ग्रेटर नोएडा वेस्ट के इटेड़ा गांव में बुधवार सुबह ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम और गांव के किसान नेताओं के बीच झड़प हो गई। जिसमें दोनों पक्ष के लोग घायल हो गए। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम पुलिस बल के साथ पुरानी आबादी पर बनी कुछ दुकानों को तोड़ने की कार्रवाई कर रही थी। जिसपर पहले लोगों ने नाराजगी जताई और फिर दोनों पक्षों के बीच मारपीट हो गई।
क्या है पूरा मामला?
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम बिसरख थाना पुलिस को साथ लेकर इटेड़ा गांव के अतिक्रमण हटाने के लिए बुधवार सुबह पहुंची थीं। नोएडा प्राधिकरण के मुताबिक, ये दुकानें आचार सहिता के दौरान अवैध कब्जा करके बनाई गई थीं। यहां पर अवैध कब्जा करके 6 दुकानें बना दी गई थीं। जिसे हटाने के लिए नोएडा प्राधिकरण की टीम पुलिस बल के साथ पहुंचीं। लेकिन अतिक्रमण हटाने गई टीम पर पत्थरों से हमला हुआ, इस दौरान एक युवक भी बुरी तरह घायल हो गया और साथ ही प्राधिकरण के पक्ष के लोग और किसान नेता भी घायल हुए। दूसरी ओर किसान नेता मोहित नागर ने इस सब को लेकर बिसरख थाने का घेराव किया और जब तक कार्यवाही नहीं होगी, वो वहां से नहीं हटेंगे, ये बात भी कही। किसान नेताओं के पक्ष का कहना है कि नोएडा प्राधिकरण वो जमीन हथियाना चाहता है।
बिसरख थाने का किया किसानों ने घेराव
थाने पर किसान कार्रवाई की मांग को लेकर बैठे किसान नेता मोहित नागर ने जानकारी देते हुए बताया कि तब तक कार्रवाई नहीं होगी, तब तक वापस नहीं जाएंगे। किसान नेता मोहित नागर ने आरोप लगाया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण किसने की जमीन को हथीयाना चाहता है, लंबे समय से किसानों की जमीन पर किसानों का कब्जा है। लेकिन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पुलिस के बल पर कब्जा करना चाहता है और इसी दौरान एक युवक के सर में चोट आई। जिसको लेकर स्थानीय लोगों में नाराजगी है और अब बिसरख थाने का घेराव कर दिया है। थाने पर किसान काफी संख्या में धरना दे रहे हैं पुलिस की आला अधिकारी समझने का प्रयास कर रहे हैं।
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