Noida: किसान सभा के दिन रात के धरने के 112 वें लोगों को संबोधित करते हुए डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि आंदोलन ही दुनिया भर में जनता के हकों को बचाता रहा है। आंदोलन के बलबूते ही जनता अपने हक पाती रही है, चाहे आजादी का आंदोलन हो चाहे दलितों के अधिकार,चाहे लोकतंत्र की स्थापना हर जगह हर देश में आंदोलन के आधार पर ही नई लोकतांत्रिक दुनिया बनी है। यह आंदोलन भी इस बात का प्रतीक है कि सरकार चाहे जितनी दमनकारी हो आप अपने हुकों के लिए मजबूती से आवाज उठाएंगे तो पक्के तौर पर आपको सफलता मिलेगी। प्रशासन प्राधिकरण और सरकार को यह बात समझ में आ गई है कि किसानों के साथ और बेईमानी या दमन की नीति नहीं अपनाई जा सकती। किसानों के मुद्दों को हल करना ही पड़ेगा।

किसान सभा के महासचिव हरेंद्र खारी ने कहा कि आंदोलन अपने निर्णायक दौर में है। हो सकता है जल्दी ही आंदोलन के सकारात्मक नतीजे सामने आए । 12 सितंबर के लिए किसान सभा की नौजवानों महिलाओं किसानो और भूमिहीनों की टीम में गांव-गांव जाकर प्रचार कर रही हैं। 12 सितंबर को प्राधिकरण को बंद करने के लिए लोगों का आह्वान कर रहे हैं। 12 सितंबर को बड़ी संख्या में किसान प्राधिकरण पर डेरा डालो घेरा डालो कार्यक्रम के तहत आंदोलन करेंगे। आंदोलन पर हर रोज 1000 से ज्यादा महिला पुरुष किसान उपस्थित हैं। जो आंदोलन की मजबूती की तरफ इशारा करते हैं।

किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि सभी किसान संगठन और सभी विपक्षी दल आंदोलन के साथ हैं। किसानों की मांगों को मानने के अलावा सरकार के पास कोई चारा नहीं है। आंदोलन तभी खत्म होगा जब किसानों के मुद्दे हल हो जाएंगे।

युवा किसान नेता मोनू मुखिया ने कहा कि लड़ाई आर पार की है जीत कर ही दम लेंगे। मोहित यादव ने कहा कि 10% आबादी प्लॉट सहित अन्य सभी मांगों को लेकर किसान 112 दिन से बैठे हैं । पक्का मोर्चा लगाए बैठे हैं किसानों पर लाठी चार्ज हुआ है। फर्जी मुकदमे हुए हैं। 33 किसान 19 दिन जेल में भी रहे हैं, परंतु झुके नहीं, किसान सभा अपनी मांगों को लेकर अडिग है और किसी भी कीमत पर मांगों को माने बिना धरना खत्म नहीं होगा।