बीते दिनों सेक्टर-126 पोस्टमार्टम हाउस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। वायरल वीडियो में एक महिला और पुरुष कर्मचारी आपत्तिजनक हालत में दिख रहे थे। इस मामले में डिप्टी सीएमओ आरपी सिंह की शिकायत पर कोतवाली सेक्टर-126 पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की। जांच के दौरान पता चला कि वीडियो में दिखाई देनेवाला व्यक्ति सफाईकर्मी शेर सिंह है।
मामले में अब तक चार आरोपियों की हो चुकी गिरफ्तारी
दरअसल सफाई कर्मी शेर सिंह महिला को डीप फ्रीज वाले कक्ष में ले गया था। जहां पर शेर सिंह ने महिला के साथ अश्लील हरकत की थी। जहां उसकी इस हरकत को वहां मौजूद परवेंदर ने चुपके से वीडियो बना लिया था। वहीं परवेंदर को वीडियो बनाने के लिए उसी पोस्टमार्टम हाउस के बाहर खड़ी होने वाली प्राइवेट एंबुलेंस के चालक भानू ने अपना मोबाइल उपलब्ध कराया था। पुलिस ने शेर सिंह, परवेंदर और भानू को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। अब महिला को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। महिला बरौला गांव की रहने वाली है और उसके पति की मौत हो चुकी है। इस मामले में अब तक चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। बताया जा रहा है कि महिला का कोई बच्चा नहीं है और वह पूर्व में भी शेर सिंह और उसके साथियों के साथ पोस्टमार्टम हाउस समेत अन्य जगहों पर जा चुकी है। वीडियो 6 या 7 अगस्त का है। शेर सिंह की पहले से ही महिला से जान-पहचान थी। मुख्य आरोपी शेर सिंह अमरोहा, भानूप्रताप एटा और परवेंद्र जेवर का रहने वाला है। शेर सिंह की सेवा विभाग द्वारा समाप्त कर दी गई हैं। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीमें इस मामले की जांच कर रही हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने नए दिशा निर्देश किए जारी
स्वास्थ्य विभाग ने पोस्टमार्टम हाउस में सफाईकर्मी का आपत्तिजनक स्थिति में वीडियो वायरल होने के बाद नए दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। जिसके अनुसार अब डॉक्टर और फार्मासिस्ट को पोस्टमार्टम हाउस में सुबह 10 बजे पहुंचना होगा। पहले डॉक्टर दोपहर के 1 बजे के बाद पोस्टमार्टम हाउस में जाते थे। पहले पोस्टमार्टम हाउस में दो गार्ड तैनात थे। अब यह संख्या चार या छह हो सकती है। स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए प्राधिकरण को पत्र लिखा है। जल्द ही गार्ड मिलने की उम्मीद है। पोस्टमार्टम हाउस की सुरक्षा के लिए दो शिफ्ट में गार्ड काम करेंगे। पोस्टमार्टम हाउस में प्रतिदिन औसतन आठ से दस शवों का पोस्टमार्टम होता है। पोस्टमार्टम हाउस के प्रभारी डॉ. जैश लाल ने बताया कि पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरों की तैनाती सुबह 10 बजे से पोस्टमार्टम हाउस में होगी। दो दिन में डॉक्टरों को दिशा निर्देश भेज दिए जाएंगे।
शव डीप फ्रीजर में रखने और निकालने ही जा सकेंगे सफाई कर्मी
पोस्टमार्टम हाउस में डॉक्टर, फार्मासिस्ट, सफाईकर्मी के नंबर अंकित किए जाएंगे। ताकि पोस्टमार्टम हाउस में उपस्थिति नहीं होने पर परिजन उन नंबरों पर कॉल कर वास्तविक स्थिति की जानकारी ले सकें। एक हफ्ते में मोबाइल नंबरों की सूची पोस्टमॉर्टम हाउस में लग जाएगी। पोस्टमार्टम हाउस के सफाई कर्मचारी अब शव को डीप फ्रीजर में रखने और उसे निकालने के दौरान ही शव गृह में जाएंगे । शव गृह में सीसीटीवी कैमरे लगेंगे। वहीं उसके दरवाजे पर भी एक सीसीटीवी कैमरा होगा, जिससे यह पता चल सके कि सफाईकर्मी या अन्य कोई व्यक्ति कितनी बार शवगृह मेंगया और किस काम से गया।
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