Greater Noida: उद्योग केंद्र-2, ईकोटेक थर्ड में छोटी और बड़ी मिलाकर सैकड़ों ईकाइयां संचालित हैं। यहां से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को करोड़ों का राजस्व मिलता है। लेकिन आलम ये है कि यहां फैक्ट्रियां के आस-पास बुरा हाल है। कहीं झाड़ियां, तो कहीं नाले, यहां तक कि सड़कों के चारों तरफ गंदे नाले के पानी बह रहे हैं। अगर आप बारिश में इस इलाके में आने को सोच रहे हैं तो आपको सड़कों पर तालाब बना मिलेगा। नोएडा एंटरप्रिनियोर्स एसोसिएशन (NEA) की तरफ से यहां की परेशानियों को लेकर सोमवार को मीटिंग बुलाई गई। एसोसिएशन के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट मुकेश कक्कर की तरफ से सदस्यों की मीटिंग बुलाई गई। जिसमें प्राधिकरण की तरफ से वरिष्ठ प्रबंधक चेतराम सिंह और वरिष्ठ प्रबंधक प्रोजेक्ट मनोज कुमार शामिल हुए। इस दौरान एसोसिएशन के सदस्यों ने मौके पर जाकर अधिकारियों को यहां के हाल से अवगत करवाया।
सड़कों का खस्ता हाल
ईटोकेक थर्ड में सड़कों का बुरा हाल है। ज्यादातर सड़कें टूटी हुई हैं। जहां से ट्रक और उद्मियों के वाहन गुजरते हैं। इसके अलावा सड़क के चारों तरफ झाड़ियां उग आईं हैं। जहां जंगली जानवरों का खतरा भी बना रहता है। बारिश में अगर आप ग्रेटर नोएडा के उद्योग केंद्र दो के ईकोटेक थर्ड में आने की सोच रहे हैं तो आप मुश्किल में पड़ सकते हैं। क्योंकि बारिश के मौसम में सड़कें तालाब में तब्दील हो जाती हैं।
झाड़ियों में तब्दील हुए पार्क
कहने को तो ईकोटेक थर्ड में पार्क भी बनाए गये हैं। लेकिन इन पार्कों में बड़ी-बड़ी झाड़ियां हैं। जहां पर आसमाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। साथ ही यहां पर साफ-सफाई के नाम पर भी कोटापूर्ति ही होती है। सड़कों और पार्कों का रख-रखाव किसके भरोसे है, इसका जवाबदेह भी कोई नहीं है।
दिखाने को बनाया गया पानी की टंकी
एनईए के सदस्यों का आरोप है कि ईकोटेक थर्ड में पानी का बिल तो बराबर आता है। लेकिन पानी की सप्लाई कहीं भी नहीं है। आलम ये है कि पानी की टंकी भी खाली ही रहती है। जब अधिकारियों के साथ पानी की टंकी को लेकर वहां कार्यकर्त कर्मचारी से पूछा गया कि टंकी में पानी कबसे नहीं भरा गया, तो उसने बताया कि दो महीने से मोटर खराब है। इसके अलावा जहां पर पानी की टंकी है, वहां देसी शराब के ठेके का खोका भी देखने को मिला। इसे देख वहां पहुंचे अधिकारियों के साथ एनईए के सदस्य भी हैरान हो गये। पूछने पर कहीं से कोई भी जवाब इस खोके के बारे में नहीं मिला।
अतिक्रमण से लोग परेशान
