हरियाणा विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस ने शुक्रवार को पहली लिस्ट जारी की. इस लिस्ट के जारी होते ही पार्टी में इस्तीफे का दौर शुरू हो गया या फिर ये समझ लें कि पार्टी के नेता बगावत पर उतर आए. उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी होने के 24 घंटे के अंदर ही दो नेताओं ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. दोनों नेताओं के पार्टी छोड़ने का कारण बस इतना था कि हरियाणा विधानसभा चुनावों के उम्मीदवारों की सूची में उनका नाम नहीं था.
राजेश जून ने कांग्रेस पर लगाया धोखा देने का आरोप
इस्तीफा देने वाले नेताओं में पहला नाम कांग्रेस के सीनियर नेता कपूर सिंह नरवाल का तो दूसरा नाम राजेश जून का है. इस्तीफा देने के बाद कपूर सिंह नरवाल ने अपने सर्मथको की बैठक बुलाई. वह बरौदा सीट से वर्तमान विधायक इंदु राज नरवाल को दुबारा टिकट मिलने से नाराज है. अब ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि उन्होंने कहा है कि अपने सर्मथकों से मिल कर उनकी राय लेने के बाद ही आगे की रणनीति तय करेंगे. वहीं बहादुरगढ़ से राजेंद्र सिंह जून को टिकट मिलने से नाराज राजेश जून ने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने के बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर धोखा देने का आरोप लगाया. उनका कहना है कि वह निर्दलीय चुनाव लडे़ंगे और कांग्रेस उम्मीदवार से डबल वोट लेकर विधायक बनेंगे.
पहली लिस्ट जारी होते ही उठने लगे बगावती सुर
कांग्रेस हाईकमान ने हरियाणा में अपने वर्तमान 29 विधायकों में से 28 विधायकों पर भरोसा जताते हुए उनको दोबारा से चुनावी मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने पानीपत जिले की इसराना (आरक्षित) सीट पर भी उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया. जिसके बाद कांग्रेस की पहली लिस्ट में 32 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया गया है. 32वें उम्मीदवार के तौर पर पार्टी ने सिटिंग विधायक बलबीर सिंह को टिकट दिया है. पहली लिस्ट जारी होने के बाद से ही पार्टी में बगावत के सुर उठने लगे हैं. टिकट न मिलने की वजह से पार्टी के कई बड़े नेताओं ने नाराजगी जाहिर की है.
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