ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट को आरआरटीएस से जोड़ने के लिए रूट तय करने को लेकर अहम बैठक हुई। NCRTC की टीम ने ग्रेनो प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के समक्ष आरआरटीएस के लिए 3 वैकल्पिक रूटों पर प्रस्तुतिकरण दिया। सीईओ ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और एनसीआरटीसी की संयुक्त टीम बनाकर इन तीनों ही वैकल्पिक रूटों का सर्वे करने के बाद फाइनल करने के निर्देश दिए। आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा व ग्रेटर नोएडा वेस्ट को जोड़ते हुए नोएडा एयरपोर्ट जेवर तक आरआरटीएस चलाने की योजना है। इसे दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस से जोड़ा जाएगा। यह रूट गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चार मूर्ति चौक (गौड़ चौक) होते हुए एयरपोर्ट तक बनेगा। चार मूर्ति चैक से आरआरटीएस के तीन वैकल्पिक रूटों का सुझाव दिया गए हैं।

तीनों वैकल्पिक रूट इस प्रकार हैं-

पहला रूट, चार मूर्ति चौक से 130 मीटर चौड़ी रोड पर प्राधिकरण दफ्तर और परी चौक होते हुए नोएडा एयरपोर्ट तक प्रस्तावित किया गया है। दूसरा रूट, 60 मीटर रोड से होकर और तीसरा रूट चार मूर्ति चौक से नॉलेज पार्क-5, सूरजपुर और कासना होते हुए नोएडा एयरपोर्ट ले जाने का सुझाव है।

’ट्रैफिक जरूरतों के हिसाब से होना चाहिए रूट’

इस टीम में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ, नियोजन और परियोजना विभाग तथा एनसीआरटीसी के अधिकारी शामिल होंगे। सीईओ ने एक सप्ताह के भीतर रूट का मौके पर सर्वे कर सुझाव देने को कहा है। इस बीच प्राधिकरण की तरफ से रूट पर यूटीलिटी रिपोर्ट दी जाएगी और एनसीआरटीसी की तरफ से रूट का विस्तृत रिपोर्ट बनाकर प्राधिकरण को दिया जाएगा। सीईओ ने इस काम को प्राथमिकता पर लेते हुए रूट को शीघ्र फाइनल करने के निर्देश दिए हैं। एनजी रवि कुमार ने यह भी कहा कि जो भी रूट फाइनल करें, वह वर्तमान के साथ ही भविष्य में ट्रैफिक की जरूरतों के हिसाब से होना चाहिए, ताकि ग्रेटर नोएडावासियों को कहीं पर भी कंजेशन की परेशानी न झेलनी पड़े।

बैठक में कौन-कौन रहे मौजूद

इस बैठक में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ आशुतोष द्विवेदी, एसीईओ सुनील कुमार सिंह, जीएम वित्त विनोद कुमार, जीएम प्लानिंग लीनू सहगल, जीएम प्रोजेक्ट हिमांशु वर्मा, ओएसडी नवीन कुमार सिंह, वरिष्ठ प्रबंधक सुधीर कुमार व एनसीआरटीसी के अधिकारीगण मौजूद रहे।