ईकोटेक थर्ड में छोटी और बड़ी दोनों तरह की ईकाइयां हैं। जिनके माल की सप्लाई ट्रकों से की जाती है। लेकिन इन ट्रकों को सड़कों पर ही पार्क किया जाता है। जिससे जाम की स्थिति बनी रहती है। एनईए के मेंबर ने बताया कि सड़कों पर ट्रकों के पार्क करने के मामले को लेकर कई बार झड़पें भी हो चकी हैं। इसके अलावा यहां एक और समस्या है, कहीं पर भी झुग्गियों में दुकानें खोल दी गईं हैं। इसके चलते सुरक्षा के साथ जाम की स्थिति बनी रहती है। इस मीटिंग में एनईए के तरफ से सीनियर वाइस प्रेसिडेंट मुकेश कक्कर, अरविंद शर्मा, सुभाष, अजय कुमार, असीम खान, सुभाष चौहान, प्रवीण जैन, यशपाल जैन, सुरेश जैन और एसपी शर्मा आदि मौजूद रहे।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक थर्ड औद्योगिक क्षेत्र में जगह-जगह गंदगी फैली हुई है। गंदगी से यहां के लोग और मुसाफिर परेशान हैं। लेकिन प्राधिकरण है, जोकि गंदगी के मसले पर चुप्पी साधे हुए है। लोग लगातार इस क्षेत्र में गंदगी की बात कह रहे हैं, जब शनिवार को क्षेत्र के हालातों को देखने के लिए Now Noida की टीम पहुंची, तो हालात बेहद खराब नजर आए। क्षेत्र के कई इलाकों में सड़कों की हालात काफी खराब दिखे। साथ ही बरसात के पानी के निवास की भी कोई खास व्यवस्था नजर नहीं आई।
गंदगी देख प्राधिकरण पर उठ रहे सवाल!
ग्रेटर नोएडा ऑथारिटी साफ-सफाई को लेकर लगातार दावा पेश करती है। लेकिन ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक थर्ड इलाके में गंदगी ने पैर पसार लिए हैं। यहां की सड़कों पर कूड़े का अंबार लगा हुआ है। लोग इस गंदगी से इस कदर हताश है कि उनका कहना है कि देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने वाले उद्यमियों को प्राधिकरण के अधिकारी अनदेखा कर रहे हैं।
सफाई कर्मचारियों की लापरवाही, नहीं बरती जा रही सख्ती!
इस औद्योगिक क्षेत्र में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। प्राधिकरण की लापरवाही के चलते सेक्टर में जगह-जगह कूड़ा-करकट, भरा हुआ पानी ही दिखाई देता है। यहां के सफाई कर्मचारी अपने काम को लेकर बिल्कुल भी मुस्तैद नहीं दिख रहे हैं।
बरसात से बढ़ेगा गंदगी में संक्रमण!
ग्रेटर नोएडा के इस इलाके की अगर सभी सड़कों और उसके आस-पास के क्षेत्रों पर नजर दौड़ाएं, तो मालूम देता है कि जगह-जगह पर कूड़ा भरा हुआ है। जोकि देखने पर पता चलता है कि ये कोई एक-दो दिन का नहीं है, बल्कि महीनों से इन जगहों की सफाई नहीं हुई है। अब जब बारिश के समय जहां कई जगह पानी भर गया है, तो गंदगी ने और भी बुरा रुप धारण कर लिया है। बारिश का पानी भी कूड़े के साथ ही भरा हुआ है, जिससे कई बीमारियां पनप रही हैं और संक्रमण की आंशका भी हो रही है।
लोगों की उठानी पड़ती है शर्मिंदगी
ग्रेटर नोएडा के इस सेक्टर में फैली अव्यवस्थाओं के चलते उद्यमियों को बायर्स की शर्मिंदगी उठानी पड़ती है। गंदगी के साथ ही बदबू के चलते भी इन रास्तों से निकलना मुश्किल मालूम दे रहा है। वहीं, कूड़े के साथ ही आवारा पशु भी इस सेक्टर की समस्या को बढ़ा रहे हैं। जिससे निजाद के लिए निवासी हर मुमकिन प्रयास करना चाहते हैं। इस गंदगी को देखकर प्राधिकरण के कामों पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। अब बरसात के मौसम में गंदगी से फैलने वाली बीमारियों की चिंता से भी लोग परेशान हैं।
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