रेरा से मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक 761 फ्लैट का काम अधूरा है।
बताने की फेज वन में करीब 75%, फेस 3 में 76%, 4 में 60% काम पूरा हुआ है। वही अभी तक 686 लोगों को फ्लाइट बेचा जा चुका है। इस परियोजना से 761 परिवार प्रभावित है।
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