राहुल गांधी ने लोकसभा चुनावों के बाद एक बड़ा ऐलान किया है। जी हां राहुल गांधी ने केरल की वायनाड और यूपी की रायबरेली सीट से सांसद चुने जाने के बाद एक बड़ा फैसला लिया है। राहुल गांधी ने केरल की वायनाड सीट को छोड़ने का फैसला लिया है। अब उन्होंने यूपी की रायबरेली सीट का प्रतिनिधित्व करने का फैसला किया है। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि इसका फैसला करना बेहद ही मुश्किल था। उन्होंने ये भी कहा कि वायनाड से उनकी बहन प्रियंका गांधी चुनाव लड़ेंगीं और वो आते जाते रहेंगे।
"वायनाड सीट छोड़ने का फैसला कठिन"
वायनाड सीट छोड़ने के अपने फैसले को लेकर राहुल गांधी ने कहा, "मेरा वायनाड और रायबरेली से भावनात्मक जुड़ाव है। मैं पिछले 5 सालों से वायनाड से सांसद था। मैं लोगों को उनके प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं। प्रियंका गांधी वाड्रा वायनाड से चुनाव लड़ेंगी, लेकिन मैं भी समय-समय पर वायनाड का दौरा करूंगा। रायबरेली से मेरा पुराना रिश्ता है, मुझे खुशी है कि मुझे फिर से उनका प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा, लेकिन यह एक कठिन फैसला था।" राहुल गांधी ने आगे कहा, "ये निर्णय आसान नहीं था। वायनाड के लोग हरदम मेरे साथ खड़े रहे। उन्होंने मुझे कठिन समय में लड़ने की ताकत दी। हमने वहां के लोगों से जो वादे किए हैं, उन्हें पूरा करेंगे। प्रियंका वायनाड से चुनाव लड़ेंगी और जीतेंगी। अच्छी तरह से वहां का प्रतिनिधित्व करेंगी। मैं भी बीच-बीच में वहां जाता रहूंगा।"
हम दोनों रायबरेली और वायनाड में मौजूद रहेंगे- प्रियंका
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "मैं वायनाड का प्रतिनिधित्व करने में सक्षम होने के लिए बहुत खुश हूं और मैं उन्हें राहुल गांधी अनुपस्थिति महसूस नहीं होने दूंगी। मैं कड़ी मेहनत करूंगी और मैं सभी को खुश करने और एक अच्छा प्रतिनिधि बनने की पूरी कोशिश करूंगी। रायबरेली और अमेठी से मेरा बहुत पुराना रिश्ता है और इसे तोड़ा नहीं जा सकता। मैं रायबरेली में अपने भाई की भी मदद करूंगी। हम दोनों रायबरेली और वायनाड में मौजूद रहेंगे। "
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