18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून को शुरू होने वाला है। वहीं 9 दिवसीय इस विशेष सत्र में लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव भी होना है। वहीं अब एक बार फिर लोकसभा स्पीकर के पद को लेकर घमासान छिड़ गया है। दरअसल विपक्ष लोकसभा स्पीकर के चुनाव में अपना उम्मीदवार खड़ा करने की योजना बना रही है। सूत्रों की मानें तो अगर विपक्षी दलों को डिप्टी स्पीकर का पद नहीं दिया गया तो वे स्पीकर पद के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा कर सकते हैं। इस संबंध में अंतिम निर्णय संसद सत्र शुरू होने से पहले लिया जाएगा।

स्पीकर पद को लेकर बीजेपी के साथ है जेडीयू-टीडीपी
एनडीए की नई सरकार बनने के बाद से ही यह अटकलें लगनी शुरू हो गईं थीं कि जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) लोकसभा में स्पीकर का पद मांग सकती है। इस पर शुक्रवार को जेडीयू ने साफ कर दिया था कि तेलुगु देशम पार्टी और जेडीयू एनडीए के साथ मजबूती से खड़ा है। स्पीकर पद के लिए बीजेपी जिसे भी नामित करेगी दोनों पार्टी उसका समर्थन करेंगे। जनता दल के नेता केसी त्यागी ने कहा है कि 'जेडीयू और टीडीपी मजबूती से एनडीए में हैं। हम बीजेपी द्वारा (स्पीकर के लिए) नामित व्यक्ति का समर्थन करेंगे।'

पिछले पांच साल से खाली है डिप्टी स्पीकर का पद
लोकसभा चुनाव 2024 में 'इंडिया' ब्लॉक की सीटें बढ़ने के साथ ही 10 साल बाद निचले सदन को विपक्ष का नेता भी मिलेगा। साथ ही विपक्ष उपाध्यक्ष पद के चुनाव की भी उम्मीद कर रहा है। बता दें कि पिछले पांच साल से उपाध्यक्ष का पद खाली है। 17वीं लोकसभा में पांच साल तक उपाध्यक्ष का पद रिक्त रहा। साथ ही यह दूसरी बार था जब सदन में कोई नेता प्रतिपक्ष नहीं था। आमतौर पर उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दिया जाता है। विपक्ष के एक नेता का कहना है कि वे इसके लिए सदन में दबाव बनाएंगे कि इस बार उपाध्यक्ष का पद खाली न छोड़ा जाए।